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Stories related to जिवंतपणी समाधी घेणारे संत

pooja d

तुझ्या आशेवर अजून जिवंत आहे
नाहीतर केव्हाच समाधी लागली असती ।। #समाधी  #दोनओळींचीगोष्ट #yqtaai

rutik dighe

विश्वमाऊली ज्ञानाईचा समाधी सोहळा

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kalyani Pawar.

आपल्या अस्तित्वाची दखल घेणारे चेहरे. #krishna_flute

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'मनु' poetry -ek-khayaal

Biikrmjet Sing

#संत

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1. कोई आवै सन्तो हर का जन संतो मेरा प्रीतम जन सन्तो मोहे मार्ग दिखलावै।। 2. कोई आन मिलावै मेरा प्रीतम पिआरा हउ तीस पै आप वेचाई दरसन हर देखन कै ताई।। 3. गुरमुख ढूँढ ढूढेंदेआ हर सज्जन लद्धा राम राजे।। 4. भभा भाले से फल पावहि गुर प्रसादी जिन को भओ पइया।। 5. सहो देखे बिन प्रीत न उपजे।।

अर्थ:- कोई ऐसे प्रभु के जन सन्त आवें जो सच्चे हर के जन संत हो मुझे परमेश्वर से मिलने की विधि यानी नाम कैसे ध्याना है! बता दें, मेरे प्रीतम के जन, संत जन मुझे मार्ग दिखावे।। 2. कोई प्रभु से जुड़ी हुई रूह मन मुझे मेरा प्रीतम प्यारा प्रभु मिला दे! जो ऐसा कर सके मै उसके ऊपर सभ कुछ यानी खुद को भी कुर्बान कर दूंगी!(ऐसा जीव इस्त्री मन विनती करता है प्रभु के आगे) परमात्मा निराकार के दर्शन देखने के लिए।।3. जब मै मन ने जगत में ऐसे गुरमुखो-सज्जनो-सन्तों को ढूंढा तो मुझे वह सज्जन मिल गए।। 4. भ अक्षर से उपदेश है कि जो परमात्मा के संत जनो को जगत में धुंढ़ता है उसे ही फल स्वरूप गुरमुख मिलते है और उन्हें ही वह मन का प्रसाद, गुर यानी विधि मिलती है और उन मनो में प्रभु मिलन के भाव उपजते हैं।।5. परमात्मा को इन नेत्रों से देखे बिना प्रीत नहीं उपजती।।

©Biikrmjet Sing #संत

Vikas Dhaundiyal

संत

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तू संत है जो अभी 
तेरा ईमान नहीं हिला 

यहाँ शरीफ वही है 
जिसे अभी मौका नहीं मिला संत

Atal Ram Chaturvedi

#संत

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नमस्कार मित्रो

©Atal Ram Chaturvedi #संत

Shital Goswami

#संत

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तन भगवा धारण कियो,
                  ऐसे ना संत होय,
मूल्य चुकाना पड़ता है,
                  मन सकल जग समान होय।

ना कुछ मेरा ना कुछ तेरा,
                 ह्रदय मोह-माया मुक्त होय,
राम रटण ना जिह्वा से,
                 तन-मन राम रंग होय।

वो राम-राम बोलत रियो,
                 ऐसे कैसे संत होय,
राम खुद बोलत नाम भक्त का,
                वो तो जिव ही रामप्रिय होय।

जो कहत जात खुद को संत,
                रे मनवा..... वो तो ढोंगी होय,
आत्मन राम जिसे बसिया,
                 वो ही सच्चा संत होय।


   -Yashkrupa

©Shital Goswami
  #संत

Satyam Wankhade

संत

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आपल्या देशात गांजा पिऊनही संत होता येत आणि इतकं मोठं होता येत की मृत्यूनंतर ही कोटींचा धंदा आणि पर्यटन क्षेत्र निर्माण होईल. संत

Satyapal Singh

#तत्वदर्शी संत

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