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Stories related to प्रतिग्या उपन्यास

Anjali Jain

ये सत्य है किसी भी कर्म का आधार गलत, अनुचित और अनैतिक होने पर परिणाम भी भयानक ही होते हैं, चाहे करने वाला स्वयं को कितना ही सही और तर्क संगत ठहराए! अनुचित, अनुचित ही होता है!
विवाह योग्य पुत्र होने के बाद भी राजा शांतनु एक कन्या के सौंदर्य में आबद्ध होकर कर्तव्य विमूढ़ हो रहे हैं उन्हें अपनी अभिलाषाओं पर नियंत्रण करके, उसे विस्मृत कर देना चाहिए था किंतु उसी की अभिलाषा में रत रहकर हस्तिनापुर के भविष्य को अंधकारमय बना दिया!
भीष्म वचन देकर भले ही महान बन गए लेकिन उन्होंने हस्तिनापुर की गद्धी के प्रति ही निष्ठा रखी, राजा या शासक की योग्यता पर न कोई ध्यान दिया न उन पर नियंत्रण रखा! एक गलत निर्णय ने पीढ़ी दर पीढ़ी विनाश की गाथा रच डाली!
तत्पश्चात् भी अपने भाईयों व धृतराष्ट्र के विवाह बलपूर्वक करवाए, माना भीष्म महान पराक्रमी व साहसी योद्धा थे और इसी पराक्रम में नीति विपरीत निर्णय और कार्य किये, जिनकी परिणति भयंकर प्रतिशोध व विनाश में हुई
काश! भीष्म ने हस्तिनापुर के सिंहासन के स्थान पर हस्तिनापुर के प्रति निष्ठा रखी होती, योग्य शासक को बिठाने में साहस और पराक्रम दिखाया होता तो भारत का इतिहास कुछ और होता!!
इन महान गाथाओं में नाना प्रसंगों पर हृदय पीड़ित हो उठता है उसे साझा कर रही हूँ, सहमति आवश्यक नहीं है! #भीष्म #प्रतिग्या #पीड़ा.02.04.20

यशवंत राय 'श्रेष्ठ'

उपन्यास

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shweta singh

उपन्यास #BeatMusic

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Alok tripathi

सामाजिक उपन्यास

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सामाजिक उपन्यास

©Alok tripathi सामाजिक उपन्यास

rxbhardwaj

उपन्यास.... #MyPoetry

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Chhotelal

उपन्यास-मुंशी प्रेमचंद

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Manjul

जीवन एक उपन्यास हैं
छोटी छोटी लघुकथाओं का..

©Manjul Sarkar #उपन्यास #लघुकथा 

#Jeevan

Chhotelal

मुंशी प्रेमचंद की उपन्यास

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Chhotelal

गोदान उपन्यास-मुंशी प्रेमचंद

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Nilam Agarwalla

उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद

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कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद, आप हमेशा याद रहेंगे क्यूंकि आपकी लिखी कहानियां और उपन्यास हम सबके दिलो-दिमाग पर अमिट छाप छोड़ गयी हैं।'कफन' और 'निर्मला' में नारी के दर्द को आपने जिस तरह समझकर उकेरा है वह और किसी के बस की बात हो ही नहीं सकती। उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद
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