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Shankar Kamble
आभाळ पेलू पंखावरती नकोच उसनी जमीन आता दूर खुणावे बेट एक ते कवेत घेवू जाता जाता.. मुठीत केली कैद वादळे धार नव्याने आवेशाला आव्हानांच्या छाताडावर पुन्हां नाचवू तलवारीला.. सामर्थ्याच्या विशाल लहरी कोण थोपवी?कुठला सागर? लांघला केंव्हाच किनारा मनगटांच्या या जोरावर.. रडणे , कुढणे आता नाही मस्त कलंदर जगणे झाले भिरकावले मी किती मुखवटे कशांस गणती आले गेले?.. खाच खळगे वाट भरली तडां जाईल दर्पणाला ताठ माने नजर भिडव रे तू तुझ्याच अंतराला.. गहाण टाकू नको स्वतःला उंबऱ्याची नको चाकरी आत्मसन्मानाची दौलत सन्मानाची कमव भाकरी.. ©Shankar Kamble #Flower #पंख #झेप #उड्डाण#आकाश#जमीन #विश्वास #“विश्वास” #कवीता
Atul Sharma
*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“7/1/2022”*📚 🖋️*“शुक्रवार”* 🌟 “जीवन” में “विश्वास” कितना महत्वपूर्ण होता है... एक “पत्नी” अपने “पति” का “हाथ पकड़कर” कहीं भी जा सकती है,इसका कारण है “विश्वास” जब एक “माता” अपने एक छोटे से “बच्चे” का मन बहलाने के लिए“हवा” में उछालती है तो “बच्चा” “भयभीत” नहीं होता है, कारण है “विश्वास” ,क्योंकि उसे “विश्वास” है कि उसकी “माता” उसे कुछ नहीं होने देगी, “चिकित्सक” की दी हुई “औषधि” संतान बिना कुछ सोचे समझे पी लेते हैं उसी “चिकित्सक” के “ज्ञान के विषय” में कुछ भी नहीं ज्ञात है बस अपने “पिता पर विश्वास” है कि उसके “पिता” कुछ “अनुचित” तो नहीं करेंगे, इस “संसार” में हर “एक बंधन” “विश्वास” पर “टिका” हुआ है तो क्यों ना इसी “विश्वास” को “जीवन” में लाया जाए, “विश्वास” को “जीवन” में लाकर देखिए, सबकुछ और भी “सुंदर” हो जाएगा, “कोशिश” यही कीजिए कि किसी का “विश्वास” न तोड़ा जाए... *“अतुल शर्मा”*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“7/1/2022”*📚 🖋️ *“शुक्रवार”* 🌟 *#“जीवन”* *#“हर एक बंधन”*
*✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“7/1/2022”*📚 🖋️ *“शुक्रवार”* 🌟 *#“जीवन”* *#“हर एक बंधन”*
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_*📝“सुविचार"*📝_ _🌼 *“23/8/2021”*🖋️ _ 🌫️_*“सोमवार”*_🌥️ “सागर की लहरें” “तट” से टकराकर “पत्थरों” से टकराकर उनका “आकार” ही बदल देती है, “कटीले नुकीले पत्थर” इन पर घिसघिस कर इन्हें “गोल” बना देती है,किंतु ये “सागर की लहरें” इनका “आकार” कभी नहीं बदला, क्योंकि यह “बिखर” कर भी “जुड़ना” जानती है देखिए “वाद-विवाद”,“तर्क-वितर्क”, “मतभेद” ये जीवन का “अभिन्न अंग” है, किंतु इन्हें कभी “मन” में प्रवेश न करने दे, यदि “मन में प्रवेश” कर भी जाए तो वहां उन्हें “वास” न करने दे,इन्हें निकाल फेंके, “वाद-विवाद”,“तर्क-वितर्क”, मतभेद इन्हें “जीवनभर” साथ लेकर मत चलिएगा, यदि साथ चलना है तो सबको साथ लेकर चलिए, “लहरों की भांति” , “एकता(संगठन)” में विश्वास रखिए, साथ मिलकर आगे बढ़ोगे तो दूर तक पहुचोगे, अन्यथा सिर्फ “दूर की सोच” ही रखकर ही रह जाओगे, और “दूर की सोच” अच्छी नहीं होती है _*अतुल शर्मा🖋️📝*_ ©Atul Sharma _*📝“सुविचार"*📝_ _🌼 *“23/8/2021”*🖋️ _ 🌫️_*“सोमवार”*_🌥️ #“सागर की लहरें” #“तट”
_*📝“सुविचार"*📝_ _🌼 *“23/8/2021”*🖋️ _ 🌫️_*“सोमवार”*_🌥️ #“सागर की लहरें” #“तट”
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*📝“सुविचार"*📝 🖊️*“17/8/2021”*🖋️ 📘*“मंगलवार”*📙 ये “जीवन” किस पर चलता है ? “धन” पर,“वैभव” पर,“श्वास” पर...नहीं ये “जीवन” चलता है “विश्वास” पर... “विश्वास स्वयं पर” “विश्वास” हमारे “अपनों पर”, किंतु जब ये ही “विश्वास” टूट जाता है तो “मनुष्य” का “ह्रदय” टूट जाता है, तत्पश्चात वो कुछ कर ही नहीं पाता है, अब ऐसे में क्या करें ? “तीन कार्य” है जो आप कर सकते हैं, पहला कार्य “प्रेम”,जो आपसे प्रेम करते है या जिनसे आप प्रेम करते है,“भूल” जो भी हुई हो तो “क्षमा” मांगने में कभी “संकोच” मत किजिए, दूसरा कार्य है “विश्वास”, जो आपसे “प्रेम” करते है आप पर “विश्वास” करते है उनका विश्वास कभी मत तोड़िए, तीसरा कार्य है “आस” जो आपसे “प्रेम” करते है आप पर “विश्वास” करते है, उनकी “आस” आप से जुड़ी है उनसे कभी कुछ मत छिपाइए, ये “तीन कार्य” किजिए आप “जीवन” में “प्रसन्न” अवश्य रहेंगे... *अतुल शर्मा🖋️📝* *📝“सुविचार"*📝 🖊️*“17/8/2021”*🖋️ 📘 *“मंगलवार”*📙 #“जीवन” #“धन”
*📝“सुविचार"*📝 🖊️*“17/8/2021”*🖋️ 📘 *“मंगलवार”*📙 #“जीवन” #“धन”
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_*✍🏻“सुविचार"*📝_ 🌥️*“11/8/2021”*⛅ 🌟*“बुधवार”*⭐ जीवन में कभी-कभी कुछ ऐसा “मन” के साथ होता है, क्योंकि यदि ये “प्रेम” “जल” है तो इसकी “मटकी” है “मन”, “मन रूपी पात्र” में यदि “विश्वासरूपी माटी” न हो, यदि “आसुओं से उसे “भिगोया” न गया हो, यदि “समयरूपी कुम्हार” ने उसे “आकार” न दिया हो, और “परीक्षा की अग्नि” में उसे “पकाया” न गया हो, तो “प्रेम” “मन” में नहीं “ठहर” सकता, तो यदि इस “जीवन” में इस “प्रेम” को पाना है तो “ह्रदय” पर “काम” करना होगा, और एक महत्वपूर्ण बात यह की “प्रेम” में तो एक दूसरे की “भावनाओं का सम्मान” किया जाता है ना कि उसके साथ “खिलवाड़” किया जाता है... _*“अतुल शर्मा 🖋️📝*_ _*✍🏻“सुविचार"*📝_ _🌥️ *“11/8/2021”*⛅_ _🌟 *“बुधवार”*_⭐ _*#“जीवन”*_ _*#“मन”*_
_*✍🏻“सुविचार"*📝_ _🌥️ *“11/8/2021”*⛅_ _🌟 *“बुधवार”*_⭐ _*#“जीवन”*_ _*#“मन”*_
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*✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“1/8/2021”*🌫️ 🌧️*“रविवार”*🌧️ आपके “जीवन” में आपका “सच्चा मित्र” कौन है ? आपका सबसे “श्रेष्ठ मित्र” कौन है ? वो जो समय आने पर आपकी “सहायता” करता है या वो जो समय आने पर आपको “धन” देता है, देखिए हम मनुष्य है हमारे जीवन में लेन देन चलता रहता है ये हमारे जीवन का “अभिन्न भाग” है कई बार ऐसा होता है कि हम उसे ही “सच्चा मित्र” मान लेते है जो हमे “बहुमूल्य भेंट” देता है अब आपके जीवन में वो “बहुमूल्य भेंट” क्या है ? वो “बहुमूल्य मित्र” कौन है ? ये निर्णय आपका है यदि आप मुझसे पूछे कि “स्वर्ण”,“हीरे”, “मोती” एंव “धन” ये बहुमूल्य नहीं है “बहुमूल्य” है “साथ” जब आप अकेले हो, “समय” जब आपको उसकी आवश्यकता है, जो “कठिन समय” में आपका “साथ” अवश्य देता है जब आपको आवश्यकता हो तो आपको “समय” अवश्य देता है आपके लिए वो पूर्ण रूप से “समर्पित” है वहीं आपका “प्रबल मित्र” है वहीं आपका “सच्चा मित्र” है क्योंकि सच कहें तो “मित्रता का अर्थ” ही है अपने आपको “पूर्ण रूप से अर्पित” करना... *“अतुल शर्मा 🖋️📝* *✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“1/8/2021”*🌫️ 🌧️ *“रविवार”*🌧️ #“जीवन” #“बहुमूल्य मित्र”
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*✍🏻“सुविचार"*📝 🌱*“6/6/2021”*🌻 🌳*“रविवार”*🌴 देखिए “सूर्यमुखी”🌻 का “पुष्प” रात भर “अंधकार” से लड़ता है, क्योंकि उसे विश्वास है कि प्रातकाल “सूर्य” उसे अवश्य “दर्शन” देगा, यह “विश्वास” ही था कि एक छोटी सी “नाव” लेकर एक “मनु” (हजरत नूह) निकला, और समस्त “सृष्टि” को इस “प्रलय” से बचा लिया, यह “विश्वास” ही था “प्रेम” पर जो “वानरों” और “भालूओं” की सेना लेकर “श्रीराम” ने “आक्रमण” किया समस्त “वरदानधारी असुरों” और “राक्षसों” की सेना पर और “विजय” भी प्राप्त की, यह “विश्वास” ही “विश्व की आस” है, “विश्वास” कीजिए कि आप “श्रेष्ठ” है और आप सिर्फ “कर्म” करते जाइए, इस “विश्वास की आस” ही आपको “बल” प्रदान करेगी, यह मेरा भी “विश्वास” है *“अतुल शर्मा”🖋️🌳* ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🌱 *“6/6/2021”*🪴 🌳 *“रविवार”*🌴 #“सूर्यमुखी”🌻 #“अंधकार”
*✍🏻“सुविचार"*📝 🌱 *“6/6/2021”*🪴 🌳 *“रविवार”*🌴 #“सूर्यमुखी”🌻 #“अंधकार”
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*✍🏻“सुविचार"*📝 🌱 *“5/6/2021”*🌿 🌳*“शनिवार”*🌴 वृक्ष 🌳 कितने “निःस्वार्थ” होते है* *अब इसका क्या अर्थ है ? जिसने बलिदान दिया जो उस “वृक्ष की नींव” है जिसने उस “वृक्ष” को बढ़ाया है उसका कोई “मोल” नहीं है,* *स्मरण रखिएगा जब भी हम किसी “वृक्ष” जल देतें है, उसके “पत्तियों” को या उसके “फलों” को नहीं,* *बल्कि उसकी “जड़” को देते हैं जब हम किसी “वृक्ष” की “पूजा” करते हैं यहीं “पुष्प” और यहीं “तिलक” हम उसकी “जड़ों” को अर्पित करते है,* *अर्थात कहीं ना कहीं “अनजाने” में यह “प्रकृति” आपको वह “मान” दे ही देती है जिसके आप “पात्र” है इसलिए तो कहते हैं “आप “कर्म” कीजिए,“फल” की “चिंता” ना करो,आपको भी वो “मान” अवश्य मिलेगा जिसके आप “पात्र” है बस आप “विश्वास” करो और “तन मन” से “प्रयास” करो* *“अतुल शर्मा”🖋️🌳* ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🌱 *“5/6/2021”*🪴 🌳 *“शनिवार”*🌴 #“वृक्ष” #“हरे भरे पत्तों”
*✍🏻“सुविचार"*📝 🌱 *“5/6/2021”*🪴 🌳 *“शनिवार”*🌴 #“वृक्ष” #“हरे भरे पत्तों”
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उनसे दूर *✍🏻“सुविचार"*📝 🌟*“18/4/2021”*🌟 🖋️ *“रविवार”*✨🖊️ “संसार” में सबसे “मूल्यवान धन” वो जिसे हम “ज्ञान” कहते है, इसे कोई आपसे “छिन” नहीं सकता, कोई “लुटेरा” “लूट” नहीं सकता,कोई “चोर” “चुरा” नहीं सकता, ये आपके “साथ” ही रहता है, किंतु एक “कार्य” है जो आप कर सकते है ये “ज्ञानरूपी धन” आप “बाँट” सकते है, एकमात्र ऐसा “धन” है ये “ज्ञान” जो “बाँटने” से और “बढ़ता” है, इसलिए सदैव “स्मरण” रखिएगा “ज्ञान” प्राप्त करने पर “विश्वास” रखिए “धन” प्राप्त करने पर नहीं, *🖊️“अतुल शर्मा🖋️📝✨* ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🌟*“18/4/2021”*🌟 🖋️ *“रविवार”*✨🖊️ #“संसार” #“मूल्यवान धन”
*✍🏻“सुविचार"*📝 🌟*“18/4/2021”*🌟 🖋️ *“रविवार”*✨🖊️ #“संसार” #“मूल्यवान धन”
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*📝“सुविचार"*📝 🖊️*“31/3/2021”*🖋️ 📘✨*“बुधवार”*✨📙 आपके “जीवन” में वो “बहुमूल्य भेंट” क्या है ? वो “बहुमूल्य मित्र” कौन है ? ये “निर्णय” आपका है यदि आप मुझसे पूछे कि “स्वर्ण”,“हीरे”, “मोती” एंव “धन” ये “बहुमूल्य” नहीं है बहुमूल्य है “साथ” जब आप “अकेले” हो, “समय” जब आपको उसकी “आवश्यकता” है, “समर्पण” जब आपको “विश्वास की आवश्यकता” है जो “व्यक्ति” आपको “प्रति” ये तीन “गुण” रखता है जो “कठिन समय” में आपका “साथ” अवश्य देता है जब आपको आवश्यकता हो तो आपको “समय” अवश्य देता है आपके लिए वो “पूर्ण” रूप से “समर्पित” है वहीं आपका “प्रबल मित्र” है वहीं आपका “सच्चा मित्र” है क्योंकि सच कहें तो “मित्रता का अर्थ” ही है अपने आपको “पूर्ण रूप से अर्पित” करना, ✨*अतुल शर्मा🖋️📝📙* *📝“सुविचार"*📝 🖊️*“31/3/2021”*🖋️ 📘✨ *“बुधवार”*✨📙 #“जीवन” #“बहुमूल्य मित्र”
*📝“सुविचार"*📝 🖊️*“31/3/2021”*🖋️ 📘✨ *“बुधवार”*✨📙 #“जीवन” #“बहुमूल्य मित्र”
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