Find the Best “आत्मविश्वास” Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutआत्मविश्वास की कमी के कारण, आत्मविश्वास क्या है, आत्मविश्वास बढ़ाने की दवा, आत्मविश्वास बढ़ाने के ज्योतिषीय उपाय, आत्मविश्वासी व्यक्ति के गुण,
Tripti varma
White मुसीबत से निकलने के लिए एक तिनके का , भी सहारा बहुत होता है। ©Tripti varma #“आत्मविश्वास”
#“आत्मविश्वास”
read moreNiti Adhikari
ना करो इंतजार उस पल का, जब तुमसे कुछ अच्छा हो पाएगा इसी वक्त अभी उठाओ औजार , यही पल इतिहास बनाएगा । वो चमकती आंख, वो गहरी सोच अब ही क्रांति लाएगी, कहीं उद्गार ठंडे न पड़ जाए, अभी की चेतना कर्मवीर बनाएगी। अफसोस और अंधकार को रास्ता न दो, संभावना, स्वीकृति, धन्यवाद, सम्मान , समाधान होंगे तुम्हारी राह के फूल, आत्म विश्वास झंडा लहराएगा ।। ©Niti Adhikari #चेतना #“आत्मविश्वास” #motivatation #selfconfidence #chetna
#चेतना #“आत्मविश्वास” #motivatation #selfconfidence #chetna
read moreNilam Agarwalla
हरहाल में कदम आगे बढ़ाते रही हर मुसिबत का हौसले के साथ सामना करो। लोगों की गलत बातों पर कान न धरो अच्छी सीख को गांठ से बांध लो। वक्त से पहले और भाग्य से ज्यादा नहीं मिलता बस यही सोचकर जो मिला उसमे खुश रहो। अपनी कामयाबी अपने बल पर हासिल करो दूसरों का भरोसा मृगतृष्णा है जो सिर्फ भटकाती है। अपना सहारा आप बनो और चिराग बनकर दूसरों को भी सही राह दिखाओ। ©Nilam Agarwalla #“आत्मविश्वास”
#“आत्मविश्वास”
read moreAtul Sharma
*✍🏻“सुविचार"*📚 🖊️ *“30/6/2022”*🖋️ 🌫️ *“गुरुवार”*⛈️ “वर्षा की बूंदे” जब “रिमझिम बादलों” से बरसती है तो कितना “अच्छा” लगता है, न केवल इस “वातावरण” को “सुनहरा” बना देती है,“मिट्टी” में समा के इसे भी “सुगंधित” कर देती है, इन “पौधों” को,इन “वृक्षों” को “जीवनदान” देती है,साथ ही अनेक “जीवों का उद्धार” करती है, और सोचिए जब “बादल” फटता है तब क्या होता है, ये सारी “बारिश की बूंदे” “अनियंत्रित” हो जाती है, एक “भयानक बाढ़” का रूप ले लेती है, जो करती है “विनाश”... इसका एक सार है कि “कर्म” किजिए लेकिन “नियंत्रण” में, यदि आप “नियंत्रित” नहीं रहेंगे तो आप भी “जीवनरूपी वर्षा” के स्थान पर एक “भयानक बाढ़” का रूप ले लेंगे, अब “विकास” करना है या “विनाश” “निर्णय” आपका है यदि “विकास” करना चाहते है तो अपने “कर्म के साथ” अपने “मन” पर “नियंत्रण” रखिए और “आत्मविश्वास” भी रखिए... *“अतुल शर्मा”*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📚 🖊️ *“30/6/2022”*🖋️ 🌫️ *“गुरुवार”*⛈️ #“वर्षा की बूंदे” #“बादल”
*✍🏻“सुविचार"*📚 🖊️ *“30/6/2022”*🖋️ 🌫️ *“गुरुवार”*⛈️ #“वर्षा की बूंदे” #“बादल”
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*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“5/3/2022”*📚 🖋️*“शनिवार* 🌟 हम “जीवन” में अनेक “मनुष्य” से मिलते है किंतु वहीं “मनुष्य” हमारे “मन” को भाते है जो “विनम्र” होते है जिनकी “वाणी” “मीठी” होती है,जिनके अंदर एक “आत्मविश्वास” का “तेज (रंग)” दिखता है, अब ऐसा “व्यक्ति” हम कैसे बने ? ठीक वैसे ही जैसे एक “फल” “धूप”,“वर्षा”,“शीत”,“वायु” सभी “संकटों का सामना” करके परिपक्व होता है, वैसे ही “मनुष्य” भी “संकटों का सामना” करके “परिपक्व” होता है, इन “संकटों का सामना” करोगे तो “अनुभव” प्राप्त होगा, यही “अनुभव” “सीख” देता है यहीं अनुभव हमें यह “सिखाता” है कि हमें “विनम्र” रहना चाहिए, “अहंकार” में कुछ नहीं रखा, हमें “मीठी वाणी” का “मुल्य” समझ में आता है, यहीं “अनुभव” हमें ये समझाता है कि “उचित” क्या है और “अनुचित” क्या है ? ये हमें “स्पष्टता” दे जाता है और इसी “स्पष्टता” से “आत्मविश्वास” “जाग्रत” होता है, इसलिए “जीवन” के “हर संकट” से “सीख” और “अनुभव” अवश्य प्राप्त करें... *“अतुल शर्मा”*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“5/3/2022”*📚 🖋️ *“शनिवार* 🌟 #“जीवन” #“मनुष्य”
*✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“5/3/2022”*📚 🖋️ *“शनिवार* 🌟 #“जीवन” #“मनुष्य”
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*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“13/2/2022”*📚 🖋️*“रविवार”* 🌟 एक “महत्वपूर्ण बात”, “जीवन” में आप किसी के कहने से नहीं बदलते है, कोई “परिस्थिति” या “समय” ही आपको बदलता है, लेकिन अपने इस “बदलाव” में आप अपने “जीवन” में उन “लोगों” को मत खोइए, जो आपके लिए बहुत “मायने” रखते है, हो सकता है कि कोई आपके सामने होने से “स्वयं” के “मन” में “आत्मविश्वास” “महसूस” करता हो या “स्वयं” के “मन” में “सुख” और “सुकून” महसूस करता हो, लेकिन जब वो “इंसान” हमसे किसी “वजह” से दूर होता है, तो “दिल” “दुःखी” बहुत होता है, *“अतुल शर्मा”*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“13/2/2022”*📚 🖋️ *“रविवार”* 🌟 *#“अपनापन”* *#“अहसास”*
*✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“13/2/2022”*📚 🖋️ *“रविवार”* 🌟 *#“अपनापन”* *#“अहसास”*
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*✍🏻“सुविचार”*📚 🌧️*“8/1/2022”*⛈️ ☔ *“शनिवार”* ❄ “वर्षा की बूंदे” जब “रिमझिम बादलों” से बरसती है तो कितना “अच्छा” लगता है, न केवल इस “वातावरण” को “सुनहरा” बना देती है,“मिट्टी” में समा के इसे भी “सुगंधित” कर देती है, इन “पौधों” को,इन “वृक्षों” को “जीवनदान” देती है,साथ ही अनेक “जीवों का उद्धार” करती है, और सोचिए जब “बादल” फटता है तब क्या होता है, ये सारी “बारिश की बूंदे” “अनियंत्रित” हो जाती है,एक “भयानक बाढ़” का रूप ले लेती है, जो करती है “विनाश”... इसका एक सार है कि “कर्म” किजिए लेकिन “नियंत्रण” में,यदि आप जीवन में “नियंत्रित” नहीं रहेंगे तो आप भी “जीवनरूपी वर्षा” के स्थान पर एक “भयानक बाढ़” का रूप ले लेंगे, अब “विकास” करना है या “विनाश” “निर्णय” आपका है यदि “विकास” करना चाहते है तो अपने “कर्म के साथ” अपने “मन” पर “नियंत्रण” रखिए और “आत्मविश्वास” भी रखिए... *“अतुल शर्मा*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार”*📚 🌧️*“8/1/2022”*⛈️ ☔ *“शनिवार”* ❄ *#“वर्षा की बूंदे”* *#“बादल”*
*✍🏻“सुविचार”*📚 🌧️*“8/1/2022”*⛈️ ☔ *“शनिवार”* ❄ *#“वर्षा की बूंदे”* *#“बादल”*
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*📚 *“सुविचार"*🖋️ 📘 *“14/11/2021”*📝 📓 *“रविवार”*🌟 हमारे “जीवन” में एक अत्यंत महत्वपूर्ण “आस” “वास” करती है। “विश्वास की रुह” “विश्वास” ये कि जो हम “ईश्वर” पर करते है, “भाग्य” या “प्रारभ्य” पर करते है,“नियति” पर करते है, जब भी कुछ “अच्छा” होता है तो कहते है कि “ईश्वर की ही दया” है जब कुछ बुरा होता है तब हम कहते है कि “ईश्वर की ही माया” है, कभी “ईश्वर”,कभी “भाग्य”,कभी “प्रारभ्य”,कभी “नियति” आप स्वयं कहा है कभी आपने सोचा आप “विश्वास” “ईश्वर” पर करते है “प्रारभ्य” पर करते है, कभी “स्वयं” पर किया है यदि आप “ईश्वर पर विश्वास” करते है केवल “ईश्वर पर विश्वास” करते है तो आपको वहीं मिलेगा जो आपके “भाग्य” में लिखा होगा, किन्तु यदि आप “स्वयं पर विश्वास” करते है, “आत्मविश्वास” रखना सीख जाते है तो “ईश्वर” और “नियति” दोनों मिलकर आपके “भाग्य” में वहीं लिखेंगे जो आप चाहते है, स्मरण रखिएगा “चाह की राह” है ये “विश्वास” “स्वयं पर आत्मविश्वास” रखिए “आत्म प्रसन्नता” अवश्य मिलेगी... *“अतुल शर्मा”🖋️📝* ©Atul Sharma *📚 *“सुविचार"*🖋️ 📘*“14/11/2021”*📝 📓*“रविवार”*🌟 *#“जीवन”* *#“आस”*
*📚 *“सुविचार"*🖋️ 📘*“14/11/2021”*📝 📓*“रविवार”*🌟 *#“जीवन”* *#“आस”*
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*📝“सुविचार"*📝_ 🌼 *“22/8/2021”*🎁 ✨ *“रविवार”*🎊 “रक्षाबंधन”... “भाई-बहन” के “पवित्र बंधन” का एक “पवित्र पर्व” ... कहते है कि “रक्षाबंधन” के “त्योहार” की शुरुआत “देव-दानव के युद्ध” से हुई थी। उस “युद्ध” में “देवता” हारने लगे। “भगवान इंद्र” घबरा कर “देवगुरु बृहस्पति” के पास पहुंचे। वहां बैठी “इन्द्र की पत्नी इंद्राणी” सब सुन रही थी। उन्होंने “रेशम का धागा” “मन्त्रों की शक्ति” से पवित्र करके अपने “पति” के हाथ पर बांध दिया। “संयोग” से वह “श्रावण पूर्णिमा” का दिन था। उस “अभिमंत्रित धागे” की शक्ति से “देवराज इंद्र” ने “असुरों” को परास्त कर दिया। यह धागा भले ही “पत्नी” ने “पति” को बांधा था, लेकिन इसे धागे की “शक्ति” सिद्ध हुई और फिर कालांतर में बहनें भाई को रक्षा बांधने लगीं, तो आज के इस “पावन दिवस” पर आप सभी अपनी “बहन” की रक्षा सदैव करें, और उनके “जीवन” में सदैव “प्रसन्नता”, “प्रेम” और “आत्मविश्वास” भरें... _*अतुल शर्मा🖋️📝*_ ©Atul Sharma _*📝“सुविचार"*📝_ _🌼 *“22/8/2021”*🎁_ ✨ _*“रविवार”*_🎊 #“रक्षाबंधन” #“भाई-बहन”
_*📝“सुविचार"*📝_ _🌼 *“22/8/2021”*🎁_ ✨ _*“रविवार”*_🎊 #“रक्षाबंधन” #“भाई-बहन”
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*✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️ *“4/7/2021”*🖋️ ✨*“रविवार”*🌟 “वर्षा की बूंदे” जब “रिमझिम बादलों” से बरसती है तो कितना “अच्छा” लगता है, न केवल इस “वातावरण” को “सुनहरा” बना देती है,“मिट्टी” में समा के इसे भी “सुगंधित” कर देती है, इन “पौधों” को,इन “वृक्षों” को “जीवनदान” देती है,साथ ही अनेक “जीवों का उद्धार” करती है, और सोचिए जब “बादल” फटता है तब क्या होता है ? ये सारी “बारिश की बूंदे” “अनियंत्रित” हो जाती है,एक “भयानक बाढ़” का रूप ले लेती है, जो करती है “विनाश”... इसका एक सार है कि “कर्म” किजिए लेकिन “नियंत्रण” में, यदि आप “नियंत्रित” नहीं रहेंगे तो आप भी “जीवनरूपी वर्षा” के स्थान पर एक “भयानक बाढ़” का रूप ले लेंगे, अब “विकास” करना है या “विनाश” “निर्णय” आपका है यदि “विकास” करना चाहते है तो अपने “कर्म के साथ” अपने “मन” पर “नियंत्रण” रखिए और “आत्मविश्वास” भी रखिए... *“अतुल शर्मा”🖋️📘* *✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️ *“4/7/2021”*🖋️ ✨ *“रविवार”*🌟 #“वर्षा की बूंदे” #“बादल”
*✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️ *“4/7/2021”*🖋️ ✨ *“रविवार”*🌟 #“वर्षा की बूंदे” #“बादल”
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