Find the Best पंथ Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutपंथी का अर्थ है, पंथनिरपेक्ष का अर्थ in english, महानुभाव पंथ की आरती, खूटे के पंथी गीत, महानुभाव पंथ के भजन,
Shashi Bhushan Mishra
पन्थ विकट है, अन्त निकट है, जाने का अब, कटा टिकट है, जीवन है छल, मृत्यु कपट है, रह-रह उठती, हृदय लपट है, मन में रोष, भृकुटि बंकट है, अब उज्जवल है, काल विगत है, चल थाने में, लिखा रपट है, भले-बुरे को, डाँट डपट है, 'गुंजन' मन में, उठा-पटक है, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' समस्तीपुर बिहार ©Shashi Bhushan Mishra #पंथ विकट है#
#पंथ विकट है#
read moreअदनासा-
अभिजित त्रिपाठी
जो राष्ट्रभक्ति से भर दे सबको, ऐसा सुरभित छंद बनो। सूरज गर तुम नहीं बन सको, जुगनू ही कोई मंद बनो। जाति - पंथ को जोड़ सके, ऐसा पावन बंध बनो। उठो! मेरे अब युवा साथियों, सभी विवेकानंद बनो। ©अभिजित त्रिपाठी #विवेकानंद #स्वामी #स्वामीजी #सूरज #जुगनू #जाति #पंथ #छंद #युवा
praveernayak
नानक से पहले कोई सिक्ख नहीं था ! जीसस से पहले कोई ईसाई नहीं था ! मुहम्मद से पहले कोई मुसलमान नहीं था ! ऋषभदेव से पहले कोई जैनी नहीं था ! बुद्घ से पहले कोई बौद्ध नहीं था ! कार्ल मार्क्स से पहले कोई वामपंथी नहीं था ! परन्तु :-- #श्री_कृष्ण से पहले. #श्री_राम से पहले.. #ऋषि_जमद्गनि से पहले... #ऋषि_अत्री से पहले... #ऋषि_अगस्त्य से पहले... #ऋषि_पतञ्जलि से पहले... #मुनि_कणाद से पहले... #मुनि_याज्ञवलक्य से पहले... सभी "सनातन वैदिक" धर्मी थे..! क्योंकि एक व्यक्ति विशेष के द्वारा तो केवल #मत, #पंथ, #सम्प्रदाय, #रिलिजन आदि चला करते हैं, #धर्म नहीं..! प्रेम से बोलिये... #सत्य_सनातन_वैदिक धर्म की जय हो..!! #हमें_गर्व है की हम #आदि_अनादि काल से #एक_हाथ_शास्त्र और #दूजे_हाथ_शस्त्र के साथ #सनातन की रक्षा को प्रतिबद्ध हैं । #राम_ही_राम 🚩🚩🚩🚩🚩 ©praveernayak #WForWriters
Bobay Rastoge
वे तहाशां पंथ पे चलते रहें मनजिल देखीं वहोत रास्ते देखें वहोत फिर भी पंथ का सफ़र त्ये कर ना सके Sb
Narendra Kumar
रास्ते पंथ पथरीले हुए, रास्ते बदल गए। खोटे थे जो सिक्के वो भी चल गए।। हम रह गए अकेले दुनिया की भीड़ में पंथ जब से बदले,हम भी संभल गए।। ।।नरेन्द्र कुमार।। #रास्ते
Narendra Kumar
रास्ते पंथ पथरीले हुए, रास्ते बदल गए। खोटे थे जो सिक्के वो भी चल गए।। हम रह गए अकेले दुनिया की भीड़ में पंथ जब से बदले,हम भी संभल गए।। ।।नरेन्द्र कुमार।। #रास्ते
Pnkj Dixit
जाति-धर्म-पंथ 💝 आज की कविता 👇 *जात* जब हम किसी अनजान व्यक्ति से पूछते हैं कि "कौन धर्म जात हो ?" तो वो इस तरह से देखेगा जैसे पाकिस्तान भारत को देखता है । लेकिन वही व्यक्ति संविधान को आदर्श मानते हुए सरकार प्रपत्रों में बड़ी शान से कॉलम भरेगा ... फलां धर्म जात । जाति-धर्म पंथ को सबसे ज्यादा बढ़ावा नेताओं और कुछ धर्म के ठेकेदारों ने दिया है । एक छुटभैय्ए नेता से बातचीत के अंशों को कविता रुप में प्रस्तुत करने की कोशिश..... # जात # जात जो देखन मैं चला जात न मिलया कोय जात भ्रम के कारनै एक न रहया कोय ।
*जात* जब हम किसी अनजान व्यक्ति से पूछते हैं कि "कौन धर्म जात हो ?" तो वो इस तरह से देखेगा जैसे पाकिस्तान भारत को देखता है । लेकिन वही व्यक्ति संविधान को आदर्श मानते हुए सरकार प्रपत्रों में बड़ी शान से कॉलम भरेगा ... फलां धर्म जात । जाति-धर्म पंथ को सबसे ज्यादा बढ़ावा नेताओं और कुछ धर्म के ठेकेदारों ने दिया है । एक छुटभैय्ए नेता से बातचीत के अंशों को कविता रुप में प्रस्तुत करने की कोशिश..... # जात # जात जो देखन मैं चला जात न मिलया कोय जात भ्रम के कारनै एक न रहया कोय ।
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