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💖 #ShivaniHiya 💖
💕💕💕💕Happy birthday meri jaan💕💕💕💕 तेरे आने से पहले भी, मैं अधूरी ना थी। तू आई ज़िन्दगी में, रोशन जहा हो गया।। पहले भी खुशनुमा, बंजर सी जमी थी मैं। तू खिली तो, मेरा जीवन बागबाँ हो गया।। तेरी शैतानियां, तेरी नादानियां। तेरी हर अदा पर, दिल फिदा हो गया।। तेरा रूठना भी क्या, तुझे मनाना भी क्या, तू मुस्कुराई तो, गमो से फासला हो गया।। मेरी सुबह भी तेरी, मेरी शाम भी तेरी। मेरे हर वक्त पर, तेरा पहरा हो गया।। वैसे तो कई नामो में, जिया है मैने खुद को। मगर तेरे आते ही, मेरा वजूद माँ हो गया।। तेरे आने से ज़िन्दगी को,जीने की खूबसूरत वजह मिली। मुझमें मेरा कुछ नही,जो था सब पर हक़ तेरा हो गया।। #शिवानी_सोलंकी_चौहान Mumma always love you lado😘😘 ©💖 #ShivaniHiya 💖 happy birthday jaan
happy birthday jaan
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हौसलो को साथ रख, मंजिलो की आस रख। राहे खुद छोटी हो जाएगी, तू खुद पर विश्वास रख।। चुना है रास्ता तुने, चलना भी तुझे ही होगा। हार कर खुद से यूँ ना, खुद को जीत से आग रख।। थक कर बैठने से, कहा होती है आसान राहे। भूख हो तरक्की की तो, मेहनत पर विश्वास रख।। असमा छूना इतना भी आसान नही "हिया। फिर भी छूना है तो, अपने पंखों पर विश्वास रख।। #शिवानी_सोलंकी_चौहान ©💖 #ShivaniHiya 💖 विश्वास रख
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हौसलो को साथ रख, मंजिलो की आस रख। राहे खुद छोटी हो जाएगी, तू खुद पर विश्वास रख।। चुना है रास्ता तुने, चलना भी तुझे ही होगा। हार कर खुद से यूँ ना, खुद को जीत से आग रख।। थक कर बैठने से, कहा होती है आसान राहे। भूख हो तरक्की की तो, मेहनत पर विश्वास रख।। असमा छूना इतना भी आसान नही "हिया। फिर भी छूना है तो, अपने पंखों पर विश्वास रख।। #शिवानी_सोलंकी_चौहान ©💖 #ShivaniHiya 💖 हौसलो को साथ रख, मंजिलो की आस रख। राहे खुद छोटी हो जाएगी, तू खुद पर विश्वास रख।। चुना है रास्ता तुने, चलना भी तुझे ही होगा। हार कर खुद से यूँ ना, खुद को जीत से आग रख।। थक कर बैठने से, कहा होती है आसान राहे। भूख हो तरक्की की तो, मेहनत पर विश्वास रख।।
हौसलो को साथ रख, मंजिलो की आस रख। राहे खुद छोटी हो जाएगी, तू खुद पर विश्वास रख।। चुना है रास्ता तुने, चलना भी तुझे ही होगा। हार कर खुद से यूँ ना, खुद को जीत से आग रख।। थक कर बैठने से, कहा होती है आसान राहे। भूख हो तरक्की की तो, मेहनत पर विश्वास रख।।
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हौसलो को साथ रख, मंजिलो की आस रख। राहे खुद छोटी हो जाएगी, तू खुद पर विश्वास रख।। चुना है रास्ता तुने, चलना भी तुझे ही होगा। हार कर खुद से यूँ ना, खुद को जीत से आग रख।। थक कर बैठने से, कहा होती है आसान राहे। भूख हो तरक्की की तो, मेहनत पर विश्वास रख।। असमा छूना इतना भी आसान नही "हिया। फिर भी छूना है तो, अपने पंखों पर विश्वास रख।। #शिवानी_सोलंकी_चौहान ©💖 #ShivaniHiya 💖 हौसलो को साथ रख, मंजिलो की आस रख। राहे खुद छोटी हो जाएगी, तू खुद पर विश्वास रख।। चुना है रास्ता तुने, चलना भी तुझे ही होगा। हार कर खुद से यूँ ना, खुद को जीत से आग रख।। थक कर बैठने से, कहा होती है आसान राहे। भूख हो तरक्की की तो, मेहनत पर विश्वास रख।।
हौसलो को साथ रख, मंजिलो की आस रख। राहे खुद छोटी हो जाएगी, तू खुद पर विश्वास रख।। चुना है रास्ता तुने, चलना भी तुझे ही होगा। हार कर खुद से यूँ ना, खुद को जीत से आग रख।। थक कर बैठने से, कहा होती है आसान राहे। भूख हो तरक्की की तो, मेहनत पर विश्वास रख।।
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उलझनों में जीवन है, या जीवन में उलझनें 🤔 कई बार ये समझ पाना मुश्किल होता है, कि इतनी परेशानिया एक साथ आ कहाँ से जाती है। हमारे साथ ही ऐसा होता है,या सब इन्ही स्थितियों में जीवन जी रहे है। कई बार हम खुद को ठीक से समझा नही पाते। कई बार हम किसी और को ठीक से समझ नही पाते। गलती शायद हालतों की होती होगी । या उन शब्दों की जो उस समय अपने अस्तित्व को सार्थक नही कर पाते। जिससे चीजे ठीक न होकर ओर बिगड़ जाती है। इतना मुश्किल क्यों होता है जीवन ? और इस जीवन में खुश रहना किसी चुनोती से कम नही है। क्योकि आपके आस पास वो सारी परिस्थितियां मौजूद है, जो आपको दुखी करने के लिए काफी है। ओर ये सब जानते हुए भी हम दुखी होते है। क्यो हम खुद को खुल के जीवन जीने नही देते। क्यो इस छोटे से जीवन मे भी हमे खुद से ज्यादा दुनिया की फिक्र करनी पड़ती है क्यों?? ✍🙏🙏🙏🙏 #शिवानी_सोलंकी_चौहान ©💖 #ShivaniHiya 💖 #उलझन
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राधा का मीत हैं, मीरा का राग हैं, दोनों का एक ही तो विश्वास हैं। दोनों ने एक ही नाम, उसको दिया, कृष्णा बस नाम नही, प्रेम की आस है।। #शिवानी_सोलंकी_चौहान ©💖 #ShivaniHiya 💖 राधा का मीत हैं, मीरा का राग हैं, दोनों का एक ही तो विश्वास हैं। दोनों ने एक ही नाम, उसको दिया, कृष्णा बस नाम नही, प्रेम की आस है।। ✍🙏🙏🙏 #शिवानी_सोलंकी_चौहान
राधा का मीत हैं, मीरा का राग हैं, दोनों का एक ही तो विश्वास हैं। दोनों ने एक ही नाम, उसको दिया, कृष्णा बस नाम नही, प्रेम की आस है।। ✍🙏🙏🙏 #शिवानी_सोलंकी_चौहान
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तुम ज़िन्दगी को जरूरी से लगते हो, ठहर जाओ ना किसी दुआ की तरह। मैं तुम्हे ग़ज़ल सी गुनगुनाती रहूँ, तुम भी सुन लो मुझे कविता की तरह।। #शिवानी_सोलंकी_चौहान ©💖 #ShivaniHiya 💖 तुम ज़िन्दगी को जरूरी से लगते हो, ठहर जाओ ना किसी दुआ की तरह। मैं तुम्हे ग़ज़ल सी गुनगुनाती रहूँ, तुम भी सुन लो मुझे कविता की तरह।✍🙏🙏 #शिवानी_सोलंकी_चौहान ✍🙏
तुम ज़िन्दगी को जरूरी से लगते हो, ठहर जाओ ना किसी दुआ की तरह। मैं तुम्हे ग़ज़ल सी गुनगुनाती रहूँ, तुम भी सुन लो मुझे कविता की तरह।✍🙏🙏 #शिवानी_सोलंकी_चौहान ✍🙏
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मुश्किलो में घिरा के खुद को,सुकून का मंजर देखता है। दिल भी कितना पागल है,ख्वाबो में घर देखता है।। दुनिया इतनी हसीं भी नही, जो तेरी नजरो में बसी है। यहाँ आदमी को आदमी लिए, खून-ऐ-खंजर देखता है।। पेड़ सारे कट गये घोसले जो, संभाले खड़े थे। लौट कर परिंदा वतन में, कहाँ है अपना घर देखता है।। खेल छूटे, शोक छीने,नन्नी आँखो से लुटा बचपन। मासूमियत पर हर कोई, जिम्मेदारियों का असर देखता है। लुटता है हर कोई यहाँ, अपने मतलब की चाह में, लूटने वाला अब कहाँ, यहाँ मजहब-ऐ-धरम देखता है।। तुम्ही ने संभाल रखी है, वेहसियत को खुद तक। देखने वाला तुम्हारे घरो को, कोठे की नज़र देखता है।। वो बेचकर आबरू को, जिम्मेदारियां निभा रही थी। खरीदने वाला मजबूरी नही, बिका हुआ जिस्म देखता है।। शहद बनाने में मधुमख्खियों ने, गुजर दी ज़िंदगी अपनी। तोड़ने वाला तो "हिया" ,बस छत्ते का वजन देखता है।। #शिवानी_सोलंकी_चौहान ✍🙏🙏🙏🙏 ©💖 #ShivaniHiya 💖 मुश्किलो में घिरा के खुद को,सुकून का मंजर देखता है। दिल भी कितना पागल है,ख्वाबो में घर देखता है।। दुनिया इतनी हसीं भी नही, जो तेरी नजरो में बसी है। यहाँ आदमी को आदमी लिए, खून-ऐ-खंजर देखता है।। पेड़ सारे कट गये घोसले जो, संभाले खड़े थे। लौट कर परिंदा वतन में, कहाँ है अपना घर देखता है।।
मुश्किलो में घिरा के खुद को,सुकून का मंजर देखता है। दिल भी कितना पागल है,ख्वाबो में घर देखता है।। दुनिया इतनी हसीं भी नही, जो तेरी नजरो में बसी है। यहाँ आदमी को आदमी लिए, खून-ऐ-खंजर देखता है।। पेड़ सारे कट गये घोसले जो, संभाले खड़े थे। लौट कर परिंदा वतन में, कहाँ है अपना घर देखता है।।
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कई बार स्री होना भी मुश्किल की बात लगती है। कितनी जरूरतों को, कितने शौकों को, कितनी उमीदों को बस इस लिए छोड़ना होता है कि लोग क्या कहेंगे। हमारी परवरिश ऐसे नही हुई है। ये, ये हमारे संस्कार नही है। हम जिस कुल खानदान से है, वहाँ ये सब नही होता, ना होगा। कई बार खुद को हारना पड़ता है। कई बार खुद को संभालना पड़ता है। उस परिस्थिति से जिसमें अपने आप को खुद पहुचाया है। अपनी मर्जी से,पर फिर भी संभालना पड़ता है। क्योंकी स्रीयो के लिए गये फैसलों बस उन तक सीमित नही होते। पर होने चाहिए, कुछ चीजें बस उनके हक में होनी चाहिए। कुछ एक बाते जो वो अपने लिए सोचती है। बिना डरे, बिना सोचे, उन्हें बस कर लेना चाहिए । कभी तो हमारी जिंदगी बस हमारी हो, कभी तो हमारे फैसलो का असर बस हम पर हो, कभी तो ये डर खत्म हो की हमारे फैसले दुसरो के लिए नही, हमारे लिए ही है। बस हमारे लिए............ #शिवानी_सोलंकी_चौहान ©💖 #ShivaniHiya 💖
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कई बार मन समझने वाले भी, मोन नही समझ पाते। #शिवानी_सोलंकी_चौहान ©💖 #ShivaniHiya 💖 कई बार मन समझने वाले भी, मोन नही समझ पाते। #शिवानी_सोलंकी_चौहान
कई बार मन समझने वाले भी, मोन नही समझ पाते। #शिवानी_सोलंकी_चौहान
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