Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best yqchildhood Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best yqchildhood Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos about

  • 18 Followers
  • 33 Stories

Chanchal Jaiswal

आंखों में चंचल श्यामधनी
हिय की थाती हरिनाम धनी
सिर मोरपंख, किंकिणी मणि
मुरली परसे मुस्कान धनी
कटि बंधी सुहानी कमरधनी
पग नूपुर रुनझुन ढनी मनी
गल बैजन्ती बनमालधनी
माथे तिलक मरालधनी
गोधन रसधन छविमालधनी
बोले शबद रसाल धनी
अंगना खेले नंदलालधनी
सुनीति प्रीति रंगराग धनी
नयननु सनेह अनुराग धनी
दर्शन पाए बड़भाग धनी
 #toyou #जैकन्हैयालालकी #राधे_राधे #yqlove #yqchildhood #yqplaymates #yqkrishna❤️❤️

Chanchal Jaiswal

সুপ্রভাত বন্ধুরা, আজ আমার সাথে #Collab করে সম্পূর্ণ করো এই লেখাটি। #হাসতেহাসতেপেরিয়েএলাম #yqdada #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Dada #ToYou #thammi #yqchildhood #yqlove

read more
মনে হয়েছে দিন ছোটো বেলার
উঠলো ছবি নানা বরণ
মনে সেই চাঁদের লগন
ডাকতে ডাকতে লাপাছিলাম
সারা সারা দিন বাইরে ঘুরে ফিরেছিলাম
নদী তীরে কতো ফুলের সঙ্গে 
কথা বা করেছিলাম
সাবন এসে খুঁজে আমায়
ঠাম্মীর ধরে লুকেছিলাম
এখন সব মনে করে
হাসতে হাসতে পড়েগেলাম সুপ্রভাত বন্ধুরা,
 
আজ আমার সাথে #collab করে সম্পূর্ণ করো এই লেখাটি।

#হাসতেহাসতেপেরিয়েএলাম
#yqdada #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Dada #toyou #thammi #yqchildhood #yqlove

Chanchal Jaiswal

मोना! तुम्हें भी याद है ना
वो बचपन का पहला खिलौना
हां! वही झुनझुना...
सहज सुंदर मधुर सबका अपना
जिसे हृदय जानता था गुनना
और हर बात से अलग होकर सुनना
धुन चंचल सी अपने मन की
तुम्हारे पास भी था ना...
थे ना वो प्यारे प्यारे अपने 
जो चाहते थे तुम्हें हंसाना
खिलाना! और तुम्हारी हंसी पर झूमना
तुम्हारे लिए गाना...बन जाना हाथी घोड़ा
और तुम्हारे पीछे पीछे आंगन बारजा दौड़ना
कितनी चहल पहल थी याद है ना...
पर अब ये मौन...ये चुप्पी गढ़ गया कौन
बोलो ना! देखो मन के किसी कोने में
धूमिल सही पड़ा होगा तुम्हारा प्रिय झुनझुना
सच मानो! उठाओ और बजा दो
जगा दो वो सारा पुचकार मनुहार
उन प्रीति पुलक क्षणों की करो सम्हार
समय संघर्ष का है कठिन है
सरल हो जाएगा...बात मानो तो
शुरू कर दो अपने मन की धुन पर हंसना
बजने दो वही बचपन वाला झुनझुना
आसान हो जाएगा चलना, अकेले चलना
साथ समय के... समय के पार!
तैयार हो! तो चलो ना
 #toyou #yqchildhood #yqtoys #yqyouandme #yqloveforlife #yqtunes #yqheart

Simant Sharma

अपने शहर में चलो फिर से, इक नयी शुरुआत करते हैं,
पुरानी गलियों में, बचपन की फिर कोई बात करते हैं !!  फिर से इक बार! 😎

#अनकहेअल्फ़ाज़ #yqdidi #yqhindi #yqhindiquotes
#yqjaipur #yqdiary #yqchildhood

Aditi mannulalji Agrawal

बच्चे कोई गुल्लक नहीँ होते
जिसमे आप आज पैसे जमा करोगे
तो कल वो आपके काम आएँगे।
ये तो हक़दार है आपके निस्वार्थ प्रेम के
बिना किसी अपेक्षा के।
इन पर अपेक्षाओं का बोझ मत डालिये।
(पैसा - सांकेतिक रूप में इस्तेमाल किया है।)
- अदिति अग्रवाल
            #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqaestheticthoughts #yqtales #yqhindi #yqchildhood

Vivek Sharma

" बड़े होने का जुनून नहीं,खौफ होना चाहिए,
शायद बच्चे इस शै की तब,कीमत समझ पाएं "... #बालदिवस #baaldiwas #childrensday #childhood #happychildrensday #yqchildhood #yqbaba #yqchildrensday

Vivek Sharma

" कोई कह तो दे के बचपना, बाकी है हममें,
यूं भी क्या बड़ा होना कि,दिल खुश ना रह सके "...
 #बालदिवस #baaldiwas #happychildrensday #childrensday #yqbaba #yqchildhood #yqhindi #yqdiary

Vivek Sharma

" हीरों को लुटाते आए, पत्थरों की तलाश में,
बचपन से जवानी का सफ़र,यूं मुकम्मिल हुआ "... #बालदिवस #childrensday #happychildrensday #yqchildrensday #yqchildhood #yqbaba #yqdidi #yqdiary

Vivek Sharma

" एक मन ये था कि फ़िक्र को, धुएं में उड़ा आऊं ,
पर मैं बच्चों के साथ , बुलबुले उड़ा आया ,
मुश्किलें अपनी जगह रही,
नई ताकत ज़रूर मिल गई "... #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqtales #yqhindi #yqthoughts #yqchildhood #yqpoetry

Ashish Kanchan

बचपन में गर्मियों की छुट्टियों में अपने नाना के यहाँ जाते थे। वहाँ साल में दो बार नुमाइश लगती थी, जिसे हमारे नाना निमास बोलते थे। निमास में जाना अपने आप में एक त्यौहार था और वहीं से जुड़ी हैं कच्चे इश्क़ की यादें। ऐसी ही एक शाम की दिली कहानी है - "निमास की वो एक शाम" #yqdidi #yqlove #yqchildhood #yqlife #yqstory #yqshayari

read more
निमास की वो एक शाम

हाल-फिलहाल में ना बात हुई, हुए थे अरसे उसका ज़िक्र होके
गुज़रे थे कभी एक अंजान कस्बे से, जब हम कुछ बेफ़िक्र होके
घुप्प अँधेरे में चमचमाते दिख रहे थे झूले, लिए हज़ारों बल्ब की लटें
निमास लगी थी वहाँ, जो खींच लायी उस कच्चे इश्क़ की सलवटें
वक़्त से हटी धूल तो वो मिला, जो दिल था कहीं पीछे भूल आया
ज़ुल्फ़ें गिराके एक तरफ़ वो चेहरा, फिर इन रातों को करने वसूल आया
शुरु हुई थी कहानी ऐसी ही एक शाम, जब हाथ से फिसली कुल्फ़ी ज़मीन में जा धंसी थी
पास खड़े अपने नाना के साथ, वो इस हादसे पे बड़ी बेदर्द होके हंसी थी
कमज़ोर दिल न थे, पर चौंका गया बगल की दुकान पे छर्रे वाली बंदूक का धमाका
और उसपे बड़ी बेइज़्ज़ती से चुभा, भरे बाज़ार गूँजता वो उसका ठहाका
चेहरे पे नज़र पड़ी तो, कुल्फ़ी से भी ठंडी जिस्म में एक सिहरन दौड़ी थी
मोहल्ले की अपनी मेघा थी वो, जिसकी एक झलक को कभी कई शामें निचोड़ी थीं
नाना से कहके एक और कुल्फ़ी ख़रीदे, उसके कदम पास आके जब कुछ रुके
2 रुपये की कुल्फ़ी वाली, ये बेशक़ीमती हरक़त देख हम तो थे कबके बिक चुके
फिर क्या, बाकी शाम रही साथ गुब्बारों का पीछा करते, गुड़िया के बाल खाते
कभी वो डरे जो किसी झूले की ऊँचाई से, तो आगे बढ़ बहादुरी की शेख़ी बघारते
जज़्बातों को टटोला भी ना था, ना की तैयारी कैसे शुरू करेंगे पढ़ना इश्क़ की क़िताब
ख़्वाबों में भी ना सोचा जो, अकेले निमास घूमने का वो फ़ैसला हुआ इतना क़ामयाब। बचपन में गर्मियों की छुट्टियों में अपने नाना के यहाँ जाते थे। वहाँ साल में दो बार नुमाइश लगती थी, जिसे हमारे नाना निमास बोलते थे। निमास में जाना अपने आप में एक त्यौहार था और वहीं से जुड़ी हैं कच्चे इश्क़ की यादें। ऐसी ही एक शाम की दिली कहानी है - "निमास की वो एक शाम"

#yqdidi #yqlove #yqchildhood #yqlife #yqstory #yqshayari
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile