Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best पलाश Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best पलाश Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutपलाश के फूल, पलाश का फूल, पलाश का पेड़, पलाश का पत्ता, पलाश पर कविता,

  • 12 Followers
  • 41 Stories

बेजुबान शायर shivkumar

#mahashivaratri #Maha_shivratri 🦋❤️ महादेव की शादी ❤️🦋 हम फूल #पलाश#गुलाब के चुन चुन के लाएंगे ,

read more

alka mishra

#पलाश

read more

Amit Singhal "Aseemit"

Insprational Qoute

गजल(हजज़) 1222×4 मुफ़ाईलुन निकल पड़ते है राही मंजिलों की तलाशो में, गिनती जीवंत में होती न गीने जाते लाशों में, ठहरते ये नही जुनुन इनमें फ़ौलादी भरा होता, ये उन से अलग है जो जीवन बिताते अय्याशों में,

read more
गजल(हजज़)
1222×4   मुफ़ाईलुन 

निकल पड़ते  है  राही  मंजिलों  की  तलाशो  में,
गिनती जीवंत में होती  न  गीने  जाते  लाशों  में,

ठहरते ये नही जुनुन  इनमें  फ़ौलादी  भरा होता,
ये उन से अलग है जो जीवन बिताते अय्याशों में,

अँधेरे  के  उजालों  का  रहस्यमयी  पथ  खोजते,
फिर  चर्चे  हो अप्रत्याशित गगनचुंबी अकाशों में,

अनवरत    हो  सजगतापूर्वकता   से   खोये  रहते,
जुनूनी आग  दहक  रही  होती  इनकी  श्वासों  में,

मरुभूमि से भी कलियों का खिल जाना निश्चित है,
बनाये  रख  महक जैसे  बरक़रार सम पलाशों  में। गजल(हजज़)
1222×4   मुफ़ाईलुन 

निकल पड़ते  है  राही  मंजिलों  की  तलाशो   में,
गिनती जीवंत में होती  न  गीने  जाते  लाशों   में,

ठहरते ये  नही  जुनुन  इनमें  फ़ौलादी  भरा होता,
ये उन से अलग है जो जीवन बिताते  अय्याशों  में,

Anupama Jha

पलाश के फूल से हो गए हैं शब्द निकलते हैं फूटती हैं उनसे संवेदनायें कपास सी हल्की,फुल्की फिर भावनाओं के आँधी में उड़ती हैं

read more
पलाश के फूल से 
हो गए हैं शब्द!
निकलते हैं,
फूटती हैं उनसे संवेदनायें,
कपास सी,
हल्की,फुल्की
फिर भावनाओं के
आँधी में उड़ती हैं,
भटकती हैं दिशा हीन...
©अनुपमा झा
(पूरी कविता अनुशीर्षक में)





 पलाश के फूल से 
हो गए हैं शब्द
निकलते हैं
फूटती हैं उनसे संवेदनायें
कपास सी
हल्की,फुल्की
फिर भावनाओं के
आँधी में उड़ती हैं

Swarima Tewari

मेरे तुम्हारे बीच बहुत सारे शहर उगे हैं इन शहरों में लोग मकान में नहीं रहते वो मंडराते हैं हम दोनों के चारों ओर समाज, नियम, ज़िम्मेदारियों, सही-गलत, चार लोग के रूप में

read more
जंगल की आग "पलाश"..
(Full in caption) मेरे तुम्हारे बीच 
बहुत सारे शहर उगे हैं
इन शहरों में लोग 
मकान में नहीं रहते
वो मंडराते हैं 
हम दोनों के चारों ओर
समाज, नियम, ज़िम्मेदारियों, 
सही-गलत, चार लोग के रूप में

BANDHETIYA OFFICIAL

#पलाश वाली उदासीनी।

read more
हम जो रिश्तों में खटास रखना नहीं चाहते,
रिश्ते में वो हैं , जो मिठास रखना नहीं चाहते।
कभी लगता है, दरमियां रख दें उदासीनी खूब,
उदासी वो, नैन  पलास रखना नहीं चाहते।

©BANDHETIYA OFFICIAL #पलाश वाली उदासीनी।

alka mishra

कृष्णा

#पलाश...✍️🎶 #flowers

read more
पलाश ही पलाश खिले होंगे
आकाश में बसंत देखोगे
इनके रंगों में इतना खो जाएंगे
फिर अपनी तलाश में निकलेंगे

©Krishna
  #पलाश...✍️🎶

#flowers

कृष्णा

#पलाश...✍️🎶 #flowers

read more
पलाश ही पलाश खिले होंगे
आकाश में बसंत देखोगे
इनके रंगों में थोड़ा खो जाएं
फिर अपनी तलाश में निकलेंगे

©Krishna #पलाश...✍️🎶

#flowers
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile