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Insprational Qoute
आजार ए इश्क़ ऐसा लग जायेगा,फिर मात्र एक दीद को तरस जायेगी निगाहें तेरी, जो आज मेरा वजूद तुझे खल रहा,फिर एक दिन होगी तुझे अपरिहार्यता मेरी, बसाये बैठे हो जो दिल मे जो यूँ ही अनजान अजनबी सा एक शख्स, कर दिया जान ए बिस्मिल मुझे फिर भी मेरे नैनो के दर्पण में तेरा ही अक्स। Read caption carefully समय सीमा:- कल सुबह 8 बजे तक। इसके नियम निम्नलिखित हैं : *4 पंक्तियों में रचना लिखे। *कविता देवनागरी लिपि में होनी चाहिए |
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तेरी.....ये हसीन जुल्फे तेरी एक दीद को ऐसे तरसाये, झांकूँ.....जो दिल के दरीचे से एक तू ही तू नजर आये, मयखाने में जाम मय्यसर है,,,,बस तेरी ही एक कमी है, आ जाओ बन मोहसिन मेरी जान,तू ही मेरी सरजमीं है। Read caption carefully.. समय सीमा:- कल सुबह 8 बजे तक इसके नियम निम्नलिखित हैं : * 4 पंक्ति में लिखे। *कविता देवनागरी लिपि में होनी चाहिए |
Read caption carefully.. समय सीमा:- कल सुबह 8 बजे तक इसके नियम निम्नलिखित हैं : * 4 पंक्ति में लिखे। *कविता देवनागरी लिपि में होनी चाहिए |
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देख ये घना कोहरा,दिल सरहद पर वीर को नमन कर आया, नमन है उस माँ को जिसने छाती से दुग्ध में साहस पिलाया। कृप्या read caption carefully समय:- आज शाम 4 बजे तक इसके नियम निम्नलिखित हैं : *2 पंक्ति में लिखे। *कविता देवनागरी लिपि में होनी चाहिए |
कृप्या read caption carefully समय:- आज शाम 4 बजे तक इसके नियम निम्नलिखित हैं : *2 पंक्ति में लिखे। *कविता देवनागरी लिपि में होनी चाहिए |
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नवरोज़ ही त्योहारों की उमंग हो,घर घर तिल गुड़ की मिठास हो, रूठे न कोई अपनो से दूर हो गिले शिकवे, हर कोई यहाँ ख़ास हो, दिल खुशियों की पतंग हो जाये,हर आँगन में हर्ष की बरसात हो, आप सभी को मकर सक्रांति के पावन पर्व की हार्दिक सौगात हो। रचना लिखने से पहले caption पढ़ ले। रचना लिखने का समय कल सुबह 8 बजे तक है। इसके नियम निम्नलिखित हैं : *4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखे। *कविता देवनागरी लिपि में होनी चाहिए |
रचना लिखने से पहले caption पढ़ ले। रचना लिखने का समय कल सुबह 8 बजे तक है। इसके नियम निम्नलिखित हैं : *4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखे। *कविता देवनागरी लिपि में होनी चाहिए |
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खुद की निगाह में निकृष्ट हुई,उड़ गए मेरे आजाद परिंदे, बेगुनाह को सजा ए मौत मिली,अमानव थे वो वहसी दरिंदे, चाह थी उनमोदित हो उन्मुक्त गगन की असीमित सैर करना, अस्मत तार तार किया तब शुरू हुई खुद में वो जहर भरना , आज भी भर न पाया उसका ज़ख्म वो असहनशील सा दर्द, बिलख खुद ही खामोश हो जाती,कोई न बना उसका हमदर्द, न जाने ये जिस्मों का खेल कब ख़त्म होगा,शायद कभी नही, बदला है वक्त,बदला है जमाना,पर उन भेड़ियों की सोच नही, सुन!!!!!!!ये जोश तेरी जवानी का पल में राख कर सकती हूँ, आई जो दुर्गा रूप में मैं सकल सृष्टि को कालग्रास बना सकती हूँ। रचना लिखने से पहले caption को ध्यान से पढ़ ले। कल सुबह 8 बजे तक लिखी गयी रचना ही मान्य होगी। इसके नियम निम्नलिखित हैं : * ऊपर तश्वीर पर दी गई शीर्षक पे एक छोटी सी कविता लिखे।
रचना लिखने से पहले caption को ध्यान से पढ़ ले। कल सुबह 8 बजे तक लिखी गयी रचना ही मान्य होगी। इसके नियम निम्नलिखित हैं : * ऊपर तश्वीर पर दी गई शीर्षक पे एक छोटी सी कविता लिखे।
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उन्माद ******** हृदय मन मे मेरे तीक्ष्ण उन्माद समाया है, कोई नही यहाँ आज वक्त ने बताया है, सबके दो चेहरे समय पर बदल लेते है, उसका काम आने पर सब समझ आया है। कृप्या रचना लिखने से पहले caption पढ़ ले। 👉रचना लिखने का समय कल सुबह 8 बजे तक ही है। 8 बजे के बाद लिखी रचना मान्य नहीं होगी। इसके नियम निम्लिखित है। 👉इस तश्वीर को देख कर कौन सी शीर्षक आपके दिमाग में आती है बस वहीं आपको अपनी रचना के जरिये हमें बताना है ।
कृप्या रचना लिखने से पहले caption पढ़ ले। 👉रचना लिखने का समय कल सुबह 8 बजे तक ही है। 8 बजे के बाद लिखी रचना मान्य नहीं होगी। इसके नियम निम्लिखित है। 👉इस तश्वीर को देख कर कौन सी शीर्षक आपके दिमाग में आती है बस वहीं आपको अपनी रचना के जरिये हमें बताना है ।
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पाकर तुझे बजने लगे अनवरत ही श्वासो के तार, न हो जब तुम पास तो ये दिल रोता है जार जार, अजर अमर जन्मोजन्म तक रहे ये गिटार वाला प्यार, न होना कभी हमसे जुदा ए हमनवां तुम्हें मान बैठे हम संसार कृप्या रचना लिखने से पहले caption ध्यान से पढ़ ले। इसके नियम निम्नलिखित हैं : * रचना लिखने का समय कल सुबह 8 बजे तक है उसके बाद लिखी रचना मान्य नहीं होगी। *रचना 4 पंक्तियों की ही होनी चाहिए।
कृप्या रचना लिखने से पहले caption ध्यान से पढ़ ले। इसके नियम निम्नलिखित हैं : * रचना लिखने का समय कल सुबह 8 बजे तक है उसके बाद लिखी रचना मान्य नहीं होगी। *रचना 4 पंक्तियों की ही होनी चाहिए।
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खुशियों के यादगार पल ***************** जहन से न निकल पायेंगे खुशियों के यादगार पल, बांधे रखते खुद को यादों से,याद आते फिर वो कल, वो अठखेलियाँ,वो खिलखिला कर तेरा मेरा हँसना, बची खामोशियो से पूछते,ख़ुद में जाते हम सम्भल, मूंद आँखों को एक पल में वो समा चला सा आता है, खो गहरी चेतना में कर आभास मन जाता फिर मचल, बन मेरे हमराही यूँ ही उम्रभर मेरे जीवन को महकाना, कभी न भरोसे के हाथ छोड़ना,तू बन जा मेरी मंजिल। कृप्या caption को ध्यान से पढ़कर ही रचना लिखे। 👉रचना के साथ साथ शीर्षक भी जरूर लिखे। 👉बिना शीर्षक रचना मान्य नहीं होगी। इसके नियम निम्नलिखित हैं : * रचना लिखने का समय कल सुबह 8 बजे तक है उसके बाद लिखी रचना मान्य नहीं होगी।
कृप्या caption को ध्यान से पढ़कर ही रचना लिखे। 👉रचना के साथ साथ शीर्षक भी जरूर लिखे। 👉बिना शीर्षक रचना मान्य नहीं होगी। इसके नियम निम्नलिखित हैं : * रचना लिखने का समय कल सुबह 8 बजे तक है उसके बाद लिखी रचना मान्य नहीं होगी।
read moreNeha Pathak
रूहें-इश्क़ दिल के दर्पण में तेरा चेहरा खिल गया! ओ यारा तू तो मेरी ही रूह में बदल गया। कृप्या रचना लिखने से पहले caption पढ़ ले। 👉रचना लिखने का समय कल सुबह 8 बजे तक ही है। 8 बजे के बाद लिखी रचना मान्य नहीं होगी। इसके नियम निम्लिखित है। 👉इस तश्वीर को देख कर कौन सी शीर्षक आपके दिमाग में आती है बस वहीं आपको अपनी रचना के जरिये हमें बताना है ।
कृप्या रचना लिखने से पहले caption पढ़ ले। 👉रचना लिखने का समय कल सुबह 8 बजे तक ही है। 8 बजे के बाद लिखी रचना मान्य नहीं होगी। इसके नियम निम्लिखित है। 👉इस तश्वीर को देख कर कौन सी शीर्षक आपके दिमाग में आती है बस वहीं आपको अपनी रचना के जरिये हमें बताना है ।
read moreNeha Pathak
*अगर तुम साथ हों* इस अंधेरे में भी रोशनी के दिए जल जायेंगें! तुम्हारे प्यार से ग़म भी खुशियों में बदल जायेंगें! कितनी भी तकलीफें हो, मिलकर हम सहेंगे! हर मुश्किल में हम तुम साथ निभाएंगे! अगर तुम साथ दो, ज़िंदगी की हर चुनौतियों में खरे उतर जायेंगे! साज़ श्रृंगार की कोई कमी न होगी, सज जाऊँगी मैं दुल्हन तुम्हारी बनकर! मुझे अब तुम्हारी यादें सता रही, हो सके तो आ जाओ वापस मेरी पहचान बनकर! साथ दो मेरा मेरे हमसफ़र बनकर! कृप्या caption को ध्यान से पढ़कर ही रचना लिखे। 👉रचना के साथ साथ शीर्षक भी जरूर लिखे। 👉बिना शीर्षक रचना मान्य नहीं होगी। इसके नियम निम्नलिखित हैं : * रचना लिखने का समय कल सुबह 8 बजे तक है उसके बाद लिखी रचना मान्य नहीं होगी।
कृप्या caption को ध्यान से पढ़कर ही रचना लिखे। 👉रचना के साथ साथ शीर्षक भी जरूर लिखे। 👉बिना शीर्षक रचना मान्य नहीं होगी। इसके नियम निम्नलिखित हैं : * रचना लिखने का समय कल सुबह 8 बजे तक है उसके बाद लिखी रचना मान्य नहीं होगी।
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