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Best इश्कसीखाना Shayari, Status, Quotes, Stories

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vishnu prabhakar singh

पवित्र पुष्प मैं पल्लवित करती हूँ, मैं तुमसे मोंगरे सा इश्क़ करती हूँ। #इश्क़मोगरेसा #मोगरेसाइश्क़ #मोगरेसाइश्क़मेरा

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मन यौवन में
प्रीत लभ्य में
रीत सभ्य में
चुभे मेरा अंग गर
चूम लेना मध्य
अंग उठेगा पुलक
अलभ्य नहीं सारा
गुलाब तुम्हारा। पवित्र पुष्प मैं पल्लवित करती हूँ,
मैं तुमसे मोंगरे सा इश्क़ करती हूँ।



#इश्क़मोगरेसा
#मोगरेसाइश्क़
#मोगरेसाइश्क़मेरा

vishnu prabhakar singh

मेरे बालों में ग़ज़रा तेरे हाथों से सजे ऐसी चाहत लिए बैठी हूँ , हाँ ..मैं तुमसे "मोगरे सा इश्क़" करती हूँ ।।❤️ ******************** हो जाए जो मुझसे कभी गलती कोई , बीच आ जाए हमारे नाराज़गी कोई , काट देना शाख़ मेरी तोड़ देना पत्ते मेरे,

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मेरे देशज रूप में 
रीति गझिन मेरा
हर डाल कलिका
प्रसार यौवन मेरा
पुष्पों का सहारा
गुलाब हूँ तुम्हारा। मेरे बालों में ग़ज़रा तेरे हाथों से सजे 
ऐसी चाहत लिए बैठी हूँ ,
हाँ ..मैं तुमसे "मोगरे सा इश्क़" करती हूँ ।।❤️
********************

हो जाए जो मुझसे कभी गलती कोई ,
बीच आ जाए हमारे नाराज़गी कोई ,
काट देना शाख़ मेरी तोड़ देना पत्ते मेरे,

vishnu prabhakar singh

नादानियों को भुला कर साथ दोगे ना मेरा मैं रात सी स्याह सही बनोगे ना तुम सवेरा एक तेरी पनाहों में महफ़ूज़ खुदको करती हूँ.. मैं तुम्हें चंदन सा इश्क करती हूँ #इश्क़मोगरेसा #मोगरेसाइश्क़मेरा #मोगरेवालाइश्क

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मुझे प्रतीक भर मत मानना
मैं सौगात भी हूँ
किताबों के बीच,मरता नहीं 
याद का झौंका हूँ
अपने रूप से बढ़कर आत्मा रखता हूँ
मैं तुमपे गुलाब सा सँवरता हूँ नादानियों को भुला कर साथ दोगे ना मेरा 
मैं रात सी स्याह सही बनोगे ना तुम सवेरा 
एक तेरी पनाहों में महफ़ूज़ खुदको करती हूँ.. 
मैं तुम्हें चंदन सा इश्क करती हूँ 

#इश्क़मोगरेसा 
#मोगरेसाइश्क़मेरा 
#मोगरेवालाइश्क

vishnu prabhakar singh

बून्द बून्द खुद मे तेरा महका सा इत्र भरती हूँ.. मैं तुझे चंदन सा इश्क करती हूँ.. #इश्कमोगरेसा #मोगरेसाइश्क़मेरा #मोगरेवालाइश्क #इश्कसीखाना #drsimple

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टहनियों के कंटक से परे
सत्व सकल अंगीकार करे
मूल भाव मुझमें,मेरा उद्धार करे
विदित हो यह बुलंदी
ऊँचा का आकार धरे
प्रेम पवित्र हो,श्वेत वर्ण कहे
सुर्ख जोड़े पर,भाव का गुच्छा
गले लगाना,ग्रहण करना
अंग अंग में गमकता जल रखता हूँ
मैं तुमपे गुलाब सा सँवरता हूँ।। बून्द बून्द खुद मे तेरा महका सा इत्र भरती हूँ.. 
मैं तुझे चंदन सा इश्क करती हूँ.. 

#इश्कमोगरेसा
#मोगरेसाइश्क़मेरा
#मोगरेवालाइश्क
#इश्कसीखाना
#drsimple

vishnu prabhakar singh

Imagine as if the person... Whom the Mongra is in love... He or she is passing near by mogra flower as if he or she is in a morning walk during this winter days... कल्पना ऐसी है कि सुबह के समय की वाॅक और मोंगरे के फूल... मोंगरे की भावनाएं ☺☺☺☺☺☺☺☺☺☺☺ #Morningvibes

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सुवास में शर्द चाह
तुहिन कण की आह
वायु की झकोर
देता प्राणतत्व है सारा
गुलाब तुम्हारा। Imagine as if the person... Whom the Mongra is in love...
He or she is passing near by mogra flower as if he or she is in a morning walk during this winter days...

कल्पना ऐसी है कि सुबह के समय की वाॅक
और मोंगरे के फूल... मोंगरे की भावनाएं
☺☺☺☺☺☺☺☺☺☺☺

#morningvibes

vishnu prabhakar singh

मासूम मुहब्बत मेरी तुमसे 'मोंगरे सा इश्क़' करती है। जरा जरा सादगी तेरी मुझमे चंदन भरती हैं.. #इश्क़मोगरेसा #मोगरेसाइश्क़मेरा

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दिवस के अनुरूप
मेरा स्वरूप
सरोकार का भूप,और
रंगों का मूक नजारा
गुलाब तुम्हारा। मासूम मुहब्बत मेरी तुमसे
'मोंगरे सा इश्क़' करती है।

जरा जरा सादगी तेरी 
मुझमे चंदन भरती हैं.. 

#इश्क़मोगरेसा 
#मोगरेसाइश्क़मेरा

vishnu prabhakar singh

तेरे ही ख्यालो में खुशबुओ सी बहती हूँ मैं.. हा तुझे चंदन सा इश्क करती हूँ मैं करते रहिए। सीखते रहिए। पढ़ते रहिए। इश्क़ मोगरे सा।

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एक पंखुड़ी सुर्ख सी
हृदय पर राज करती 
छुआ कभी कोमलता
साथी का आगाज करती
सुगंध से सौगन्ध तक
जीवन सँवारा है
यह गुलाब तुम्हारा है तेरे ही ख्यालो में खुशबुओ 
सी बहती हूँ मैं.. 
हा तुझे चंदन सा इश्क करती हूँ मैं 

करते रहिए।
सीखते रहिए।
पढ़ते रहिए।
इश्क़ मोगरे सा।

vishnu prabhakar singh

मन की उमस को स्निग्ध शीतल करती हूँ मैं हाँ बेसाख्ता तुम्हें चंदन सा इश्क करती हूँ मैं.. ☺☺☺☺☺☺☺☺☺ करते रहिए। पढ़ते रहिए।

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मन रंजन रुधिर
अरुणता प्रेम पंखुड़ियाँ
हरित करुणा की जड़ों से
सौगात ही पल्लवित हूँ मैं
गुलाब हूँ तुम्हारा मन की उमस को 
स्निग्ध शीतल करती हूँ मैं 
हाँ बेसाख्ता तुम्हें 
चंदन सा इश्क करती हूँ मैं.. 
☺☺☺☺☺☺☺☺☺

करते रहिए।
पढ़ते रहिए।


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