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Best कृषि Shayari, Status, Quotes, Stories

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दूध नाथ वरुण

Ram Yadav

जंगलों को खेतों ने रौंदा
खेतों को शहरों ने,
इमारतों ने,
सड़कों ने,
पुलों ने
जहरीले नालों ने 
।।।।।।।।

दौलत की भूंख ने
इंसानियत को रौंदा
संस्कृति को रौंदा
प्रकृति को रौंदा 
।।।।।।।।।

देखते हैं
कब तक 
पेट, पानी, हवा मिल रही है
..........
एक दिन सब चीजें वापस करेगा इंसान 
।।।।।।।।।।।।।

हरि ॐ
03.12.2023

©Ram Yadav #अध्यात्म #भारत #पर्यावरण #कृषि #राजनीति #जंगल

Ram Yadav

ऐसी ही रात थी,,,
सपनों में डूबी
हल्की सर्द ओढ़े 
गुलाबी नींदें।।।।।।।

एक ज़हर हवा में घूमा..
सांस खींचते शरीर
बिछते चले गए।।।।।।

एक कौम राक्षसों की हमेशा रहेगी.......
पैसे से सब खरीद लेंगे
न्याय हो या राजनीति।।।।।।।

यूनियन कार्बाइड ने नाम ही तो बदला...
डाऊ और डुपोंट आज भी जहर बेच रहे हैं।।।।।

😌
हजारों गरीब और एक अमीर की लाश में फर्क होता है
😌

भोपाल गैस कांड
02-03.12.1984

😔हरि ॐ😔

©Ram Yadav #अध्यात्म #पर्यावरण #भारत #राजनीति #कृषि

Kaushal Kumar

#कृषि और कृषक

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ये फसल जो दिख रही है दूर तक फैली हुई।
ये  किसी  के जिंदगी का एक ही आधार है।।
रोज  थाली  में  तुम्हारी आ रहीं जो रोटियाँ।
ये फसल उन रोटियों का एक ही आसार है।।

नीतियाँ तुम क्या बनाओगे वहाँ पर बैठकर।
कौन सी है नीति जो कीमत इन्हें दे पाएगी।।
देश  मे  होता  रहा  है  और फिर होगा वही।
अन्नदाता  को दया की भीख दे दी जाएगी।।

आधुनिकता ने किया बाज़ार भी कुछ इस तरह।
अब  सभी  धनवान  ग्राहक  मॉल के हैं धूम में।।
हो रहा क्रय और विक्रय अब शहर में इस तरह।
सब्जियाँ  फुटपाथ  पर, जूते  बिकें शो रूम में।।

था सुना हमने कभी, भारत है बसता गाँव में।
और गांवों की फ़क़त खेती से ही पहचान है।।
हर कोई अब चाहता रोटी मिले बस छाँव में।
पर कृषि के उन्नयन पर क्या किसी का ध्यान है?
                                                                   ............... ........कौशल तिवारी


.

©Kaushal Kumar #कृषि और कृषक

Mr. Vijay

#कृषि विभाग

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Rohit singh

       #कृषि #किसान #किसानआंदोलन #former #hindi #yourquote  #रोhitsingh #painkiller

Divyanshu Pathak

💠🌼☕☕🍁☕🙏🙏🌼💠 Good evening ji ☕☕🌼💠 रविवार को केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र तोमर ने कलोल (गुजरात) में कहा कि कृषि उत्पादन भी बढ़ाना है,लागत भी घटानी है और सन् 2022 तक किसानों की आय भी दुगुनी करनी है। इफको के संयंत्र में नैनो प्रौद्योगिकी से तैयार किए गए

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विज्ञान का ताण्डव 3

जीवन की अजीब विसंगति तो देखिए!
एक ओर स्वास्थ्य सेवाओं के जरिए
व्यक्ति की औसत आयु बढ़ाने के प्रयासों ने
आयु को 25-30 साल तक बढ़ा दिया।
दूसरी ओर यही कारण
जनसंख्या वृद्धि का हेतु बन गया।
परिवार नियोजन का नया नारा चल पड़ा।
अब परिवार नियोजन की दवाओं के भी
भयंकर परिणाम सामने आने लगे हैं। 💠🌼☕☕🍁☕🙏🙏🌼💠
Good evening ji ☕☕🌼💠
रविवार को केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री
नरेन्द्र तोमर ने कलोल (गुजरात) में
कहा कि
कृषि उत्पादन भी बढ़ाना है,लागत भी घटानी है और
सन् 2022 तक किसानों की आय भी दुगुनी करनी है।
इफको के संयंत्र में नैनो प्रौद्योगिकी से तैयार किए गए

Divyanshu Pathak

असाध्य रोगों के दो ही कारण होते हैं। एक विषैला अन्न और विषैले विचार। वैसे तो विचार भी अन्न पर ही निर्भर है। जैसा खावे अन्न, वैसा होवे मन। अन्न को ब्रह्म कहा जाता है । विषहीन अन्न लुप्त प्राय: हो चुका है। विकास के दो बड़े यमदूत-रासायनिक खाद और प्रभावी कीटनाशक -हर रोज दरवाजे पर दस्तक देते दिखाई पड़ रहे हैं। यही वह क्षेत्र है जहां से नहरी सिंचाई,बांध परियोजनाएं और विकसित खेती की मशाल आगे बढ़ी थी।

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विज्ञान का ताण्डव - 2


आज विकास के जिस दौर से हम (विश्व) गुजर रहे हैं,
वहां किसी युद्ध विराम को सफलता नहीं मिलेगी।
न कोई मानवता के इस ह्रास को रोक पाएगा
धन भी मिट्टी दिखाई दे जाएगा।
विष और संहार के एक ही देव हैं-शिव।
आने वाला काल इनके ताण्डव का साक्षी होगा। असाध्य रोगों के दो ही कारण होते हैं।
एक विषैला अन्न और विषैले विचार।
वैसे तो विचार भी अन्न पर ही निर्भर है।
जैसा खावे अन्न, वैसा होवे मन। अन्न को ब्रह्म कहा जाता है ।
विषहीन अन्न लुप्त प्राय: हो चुका है।
विकास के दो बड़े यमदूत-रासायनिक खाद और प्रभावी कीटनाशक
-हर रोज दरवाजे पर दस्तक देते दिखाई पड़ रहे हैं।
यही वह क्षेत्र है जहां से नहरी सिंचाई,बांध परियोजनाएं और विकसित खेती की मशाल आगे बढ़ी थी।

Ek villain

#कृषि की किस्मत बदलेगी किसान ड्रोन Love

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किसान ड्रोन कृषि श्रमिकों पर निर्भर काम करेगा सरकार ने कई एजेंसियों को काम सौंपा है जो टर्न ओन खरीदेंगे और कीटनाशक उर्वरकों की सड़कों के लिए किसानों को किराए पर उपलब्ध कराएंगे जैसे चैप्टर इसके अलावा कृषि विस्तार केंद्र को किसान लोन के लिए ₹1000000 देने की घोषणा की गई है कृषि उत्पादक संगठनों को 75% अनुदान मिलेगा सरकार कृषि मशीनीकरण परमिशन के तहत ड्रोन खरीदने के लिए वित्तीय सहायता भी दी रही है ड्रोन के इस्तेमाल से सूचना प्रौद्योगिकी प्रबंधन का लक्ष्य हासिल होगा इस कीटनाशक का संतुलन का होगा और मानव स्वास्थ्य पर खतरा कीटनाशक का दुष्परिणाम नहीं पड़ेगा गन्ना जैसी लंबी फसलों के लिए आगे ड्रोन की विशेष उपयोगी साबित होंगे आगे चलकर बुवाई में ड्रोन का इस्तेमाल होने लगेगा द्वारा ट्रायल सफल 1 घंटे में 10 एकड़ क्षेत्र में कीटनाशक का छिड़काव किया जा सकता है कि फलों सब्जियों को कम से कम बाजार में लाने के लिए उच्च क्षमता वाले ड्रोन का इस्तेमाल कर सकते आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित ड्रोन के जरिए किसान अपनी फसल के लिए जरूरत होगी कोई स्टार्ट की एक नई संस्कृति शुरू हो चुकी है अभी इनकी संख्या 200 है जो आने वाले समय में हजारों में होगी और इससे बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा

©Ek villain #कृषि की किस्मत बदलेगी किसान ड्रोन

#Love

Ek villain

#कृषि उपज भंडार की हो व्यवस्था #proposeday

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संभावना जगदीश सहकारिता की पहल शीर्षक से लेखक अपने आलेख के जरिए कैप्टन का विक्रम सिंह के ग्राम अर्थव्यवस्था आधारित जन सहकारिता के पुनर्जीवन का जो मंत्र दिया है अब काबिले गौर है क्योंकि खेती किसान हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है भले ही किसी क्षेत्र के हिस्सेदारी जीडीपी में मात्र 16% के आसपास है लेकिन इस क्षेत्र में 40% लोग की भागीदारी है यह संख्या कोविड-19 गई थी इस बढ़ी हुई भागीदारी को हम प्रवचन बेरोजगार मान सकते हैं उन सब में यह भाव भरना अति आवश्यक है कि खेती किसानी कभी कोई घाटे का सौदा नहीं है बस जरूरत है बाजार की मांग और पर्यावरण अनुकूल तौर-तरीके अपनाने की खेती किसानी को लेकर राजनीति भी खूब होती है कि वोट बैंक के बड़े हिस्से का जुड़ाव इससे है ध्यान देने वाली बात है कि इसमें ज्यादा छोटे और सीमित किसान है की मंडी बड़े किसानों और आढ़तियों का शिकंजा है ऐसे में जब उन्होंने अपनी इस काल बचाने की बात होती है शोषण के शिकार होते हैं अगर उनके अपने पंचायत के गांव में किसी भंडार केंद्र होगा तब मन चाहे वक्त पर अपनी उपज बचा सकेंगे इसी तरह में किसानों को बढ़ती आहट के पास नहीं जाना होगा बल्कि अधिक किसानों के दरवाजे पर दस्तक देंगे प्रत्येक पंचायत में कृषि उपज भंडार तंत्र विकसित करने का यह सही वक्त है बिहार जैसे कुछ राज्यों में पैक संस्थाएं पुनर्जीवन हुई है मगर आधारभूत संरचना और जागरूकता के अभाव के कारण मजबूत समय में किसानों को इन में यथा उचित लाभ नहीं मिल पा रहा है सहकारिता के जरिए किसानों की आय बढ़ाने में बाधा इन अवरोधों को हटाना जाना चाहिए

©Ek villain #कृषि उपज भंडार की हो व्यवस्था

#proposeday
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