Find the Best मधुर Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutमधुर मधुर मेरे दीपक जल कविता का अर्थ, मधुर वाणी से लोकप्रियता, मधुरभाषी का हिंदी अर्थ, दिन का मधुर का चार्ट, दिन का मधुर चार्ट,
Shishir Rane
स्लोगन:-बेपरवाह बादशाह वह है जिसके जीवन में निर्मानता और अथॉरिटी का बैलेन्स हो। ©Shishir Rane #आज_का_शिव_निराकार_का#मधुर #स्लोगन#
#आज_का_शिव_निराकार_का#मधुर #स्लोगन#
read moreAzaad Pooran Singh Rajawat
अंधेरी रात का आसमान भी अच्छा लगता है चांद ना सही तो क्या सितारों का सौंदर्य भी सुहाना लगता है रात ना होती तो राहत ना होती सुकून भरी नींद ना होती मधुर मधुर स्वप्न ना होते दिन ना होता तो चाहत ना होती बिन चाहत के न कर्म होता, न प्रीत होती ©Azaad Pooran Singh Rajawat #मधुर मधुर स्वप्न ना होते#
#मधुर मधुर स्वप्न ना होते#
read moreShubham Bhardwaj
इस मधुर मिलन की बेला पर,वो शब्द कहाँ से लाऊँ मैं। किरन बनी जीवन की कलिका, यह सोच खड़ा मुस्काऊँ मैं।। जीवन पथ का एक मुसाफिर, हाथ बढ़ाकर माँग रहा है। तन्हा जीवन की पगडंडी पर,जीवन ज्योति निहार रहा है।। ©Shubham Bhardwaj #sparsh #इस #मधुर #मिलन #की #बेला #पर #वो #शब्द
Vivek
अपनत्व मधुर मौन प्रेम है अनंत दूर को भी आपके निकट ले आता है कुछ ऐसे ...!!! ©Vivek #अपनत्व #मधुर प्रेम
Vivek
मैं जब भी उससे शहर वाले प्यार को व्यक्त करता वो गाँव वाले प्यार का ज़िक्र करती सुबह का सुर्ख सूरज शाम को भी वैसा ही दिखता मन की रश्मियाँ रात को देह पर अपने कोमल स्पर्श से चांदनी में डूबे गाँव की व्याख्या करतीं मधुर से उस प्रेम की....!!! ©Vivek #मधुर प्रेम
#मधुर प्रेम
read morePradyumn awsthi
जीवन का सबसे मधुर,आनंददायक,यादगार और सबसे ज्यादा खुशी देने वाला समय - बचपन,बचपन की यादें और नानी दादी की वो मजेदार कहानियां जिनको सुनकर मन आनंद की मस्ती में झूम उठता था ©"pradyuman awasthi" #मधुर बाल्यावस्था
#मधुर बाल्यावस्था
read moreAnand Prakash Nautiyal tnautiyal
Poonam Ritu Sen
चुभन भरी दोपहरी में वो (माँ) मेरे लिए गरम रोटियाँ सेकतीं हैं पसीना बहाकर भी चेहरे में मधुर मुस्कान लिए मुझे खाना परोसती हैं #yqbaba #yqdidi #sweat #पसीना #गरम #रोटी #माँ #खाना #चेहरा #मधुर #मुस्कान
Satish Chandra
आई थी पनघट पर कल वो शर्म का दामन थाम नैन से नैन मिलाते रह गए हो गई भोर से सांझ, गगरी से छलकाती गई थी पानी का वो जाम मतवाली चाल पे हाय रे उसकी फिसल गई थी जान, नाक नथुनिया पहन ईठलाई पैजनियाँ कर गई काम गोरे गालों पे तिल जो देखा हो गया बस काम तमाम, कुछ न बोली, कुछ न समझी जैसे थी अंजान फिर भी कायल अपना वो कर गई दे मंद सी मधुर मुस्कान। #Shame #YQbaba Maiden entry for #quotathon Aniket Kale #FreakySatty
#Shame #yqbaba Maiden entry for #quotathon Aniket Kale #FreakySatty
read moreDeepak Kumar Katariya