Find the Best नारी_शक्ति Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutक्षमादान की शक्ति in english, हम को मन की शक्ति, स्पष्टता ही शक्ति है, नारी के सम्मान में शायरी, शक्ति अस्तित्व के एहसास की,
SK Singhania
मेरे हाथों में मेरा संसार है नवजीवन का आधार है क्यूं मैं ख़ुद को कम समझूं जबकि ममत्व ही मेरा संसार है #नारी_शक्ति #skg ©SK Singhania मेरे हाथों में मेरा संसार है नवजीवन का आधार है क्यूं मैं ख़ुद को कम समझूं
मेरे हाथों में मेरा संसार है नवजीवन का आधार है क्यूं मैं ख़ुद को कम समझूं
read moreSK Singhania
छोटी थी तो सिखाया मुझे चुप रहना बड़ी हुई तो सिखाया मुझे जुल्म सहना क्या यही है मेरी नियति?? #नारी_शक्ति #skg ©SK Singhania छोटी थी तो सिखाया मुझे चुप रहना बड़ी हुई तो सिखाया मुझे जुल्म सहना क्या यही है मेरी नियति?? #नारी_शक्ति 👇 #SKG
छोटी थी तो सिखाया मुझे चुप रहना बड़ी हुई तो सिखाया मुझे जुल्म सहना क्या यही है मेरी नियति?? #नारी_शक्ति 👇 #SKG
read moreशब्दवेडा किशोर
#नारीशक्ती.... अक्ल बाटने लगे जब हमारे भागविधाता तब वहाँ लंबी लगी थी कतारी सभी आदमी खड़े हुए थे पर कहीं नहीं थी नारी सभी नारियाँ कहाँ रह गई था सबको ये अचरज भारी पता चला ब्यूटी पार्लर मे पहुँच गई थी सारी मेकअप की थी गहन प्रक्रिया एक एक पर भारी बैठी थीं कुछ इंतजार में कब आएगी मेरी बारी तभी उधर विधाता ने पुरूषों में अक्ल बाँट दी सारी पार्लर से फुर्सत पाकर के जब पहुँची सब नारी बोर्ड लगा था स्टॉक ख़त्म हैं नहीं अक्ल अब बाकी रोने लगी सभी महिलाएं नींद खुली ब्रह्मा की पूछा कैसा शोर हो रहा ब्रह्मलोक के द्वारे पता चला कि स्टॉक अक्ल का पुरुष ले गए सारे ब्रह्मा जी ने कहा देवियों बहुत देर कर दी है जितनी भी थी अक्ल सभी वो पुरुषों में भर दी हैं लगी चीखने महिलाये ये कैसा न्याय तुम्हारा ? कुछ भी करो चाहिए हमको आधा भाग हमारा पुरुषो में शारीरिक बल हैं हम ठहरी अबलाएं थोड़ी सी तो अक्ल हमारे लिए हैं जरुरी निज रक्षा कर पाएं बहुत सोच दाढ़ी सहलाकर तब बोले ब्रह्मा जी इक वरदान तुम्हे देता हूँ हो जाओ अब राजी थोड़ी सी भी हँसी तुम्हारी रहे पुरुष पर भारी कितना भी वह अक्लमंद हो अक्ल जायेगी मारी एक बोली क्या नहीं जानते स्त्री कैसी होती हैं ? हंसने से ज्यादा महिलाये बिना बात पर भी बहुत ज्यादा रो पड़ती हैं ब्रह्मा बोले करना तुम यहीं कार्य तब जब जब पुरुष होने लगे तुमपर भारी बिन बात पर रोना यहीं तुम औरतों का काम सहज कर देगा औरयहीं रोना हीं तो नर की बुद्धि को हर लेगा इक बोली हमको ना रोना ना हसना आता झगड़े में हीं सिद्धहस्त आनंद हमे झगड़ा सबसे ज्यादा ही भाता हैं ब्रह्मा बोले चलो मान ली यह भी बात तुम्हारी घर में जब भी झगड़ा होगा उसमें होगी विजय तुम्हारी जग में अपनी अर्धांगिनी से जब कोई पति लड़ेगा पछताएगा सिर ठोकेगा आखिर वही झुकेगा ब्रह्मा बोले सुनो ध्यान से अंतिम वचन हमारा तीन शस्त्र अब तुम्हे दे दिए पूरा न्याय हमारा इन अचूक शस्त्रों में भी ज्यों मानव नहीं फंसेगा बड़ा विलक्षण जगतजयी ऐसा नर दुर्लभ होगा जब कहत कविराज शब्दभेदी किशोर तब सब बड़े ध्यान से सुन लो बात को हमारी कभी ज्यादातर ना उलझना तुम इन स्त्रीयों से क्योंकी बिना अक्ल के भी होती हैं हर नर पर यह आधी अक्ल मिली हुई नारी भारी @शब्दभेदी किशोर ©शब्दवेडा किशोर #नारी_शक्ति
Ambika Mallik
#नारी_शक्ति नारी को ही शक्ति का अवतार माना। फिर क्यों दुत्कारी जाती है अब तक नारी।। इस सृष्टि की जगधात्री है हर नारी । हवस की बलि क्यों चढ़ती है नारी।। नौ रुपों की माँ जगदम्बा तुम कहलायी । फिर क्यों नहीं सम्मानित होती घर घर नारी।। अर्धनारीश्वर कहलाती हो तुम ही नारी। क्यों अग्निपरीक्षा देती आई है हर नारी।। अपना अस्तित्व अब खुद ही बचाना होगा। धरकर चण्डिका का रुप आत्मरक्षा करना होगा।। वो द्वापरयुग था जब कृष्ण सखा बन आए थे। भरी सभा में द्रौपदी का लाज बचाए थे ।। अब हर पथ पर दुशासन है नज़र बिछाए। कर दमन उसे जीवन पथ पर दृढ़ हो, अब बढ़ना होगा।। अम्बिका मल्लिक ✍️ ©Ambika Mallik #नारी_शक्ति poonam atrey Geeta Sharma Mili Saha Poonam Awasthi Mohan raj
#नारी_शक्ति poonam atrey Geeta Sharma Mili Saha Poonam Awasthi Mohan raj
read moreSandhya Rani Das
हां मैं नारी हूं मैं कुछ भी कर सकती हूं।। चांद पे जा कर अपना नाम रोशन कर सकती हूं।। हां मैं नारी हूं।। मैं अबला नहीं ना ही किसी के हाथ के कठपुतली हूं।। मैं स्वतंत्र, मैं शाक्तिशाली , मैं देवी हूं।। मेरी अंदर संसार को जन्म देती हूं मुझे दुबला लाचार ना समझ ना मैं ही लक्ष्मी, दुर्गा और काली हूं।। हां मैं नारी हूं।। मैं कोमल की मूर्ति मैं प्रेममयी कल्याणी हूं, मेरी रूप है अनेक कभी मां, बहन, कन्या और स्त्री हूं, हां मैं नारी हूं।। ©Sandhya Rani Das #मेरा_अनुभव #नारी_शक्ति #नारीशक्ति_नमस्तुते
#मेरा_अनुभव #नारी_शक्ति #नारीशक्ति_नमस्तुते
read moreबेजुबान शायर shivkumar
सृष्टि नियंता, जग निर्मात्री, कण-कण पोषिता नारी हूँ, हाँ मैं औरत, जग कल्याणी हूँ। सृष्टि रचयिता सृष्टि पालक सृष्टि संचालक की वामाग्नि हूँ, प्रकृति मैं, शक्ति भी मैं, मैं ही जग कि तारिणी हूँ। पीर-फकीर राजे-रंक मेरी कोख से जाए हैं रब के बाद धरा पर सबने रुप मुझसे ही पाये हैं। फिर भी हर युग में मुझे ताड़ना ही मिली, बनी संगिनी वन-वन भटकी, फिर महल से निकाली भी गयी मैं। जब-जब विपदा आन पड़ी सबपर सब मेरी शरण ही आये हैं शत्रु का संहार हो या अहम किसी का तोड़ना स्वं प्रभु ने ध्यान धर मुझे ही ध्याये हैं। अब भी सर्वशक्तिमना होकर भी ताड़ित होती हूँ, धर्म,कर्म,कर्तव्य पूर्ण कर भी प्रताड़ित हूँ मैं। रिश्तों की मर्यादा तोड़ ,स्वं मर्द गली,मौहल्ले,घर- बाजार, रौंद के अस्मत मेरी करता , मेरे ही जिस्म का व्यापार। धरा नापती, पाताल खोजती, नभ संचरण भी करती हूँ, धर्माधिकारिणी , सत्ताधारिणी भी मैं हूँ, हाँ मैं नारी हूँ, आज भी अस्तित्व अपना खोजती हूँ मैं। ©Shivkumar #कविताहिन्दी #नारी #नारी_सम्मान #नारी_शक्ति #हाँमैंहीनारी #नारीशक्ति #Nojoto
Insprational Qoute
हे!नारी तेरे जीवन की बगिया है बड़ी प्यारी,तू पूज्य है, तू अतुलनीय है,तू जग में न्यारी, तेरे हृदय के स्पंदन में जग का मोह है बसा,कर तेरे हृदय को आहत यह जग बैरी हँसा, भुला अपना अधिकार,दिया असीम प्यार,तू स्नेह की अविरल धार,तेरी महिमा अपरम्पार, बन काली, रणचण्डी, अपमान का बदला भी तूने क्या नितान्त लिया, तेरी शक्ति का कोई भेद नही,पवित्रता हेतु अग्नि परीक्षा तक दे दिया, कभी पुत्री,कभी ममतामयी माँ,कभी अर्धनगिनी बन गई तुम सिया, मानवता ने हमें सिखाया, नारी का सम्मान जग में सबसे बड़ा बताया, यहीं हैं विश्वजगजन्नी, सुंदरता की मूरत तुझे ही सब ने हैं जग में पाया, शिव ,राम हो या कृष्ण सभी ने नारी का हर युग युग मे गुणगान किया, नारी शक्ति,नारी भक्ति,जीत गया जग में जिसने नारी का सम्मान किया। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫प्रतिस्पर्धा में भाग लें "मेरी रचना✍️ मेरे विचार"🙇 के साथ.. 🥇"मेरी रचना मेरे विचार" आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों का प्रतियोगिता:-०५ में हार्दिक स्वागत करता है..💐🙏🙏💐 🥈आप सभी ८ से १० पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। विजेता का चयन हमारे चयनकर्ताओं द्वारा नियम एवं शर्तों के अनुसार किया जाएगा।
📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫प्रतिस्पर्धा में भाग लें "मेरी रचना✍️ मेरे विचार"🙇 के साथ.. 🥇"मेरी रचना मेरे विचार" आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों का प्रतियोगिता:-०५ में हार्दिक स्वागत करता है..💐🙏🙏💐 🥈आप सभी ८ से १० पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। विजेता का चयन हमारे चयनकर्ताओं द्वारा नियम एवं शर्तों के अनुसार किया जाएगा।
read moreHat_wL Srj
Today is dedicate to : A women A girl A mother A daughter A wife #Happy Women's Day 👩🎓👩⚕️👩🏫👩⚖👩🌾 👩🏭👩🔧👩💼👩🔬👩💻👩🎤👩✈️👩🚒 #happywomensday #नारी_शक्ति #सrojj #सrojjh
#happywomensDay #नारी_शक्ति #सrojj #सrojjH
read moreDR. SANJU TRIPATHI
नारी शक्ति का करो सदा सम्मान, नारी है जग में सबसे महान। हर तकलीफ को हंसकर सहती, रखती सदा चेहरे पर मुस्कान। वात्सल्य से भरी ममता की मूरत, नारी धरा पर सबसे खूबसूरत। अद्वितीय, अप्रतिम ईश्वर की अद्भुत कृति, सहनशीलता की मूरत। जिम्मेदारियां उठाती, सारे फर्ज निभाती, हर रूप को बखूबी दर्शाती। मां, बेटी, बहन और कभी पत्नी बनकर, सदा सब पर प्रेम बरसाती। नारी ही शक्ति, नारी ही भक्ति, नारी ही जग के सृजन का आधार है। नारी बिन सब सूना है जग में, नारी से ही खुशियों का सारा संसार है। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫प्रतिस्पर्धा में भाग लें "मेरी रचना✍️ मेरे विचार"🙇 के साथ.. 🥇"मेरी रचना मेरे विचार" आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों का प्रतियोगिता:-०५ में हार्दिक स्वागत करता है..💐🙏🙏💐 🥈आप सभी ८ से १० पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। विजेता का चयन हमारे चयनकर्ताओं द्वारा नियम एवं शर्तों के अनुसार किया जाएगा।
📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫प्रतिस्पर्धा में भाग लें "मेरी रचना✍️ मेरे विचार"🙇 के साथ.. 🥇"मेरी रचना मेरे विचार" आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों का प्रतियोगिता:-०५ में हार्दिक स्वागत करता है..💐🙏🙏💐 🥈आप सभी ८ से १० पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। विजेता का चयन हमारे चयनकर्ताओं द्वारा नियम एवं शर्तों के अनुसार किया जाएगा।
read moreAnil Prasad Sinha 'Madhukar'
नारी शक्ति विश्व ही नहीं, सम्पूर्ण ब्रह्मांड का भेष बदल दिया है, आदिकाल से आधुनिक काल तक, परिवेश बदल दिया है। नारी से ही अस्तित्व है सृष्टि की, नारी ही शक्ति कहलाती है, नारी के रूप अनेक माता,भगिनी,सुता,अर्द्धांगिनी बन जाती है। आधुनिक परिवेश में असंभव नहीं, जो नारी नहीं कर सकती है, नारी शक्ति नहीं महाशक्ति है, जो अंतरिक्ष तक उड़ान भरती है। नारी दुर्गा सरस्वती लक्ष्मी काली, नारी आदिशक्ति की रूप है, नारी की ममता शीतल छाया है, तो क्रोध चिलचिलाती धूप है। नारी धरती आकाश अंतरिक्ष है, नारी घुमती पृथ्वी की धूरी है, नारी के बिना इस सम्पूर्ण सृष्टि की, कल्पना भी अधुरी है। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫प्रतिस्पर्धा में भाग लें "मेरी रचना✍️ मेरे विचार"🙇 के साथ.. 🥇"मेरी रचना मेरे विचार" आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों का प्रतियोगिता:-०५ में हार्दिक स्वागत करता है..💐🙏🙏💐 🥈आप सभी ८ से १० पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। विजेता का चयन हमारे चयनकर्ताओं द्वारा नियम एवं शर्तों के अनुसार किया जाएगा।
📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫प्रतिस्पर्धा में भाग लें "मेरी रचना✍️ मेरे विचार"🙇 के साथ.. 🥇"मेरी रचना मेरे विचार" आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों का प्रतियोगिता:-०५ में हार्दिक स्वागत करता है..💐🙏🙏💐 🥈आप सभी ८ से १० पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। विजेता का चयन हमारे चयनकर्ताओं द्वारा नियम एवं शर्तों के अनुसार किया जाएगा।
read more