Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best बदलता_दौर Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best बदलता_दौर Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos about

  • 9 Followers
  • 8 Stories

अनुषी का पिटारा "अंग प्रदेश "

कुछ ने अपनी राह बदल ली, कुछ ने चाह बदल ली ।

जिसको लगी जैसी भली, अपनी स्वभाव बदल ली ।।

किसी ने गैरों अपनाया किसी ने अपनों को भुलाया ।

जिन्हें जिनसे हुई स्वार्थ कि पूर्ति उन्हें सर पे बैठाया ।।

©अनुषी का पिटारा.. #बदलता_दौर

poonam atrey

#बदलता_दौर Praveen Jain "पल्लव" Navash2411 Mili Saha HINDI SAHITYA SAGAR paro Sahu Anshu writer Senty Amarjit Mahi Bhavana kmishra Puja Udeshi Vijay Besharm Urvashi Kapoor shashi kala mahto Poonam Suyal भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन Reema Mittal Deepiitd Raj Guru वंदना .... पथिक.. Niaz Babli BhatiBaisla Sita Prasad Madhusudan Shrivastava Rakesh Srivastava Ambika Mallik कवि संतोष बड़कुर #kukku2004 SAUD ALAM Sethi Ji Sunita Pathania काव्यार्पण PRIYANK SHRIVASTAVA 'अरमान' अदनासा- अभिलाष द्विवेदी

read more

Death_Lover

RiChA SiNgH SoMvAnShI

ज़माना आज का..
ये ख़्वाब, ख़्याल, ख़ामोशी, सब एक हो गये,
जज़्बात, इरादे, कसमे-वादे, सब फ़ेक हो गये,
निभाने थे जितने फ़र्ज , वो सब कर्ज हो गये,
जिनसे भी मिले उस रोज़, सबसे अर्ज़ हो गये,
एक झूठी मोहब्बत निभानें में दोनों खर्च हो गये,
फ़िर आगे बढ़े और दोनों के लिये नये सर्च हो गये..!! #yqbaba #yqdidi #yqquotes
#बदलता_दौर 
#बदलता_इश्क़

i am Voiceofdehati

आप किसी को चाहे जितना समय दो उसके लिए तुम्हारे समय कोई मूल्य नहीं है, क्योंकि लोगों को पैसे दिखाई देते हैं आपके जीवन का बहुमूल्य समय नहीं। अगर परिवार में दो या दो से अधिक भाई हो और एक घर पर मां बाप के पास रहे उनकी देखभाल करें, बीमार होने पर दवाई करें बाप के सम्मान को समाज में बनाए रखें लेकिन मां बाप उसकी उतनी कीमत नहीं लगाएंगे जितनी बाहर रहकर पैसे कमाने वाले बेटों की। चाहे बाहर रहने वाला बेटा कभी कभार ही बात करता हो, कभी कभार ही पैसे देता हो। लेकिन मां बाप व यह समाज भी बाहर रहने वाले बेटों को

read more
जो फर्ज निभाते हैं
वो ही फर्जी कहलाते हैं

जो रहते हैं मां बाप के पास
पैसे नहीं कमाते हैं 
वो फर्जी कहलाते हैं
जो सामाज में समय बिताते हैं 
वो फर्जी कहलाते हैं
जो द्वार पर आए लोगों को
पानी चाय पिलाते हैं वो फर्जी कहलाते हैं
जो पूरे घर की जिम्मेदारियों को 
कंधो पर उठाते हैं
वो फर्जी कहलाते हैं
जो स्वार्थ से परे होकर
ईमानदारी दिखाते हैं
वो फर्जी कहलाते हैं
जो परिवार को साथ रखकर
बिखरने से बचाते हैं 
वो फर्जी कहलाते हैं
सब कुछ करने के बाद भी
जिन्हें घर पर ताने सुनाए जाते हैं
वो‌ फर्जी कहलाते हैं
और वे जो मां बाप को छोड़कर
बीबी बच्चों को लेकर, बस धन कमाते हैं
वो समाज क्या मां बाप की नजरों में भी
नायक बन जाते हैं। आप किसी को चाहे जितना समय दो उसके लिए तुम्हारे समय  कोई मूल्य नहीं है, क्योंकि लोगों को पैसे दिखाई देते हैं  आपके जीवन का बहुमूल्य समय नहीं।
अगर परिवार में दो या दो से अधिक भाई हो और एक घर पर मां बाप के पास रहे उनकी देखभाल करें, बीमार होने पर दवाई करें
बाप के सम्मान को समाज में बनाए रखें 
लेकिन मां बाप उसकी उतनी कीमत नहीं लगाएंगे जितनी बाहर रहकर पैसे कमाने वाले बेटों की।
चाहे बाहर रहने वाला बेटा कभी कभार ही बात करता हो, कभी कभार ही पैसे देता हो।
लेकिन मां बाप व यह समाज भी बाहर रहने वाले बेटों को

Agrawal Vinay Vinayak

हम 90 के दशक में पैदा हुवे ठलुए हैं ज़नाब…हमने #दुनिया को बदलते हुवे देखकर #दुनियादारी सीखा है.. और सिर्फ़ सीखा ही नहीं बल्कि जिया है उसको। हम जब पैदा हो रहे थे तब देश में मंदिरों और मस्जिदों की लङाई चल रही थी… तेल के चक्कर में अमेरिका खाङियों का तेल पेर रहा था। हमने बैटरी से ब्लैक एंड वाइट टीवी चलाकर जय श्री कृष्णा ॐ नमः शिवाय जय हनुमान जय गंगा मैया रामायण महाभारत देखि है और आप कहते हो आजकल की जनरेशन को धर्मं संस्कारों में रूचि नहीं है प्राइमरी में जब हमारी पीठ पर हमसे ज्यादा भारी बस्ता टांग दि

read more
हम 90 के दशक में पैदा हुए ठलुए है जनाब


[ Read Caption ] हम 90 के दशक में पैदा हुवे ठलुए हैं ज़नाब…हमने #दुनिया को बदलते हुवे देखकर #दुनियादारी सीखा है.. और सिर्फ़
सीखा ही नहीं बल्कि जिया है उसको।
हम जब पैदा हो रहे थे तब देश में मंदिरों और मस्जिदों की लङाई चल रही थी… तेल के चक्कर में अमेरिका खाङियों का तेल पेर रहा था।
हमने बैटरी से ब्लैक एंड वाइट टीवी चलाकर जय श्री कृष्णा ॐ नमः शिवाय जय हनुमान जय गंगा मैया रामायण महाभारत देखि है और आप कहते हो आजकल की जनरेशन को धर्मं संस्कारों में रूचि नहीं है
प्राइमरी में जब हमारी पीठ पर हमसे ज्यादा भारी बस्ता टांग दि

भुवनेश शर्मा

आजकल मैं महसूस कर रहा हूंँ कि जमाना वाकई बदल गया हैं😒 हमारा समाज और हम सब लोग किस दिशा में जा रहे हैं ✍️हमें पता ही नहीं है,🙂 और लोग यह तो भूल ही गए हैं, कि जीवन सिर्फ एक❣️ ही है, संस्कारों को तो सूली पर चढ़ा ही दिया हैं, संयुक्त परिवारों की तो बात बहुत दूर है😊 घर के 4 सदस्य भी शांति स्थापित करने में असफल है..☹️ अरे भाई ऐसा हो क्या गया है..🤔 दरअसल आदमी की जरूरतें दिन-ब-दिन इतनी बढ़ती जा रही है जिसकी कोई हद ही नहीं .... दादा दादी जिनकी उम्र मात्र 2-5 साल शेष बची है, बच्चें उनसे बातचीत ही नहीं कर

read more
रिश्तो में अब पहले जैसी मिठास कहांँ 
कच्चे घरों की मिट्टी वाली खुशबू सा एहसास कहाँ
मर्यादा, संस्कार और समर्पण का एक दूजे के प्रति भाव कहाँ
बारिश की बूंदों को भी प्यासी धरती से मिलने की तड़पन अब कहाँ आजकल मैं महसूस कर रहा हूंँ कि जमाना वाकई बदल गया हैं😒 हमारा समाज और हम सब लोग किस दिशा में जा रहे हैं ✍️हमें पता ही नहीं है,🙂 और लोग यह तो भूल ही गए हैं, कि जीवन सिर्फ एक❣️ ही है, संस्कारों को तो सूली पर चढ़ा ही दिया हैं, संयुक्त परिवारों की तो बात बहुत दूर है😊 घर के 4 सदस्य भी शांति स्थापित करने में असफल है..☹️ अरे भाई ऐसा हो क्या गया है..🤔
दरअसल आदमी की जरूरतें  दिन-ब-दिन इतनी बढ़ती जा रही है जिसकी कोई हद ही नहीं .... दादा दादी जिनकी उम्र मात्र 2-5 साल शेष बची है, बच्चें उनसे बातचीत ही नहीं कर

#Jitendra777

बदलतें 'दौर' का असर,
तुम पर भी हैं हम पर भी हैं।

'गर्म' हवाओं का असर,
तुम पर भी हैं हम पर भी हैं।

अब लोगो की 'नज़र',
तुम पर भी हैं हम पर भी हैं।

कब होगी "मुलाकात" मालूम नहीं,
थोड़ी सी "जिम्मेदारियां",
तुम पर भी हैं हम पर भी हैं। #बदलता_दौर


About Nojoto   |   Team Nojoto   |   Contact Us
Creator Monetization   |   Creator Academy   |  Get Famous & Awards   |   Leaderboard
Terms & Conditions  |  Privacy Policy   |  Purchase & Payment Policy   |  Guidelines   |  DMCA Policy   |  Directory   |  Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile