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Best टिक Shayari, Status, Quotes, Stories

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Ark

#टिक टॉक वीडियो #मोटू पतलू वीडियो वीडियो भोजपुरी वीडियो'

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Dr.Preeti sen

#duniya

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Sunil itawadiya

#घड़ी की #फितरत तो देखिये. ... #टिक टिक करती रहती है ... ना खुद टिकती है ....और ना .... किसी को टिकने देती है..। #Motivation #samay love #yqdidi #yaadein

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घड़ी की फितरत तो देखिये.....
टिक टिक करती रहती है .......
ना खुद टिकती है ..................
और ना किसी को टिकने देती है..। #घड़ी की #फितरत तो देखिये. ...
 #टिक टिक करती रहती है ...
ना खुद टिकती है ....और ना ....
 किसी को टिकने देती है..।   
#motivation  #samay #love #yqdidi  #yaadein

Vivek Singh

#Motivation #poem #motivation_for_life माना हैं #रास्ते बड़े, आंधी तूफां है सब खड़े तु बन निडर तु #चल अडिग तु चाह ले तेरे समक्ष कोई भी #टिक न पाएगा तू कर्म कर। चहुँ दिशाओं हो #अंधेरे, कोई भी ना हो संघ तेरे

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Ruchi ki kalam se

#Poetry #Waqt Shikha Sharma tr.soumya chaudhary (madhubala) Sumati mishra sonam mishra (Youtuber) secret superstar Mr. MANEESH

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सचेती हूँ,,,,मै

उस घड़ी के बारे मे जो चली है,,,हमेशा ही यू टिक-टिक कभी रूकी ही नहीं,,,
काश चल पाती कभी पीछे तो ले जाती मुझे भी उन प्यारी यादो मे.!!

अजीब-सी कश्मकश मै सोचती हूँ मै...
ये चारो अोर की खामोशी और,,,.सुन रही कोई गीत हूँ मै.....!

ना जाने पुरा होगा के नही,,,,, फिर भी कोई ख्वाब बुन रही हूँ...

लिख कर कुछ शब्द मन के सोचती हूँ,,,, इतराके कोई कवि हूँ मै...!
जैसे की ये कहानी मेरी और इसकी छवि हूँ मै,,!!!! #poetry #waqt  Shikha Sharma tr.soumya chaudhary (madhubala) Sumati mishra sonam mishra (Youtuber) secret superstar  Mr. MANEESH

Pankaj Priyam

कवि की कलम

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कवि की कलम

जब आग दिलों में है जलती,
तब कलम कवि की है चलती।

हर रोज़ निशा भी सँग जगती,
हर बात की साक्षी वह बनती।
जब हृदय में पीर कोई पलती
तब कलम कवि की है चलती। 

जब सारा जग है सो जाता,
जब स्याह अँधेरा हो जाता।
जब रात घनेरी कुछ कहती,
तव कलम कवि की है चलती।

घड़ी भी टिक-टिक ये करती,
खुद से खुद वह बातें करती।
जब शाम सिन्दूरी बन ढलती,
तब कलम कवि की है चलती।

जब किरण सबेरे बिखराती,
सतरंगी छटाएँ निखारती।
जब खुशबू चमन में है घुलती,
तब कलम कवि की है चलती।

जब भूख से कोई यहाँ मरता,
जब भीड़ से कोई यहाँ डरता।
जब ज्वालामुखी बनके फटती,
तब कलम कवि की है चलती।

जब राह कोई भी भटकता है,
फाँसी पे किसान लटकता है।
जब सज़ा बिना कोई ग़लती,
तब कलम कवि की है चलती।

जब कानून ही अंधा हो जाता,
भ्रष्टाचार ही धँधा हो जाता।
जब पाप की गंगा है बहती,
तब कलम कवि की है चलती।
©पंकज प्रियम
03/10/2019 कवि की कलम

fb,@,©WriterNilofar Farooqui Tauseef

घड़ी की टिक-टिक ये आवाज़ सुनाती है
पकड़ सको तो पकड़ लो, 
गुज़र जाए जो वक़्त वो लौटकर नही आती है #घड़ी #वक़्त #लौटना #nilofarlove #yqdidi #love #life #raah #time #motivational #followme

Anirudh Tiwary

Deepika Dubey Kajal Kapoor Sahiba Sridhar Navneet Sarada Shailja S

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मेरे घड़ी की टिक- टिक करती सुई हो तुम
मेरे दिल की  धक -धक करती धड़कन हो तुम
मेरे शायरी  के अल्फाजों को समझा करो
कैसे समझाऊं क्या- क्या हो तुम? Deepika Dubey Kajal Kapoor Sahiba Sridhar Navneet Sarada Shailja S

dev

टिक टिक

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जीतना जरूरी है क्यूंकि इस को देख कर एहसास हुआ
 यह खुद टिक टिक कहती है 
पर खुद टिकती नहीं 
और दूसरों को भी टिकने 
नहीं देती टिक टिक

suryansh tripathi

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कड़वा सच घडी की फितरत भी अजीब है हंमेशा टिक टिक कहती है मगर न खुद टिकती है और
न दूसरों को टिकने देती है।
   
               - Suryansh
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