Find the Best पलायन Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutपलायन का क्या अर्थ है, पलायन की परिभाषा, पलायन करना in english, पलायन का अर्थ, मजदूरों का पलायन,
Pahadi Shayar Jd
सुकून मिले तो लौट आना भुला पहाड़ में सुना है उड़े हुए पंक्षी लौटा नहीं करते ©Pahadi Shayar Jd #देवभूमि #पलायन
Jupiter and its moon
मुश्किलों भरा वो सफ़र न होता। आदमी यूं दर-बदर न होता। बाइज़्जत गुज़ारा गर हो जाता गांवों में तो नसीब में वो बेगाना शहर न होता। ©Jupiter and it's moon@प्रतिमा तिवारी शहर का गांववासी #ज़िन्दगी #संघर्ष #पलायन #रोजगार #Life
पूर्वार्थ
""पलायन "" लोग चले जाते हैं पर यादों का पलायन नहीं होता , बातें भूल जाते हैं सब पर जख़्मों का पलायन नहीं होता । नहीं होता पलायन दिल से उस पहली मुलाकात का , मोहब्बत से लबरेज़ जज़्बात का पलायन नहीं होता । आदतों का मोह जब तब छूट भी जाए , पर कभी वासनाओं का सोच से पलायन नहीं होता । पुरुषार्थ से सामना कर सामने खड़ी समस्याओं का , जीवन से कभी उम्मीदों का पलायन नहीं होता । कभी नहीं होता । ©पूर्वार्थ #पलायन
Manish Upreti
'पुराना घर' क्या अब भी याद आता है वो पुराना घर सपनों का सारा संसार टिका था जिस पर वो शामें,वो यादें,वो नादानियाँ अब हंसते हैं जिस पर क्या अब भी याद आता है वो पुराना घर शायद वो भी अब रोता होगा पर अब उसके आंसू कौन पोंछता होगा फिर भी वो किसी आस में खड़ा है आज भी वहीं पर क्या अब भी याद आता है वो पुराना घर सारी यादों का खजाना लेकर हम चल दिये सालों के सहारे को बेसहारा करके चल दिये वो बेचारा भी हंसता होगा इस इंसान को देखकर क्या अब भी याद आता है वो पुराना घर हवाएं ये शहरों की ज़हर घोला करती हैं दो मुहे लोगों की ज़बान चार बातें बोला करती हैं वो दिन अब क्या आएंगे रोया ये सब देखकर क्या अब भी याद आता है वो पुराना घर #पलायन #पुरानाघर #यादें
Bhavesh Pant
जो मिला, जैसा मिला, जहां मिला समेट ले गए. वो शहर से आए दो दिन और गांव की मेहनत लपेट ले गए.. #पलायन #village #youth
yash mahar
पलायन-migration पूरी कविता कैप्शन में पढ़े #पलायन-कविता पलायन पर आधारित है, comment kr apni राय जरूर दे, छूट गया गांव मेरा शहर की रफ्तार में ,विकास की धार में, परिवार से कोसो दूर निकल पड़े थे हम भी उज्जवल भविष्य की आड़ में, फिर कभी याद ही नही आया गांव मेरा ,मुझे शहर की रफतार में विकास की धार में , शायद सुबह की शामो में ज्यादा ही शान्ति का शोर था,
#पलायन-कविता पलायन पर आधारित है, comment kr apni राय जरूर दे, छूट गया गांव मेरा शहर की रफ्तार में ,विकास की धार में, परिवार से कोसो दूर निकल पड़े थे हम भी उज्जवल भविष्य की आड़ में, फिर कभी याद ही नही आया गांव मेरा ,मुझे शहर की रफतार में विकास की धार में , शायद सुबह की शामो में ज्यादा ही शान्ति का शोर था,
read moreDr Jayanti Pandey
पलायन ******* यह सफ़र बहुत संजीदा है , हल्की बातें न किया करो जिंदगी यूं ही गमज़दा है, हल्की बातें न किया करो। खौफ़ का मंजर है हर आंख में, हर आंख यूं भी नम है इस तबाही के आलम में , हल्की बातें ना किया करो। हर पहर उदासी से है लिपटा , हर पहर पर पहरे हैं अपनी आवाज़ भी चौंका रही , सन्नाटे इतने गहरे हैं। छोड़ कर जाना अपनी जड़ों को , तुम नहीं समझोगे जलाना अपने हाथों अपने घरों को, तुम नहीं समझोगे इंसानों का इंसानों पर कहर कितना है, तुम नहीं समझोगे हर युग में इंसानियत शर्मिंदा है हल्की बातें ना किया करो। कुछ चित्र ऐसे होते हैं जिनकी छाप मन मस्तिष्क पर लंबे समय तक रहती है। आर्मेनिया पर अज़रबैजान के कब्जे की एक तस्वीर मन को विचलित कर गयी। कैसा उन्माद है जो सिर्फ रक्तपात चाहता है। #पलायन #कशमीर #armenia #jayakikalamse #yqdidi #yqhindiurdu #hkkhindipoetry
कुछ चित्र ऐसे होते हैं जिनकी छाप मन मस्तिष्क पर लंबे समय तक रहती है। आर्मेनिया पर अज़रबैजान के कब्जे की एक तस्वीर मन को विचलित कर गयी। कैसा उन्माद है जो सिर्फ रक्तपात चाहता है। #पलायन #कशमीर #armenia #jayakikalamse #yqdidi #yqhindiurdu #hkkhindipoetry
read moreLOL
छोड़ी बेर आपण-आपण बाखली सबे जणी परदेस न्हें गयीं चावले गुद बुरासक फूल खित बेर गों पना की देई कसिके पूजली कसिके झूमली कैसी बलाली मेरी चेली फूल देई छम्मा देई फूल देई छम्मा देई.. © KaushalAlmora फूल देई छम्मा देई Pc :me #लोकपर्व #चेली #365days365quotes #रोजकाडोजwithkaushalalmora #पलायन #कुमाऊंनी
फूल देई छम्मा देई Pc :me #लोकपर्व #चेली #365days365quotes #रोजकाडोजwithkaushalalmora #पलायन #कुमाऊंनी
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गाँव की बूढ़ी पगडण्डी को जवानियां दगा दे गयी.. ऊँची इमारतों की हवस सबको शहर उड़ा ले गयी!! ©KaushalAlmora #हवस #गांवशहर #दगा #life #poetry #lifequotes #yqdidi #पलायन