Find the Best kavitakosh Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos abouthindi kavita kosh on love, kavita in hindi love, marathi kavita on love, kavita on love, hindi love kavita,
poetdiary.in
Funda of Life Life #Zindagi #राहतइंदौरी #साहित्य_सागर #पोएट्री #hindishyaris myquates✍️ #lekhak #kavitakosh #lovequotesandsayings @manojmuntashir @manoj_muntashir_fans @lekhak.in @kumarvikrantjha.87 Poonam Awasthi Rohit Faiyaz Aluminium Composite Panel Kapil Nayyar Surya
read moreGyan Guru Ji
"दिल बेखबर था तकदीर की लकीर से" "वो धड़कता है अब सिर्फ तेरी तस्वीर से" ©Gyan Guru Ji #kavitakosh
Gyan Guru Ji
World Environment Day ©Jagannath #word_of_the_day #environment #kavitakosh
#word_of_the_day #environment #kavitakosh
read moreShabbirul Haque
#साहिर_लुधियानवी #kavitakosh प्यार पर बस तो नहीं है मिरा लेकिन फिर भी तू बता दे कि तुझे प्यार करूँ या न करूँ तू ने ख़ुद अपने तबस्सुम से जगाया है जिन्हें उन तमन्नाओं का इज़हार करूँ या न करूँ तू किसी और के दामन की कली है लेकिन मेरी रातें तिरी ख़ुश्बू से बसी रहती हैं तू कहीं भी हो तिरे फूल से आरिज़ की क़सम तेरी पलकें मिरी आँखों पे झुकी रहती हैं तेरे हाथों की हरारत तिरे साँसों की महक तैरती रहती है एहसास की पहनाई में ढूँडती रहती हैं तख़्ईल की बाँहें तुझ को सर्द रातों की सुलगती हुई तन्हाई में तेरा अल्ताफ़-ओ- करम एक हक़ीक़त है मगर ये हक़ीक़त भी हक़ीक़त में फ़साना ही न हो तेरी मानूस निगाहों का ये मोहतात पयाम दिल के ख़ूँ करने का एक और बहाना ही न हो कौन जाने मिरे इमरोज़ का फ़र्दा क्या है क़ुर्बतें बढ़ के पशेमान भी हो जाती हैं दिल के दामन से लिपटती हुई रंगीं नज़रें देखते देखते अंजान भी हो जाती हैं मेरी दरमांदा जवानी की तमन्नाओं के मुज़्महिल ख़्वाब की ताबीर बता दे मुझ को मेरा हासिल मेरी तक़दीर बता दे मुझ को ©Shabbirul Haque #boat
Ritujoshi
आसन नहीं था तुझ से प्रेम करना एक कांटों की सेज थी जिस पर चलना था और "उफ़" भी नहीं करना था ©Ritujoshi #kavita #हिंदी_कविता #हिंदी_कोट्स_शायरी #हिंदीनोजोटो #हिंदी #हिंदी #kavitakosh
Shubham Gupta😊
खुद को बेरंग करने की ख्वाहिश में रंग बैठा मिटा के कई रंगों को एक रंग कर बैठा जैसे मन पर चढ़ी हो परत दर परत पहचानें उन परतों को हटाकर एक कर बैठा तन के रंग का नहीं कोई मोल मन के सामने जब जाना ये तो, मन की श्यामल सी काया को धवल कर बैठा। ~©शुभम् गुप्ता खुद को बेरंग करने की ख्वाहिश में रंग बैठा मिटा के कई रंगों को एक रंग कर बैठा जैसे मन पर चढ़ी हो परत दर परत पहचानें उन परतों को हटाकर एक कर बैठा तन के रंग का नहीं कोई मोल मन के सामने जब जाना ये तो, मन की श्यामल सी काया को धवल कर बैठा। ~©शुभम् गुप्ता
खुद को बेरंग करने की ख्वाहिश में रंग बैठा मिटा के कई रंगों को एक रंग कर बैठा जैसे मन पर चढ़ी हो परत दर परत पहचानें उन परतों को हटाकर एक कर बैठा तन के रंग का नहीं कोई मोल मन के सामने जब जाना ये तो, मन की श्यामल सी काया को धवल कर बैठा। ~©शुभम् गुप्ता
read moreChampa Rautela
बीतने को हैँ साल, आज जैसे विदाई हो गयी 2022 की, पिछले जानें कितने दिनो की माफ़ी हो गयीं, हम भी दिल खाली कर देते है, कुछ भी हो, बस माफी और हसी को हासिल करते हैं, बीतने को हैं साल, जाने कितने लम्हें जोड़ रहा है, ये साल सवाल और चुनौती को बुला रहा है, चलों धीरे-धीरे क़दम बढ़ाएंगे, तुम थामना 2023 का हाथ लिखना कविता और कहानी का साथ, ©Champa Rautela #kavita#nojoto#newyear#newyear#kavitaanibarachkahi #kavitakosh
#kavitanojoto#newyear#newyear#kavitaanibarachkahi #kavitakosh
read moreRajiv Roy
कौन राम है कौन है रावन ये सच कैसे जानोगे. हर चेहरे पर एक मुखौटा कैसे तुम पहचानोगे. *राजीव राय ©Rajiv Roy my creation. #shayerilovers #hindipoetrylove #urdupoetrylovers #ghazal #nazm #kavitakosh #rekhta #sadshayeri #selflove
my creation. #shayerilovers #hindipoetrylove #urdupoetrylovers #ghazal #nazm #kavitakosh #rekhta #sadshayeri #selflove
read moreRashmi umak
सहज एक सूर्य किरण मज हे सांगूनि गेले काड्या काड्या या मातीशी एकरुप होऊनी गेले ठरली होती एक वाट पण कुणा ना कडे त्याची आसं एक एक बिंदू होता झाला त्याच्या छंद आता घेईन माझे शब्दही आता विसाव्य्ला ना उरली जागा पहा एक नाद्चि आता गवसणी घालुनि निघते आता त्या वड नावर त्या दिशेवर कुणी ना सोबती ना पाठीराखा 😐☺☺☺ ©rashmi Umak #kavita #kavitakosh #bhavna #bhavishv
#kavita #kavitakosh #bhavna #bhavishv
read moreShivendra Gupta 'शिव'