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Aliem U. Khan
बाम-ओ-दर दीवार ख़स्ता हाल सब, दिल भी गोया हो किसी मुफ़लिस का घर! بام در دیوار خستہ حال سب دل بھی گویا ہو کسی مفلص کا گھر ©Aliem U. Khan #baam_o_dar_deewaar #dil #muflis #urduhindi_poetry #urdupoetry #HeartBreak
Aurangzeb Khan
Ai musawwir meri tasweer ko sre aam yun shaya na kr mai mhaj muflis hi hu koi gunehgar nhi ©Aurangzeb Khan #muflis
Tera Sukhi
गुरुर एक अमीर का चूर चूर हुआ प्यार की प्यास से जब रूब रु हुआ पता चला जब मुफ़लिस है प्यार की प्यासा का पोहुँचा जब कुएं तक तो देखा झांक कर उसने रिश्तों के पानी से भरा कुआं भी खाली हुआ मुफ़लिस का अर्थ है :- ग़रीब #muflis #yqdidi #urdu #shayari #yqshayari #terasukhi #terasukhiquotes #sukhi56walaquotes
मुफ़लिस का अर्थ है :- ग़रीब #muflis #yqdidi #urdu shayari #yqshayari #terasukhi #terasukhiquotes #sukhi56walaquotes
read moreHasan Riaz
Muflıs Ho To Mohabbat Karlo Barbadıo'ŋ Ka Khazaŋa Mıl Jayega #YQbaba #YQdidi #YqBhaijan #tanha #hsnrz #hasanriaz #twoliner #ShayerZ #muflis
YourQuote Bhaijan
زندگی کیا کسی مفلس کی قبا ہے جس میں ہر گھڑی درد کے پیوند لگے جاتے ہیں فیض احمد فیض ज़िन्दगी क्या किसी मुफ़लिस की क़बा है जिस में हर घड़ी दर्द के पैवन्द लगे जाते हैं फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ *मुफ़लिस - ग़रीब *पैवन्द - कपड़े का टुकड़ा जो किसी वस्त्र पर लगाया जाता है। دوستو آداب۔ مشق کے لیے آج کا لفظ ہے۔ مفلس मश्क़ के लिए आज का लफ़्ज़ है - मुफ़लिस #muflis #challenge #yqbhaijan
*मुफ़लिस - ग़रीब *पैवन्द - कपड़े का टुकड़ा जो किसी वस्त्र पर लगाया जाता है। دوستو آداب۔ مشق کے لیے آج کا لفظ ہے۔ مفلس मश्क़ के लिए आज का लफ़्ज़ है - मुफ़लिस #muflis #Challenge #yqbhaijan
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زندگی کیا کسی مفلس کی قبا ہے جس میں ہر گھڑی درد کے پیوند لگے جاتے ہیں احمد فراز دوستو آداب اس خوبصورت شعر میں دو الفاظ بڑے کام کے ہیں 1 مفلس 2 قبا۔ آئیے آج انہی لفظوں پر مشق کرتے ہیں۔ شکریہ ज़िंदगी क्या किसी मुफ़लिस की क़बा है जिसमें हर घड़ी दर्द के पैवन्द लगे जाते हैं अहमद फ़राज़ *मुफ़लिस - ग़रीब, *क़बा - वस्त्र, *पैवन्द - चकती दोस्तो आदाब। इस ख़ूबसूरत शेर के दो अल्फ़ाज़
ज़िंदगी क्या किसी मुफ़लिस की क़बा है जिसमें हर घड़ी दर्द के पैवन्द लगे जाते हैं अहमद फ़राज़ *मुफ़लिस - ग़रीब, *क़बा - वस्त्र, *पैवन्द - चकती दोस्तो आदाब। इस ख़ूबसूरत शेर के दो अल्फ़ाज़
read moreAbd
अपनी ला इल्मी से तो लड़ नहीं सकता..! ऐसा जाहिल भला जिहाद क्या करेगा..!! जिसके मां बाप खुद उससे बदज़न हों..! वो अपने पड़ोसी का मफाद क्या करेगा..!! खुद कट रहा हो जो ब्याज की तेज़ बरछी से..! वो मुफलिस किसी और से फसाद क्या करेगा..!! लाखों कमा के भी जो मुतमईन नहीं कमाई से..! ऐसा बखील खैरात-ओ-जक़ात क्या करेगा..!! ज़कात दबा गए हो तो कहत की मार भी झेलो..! मजलूमों के अश्क बहे तो वो बरसात क्या करेगा..!! पहले खुद नहीं पिया, बिन पानी के जां दे दी...! ये तारीख भुला के कोई इकराम की बात क्या करेगा..! ©Abd #Muflis #Life
Zaman Ilyas Khan
Dr.Toufique chhipa
Agar mohabbat hai khairaat mai, To hum "Muflis" hai bhot #shadesoflife # mohabbat #khairaat #Muflis
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