Find the Best CannotLeave Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutshayri ki dayri he cannot talk with me 0, poems for love which cannot be yours, ego and love cannot exist together, einstein you cannot solve a problem with the same, you cannot solve problems with the same thinking that created them,
व@हिD️
ہر دشمنی کے بارے میں یہ امید کی جا سکتی ہے کہ وہ محبت میں بدل جائے ، سوائے اس دشمنی کے جو حسد کی وجہ سے پیدا ہوئی ہو ... (امام شافعی) ©व@हिD️ #CannotLeave Pandit Abhishek Shukla Satya Priya Gour अंजान जादूगर
#CannotLeave Pandit Abhishek Shukla Satya Priya Gour अंजान जादूगर
read moreanpoetryclub
जिंदगी चल रहीं हैं यूँ धीरे धीरे... अब इसको रफ़्तार में लाना हैं.. कब तक लेंगे जुगनूओं का सहारा... बस अब एक दीपक जलाना हैं... ©anpoetryclub #CannotLeave #anpoetryclub
anpoetryclub
कई रंग से रंगे हैं ये हसीन चेहरे.... जो होली में कहतें हैं मुझें रंगों से नफरत हैं..... ©anpoetryclub #CannotLeave #Holi #anpoetryclub
#CannotLeave #Holi #anpoetryclub
read moreanpoetryclub
समंदर की तरह हैं कुछ मेरे दिल के हालात भी.. लोग किनारे पे रह कर गहराई का गलत अंदाजा लागते रहें... ©anpoetryclub #anpoetryclub #Sea #CannotLeave
#anpoetryclub #Sea #CannotLeave
read moreanpoetryclub
मैं इंतिजार में था, इंतिजार में ही रहा... वो किसी औऱ से मिले इक हमसफर बन गए.. ©anpoetryclub #anpoetryclub #CannotLeave
anpoetryclub
मलाल सभी को था जीते जी मेरे ... ज़ब मर गया तो लोग बोले बड़ा अच्छा इंसान था... ©anpoetryclub #anpoetryclub #Shayar #Life #anoopupadhyay #CannotLeave
#anpoetryclub #Shayar Life #anoopupadhyay #CannotLeave
read moreanpoetryclub
हँस के मिल, मिल के हँस.. औऱ क्या हैं जिंदगी बस हँस औऱ हँस.. ©anpoetryclub #anpoetryclub #Smile #CannotLeave
#anpoetryclub #Smile #CannotLeave
read moreanpoetryclub
इक अजब सी कश्मकश हैं सवाल-ए-वस्ल में... ख़्वाबों में तो हम उनसे रोज मिलते रहते हैं... ©anpoetryclub #meeting #mulakat #miss #Dream #CannotLeave
#meeting #mulakat #miss #Dream #CannotLeave
read moreanpoetryclub
एक वस्ल हों असल की तो कोई बात हों... यूँ ख़्वाबों में आना जाना अब अच्छा नहीं लगता.... ©anpoetryclub #anpoetryclub #CannotLeave
ਰਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ (RAVI)
ਕੁਛ ਵੀ ਟੋਲਣਾ ਫਰਲੋਨਾ ਨਹੀਂ ਰਹਿਗਿਆ ਦਿਲ ਵਿਚੋ। ਤੇਰੇ ਨਾਲ ਬੇਇੰਤਾਂ ਮੋਹਬੱਤ ਸਭ ਤੇਰੇ ਅੱਖਾਂ ਸਾਹਮਣੇ ਹੈ। ਅਸੀਂ ਤਾਂ ਹਰ ਇਮਤਿਹਾਨ ਤੋਂ ਗੁਜਰੇ ਹਾਂ ਤੈਨੂੰ ਪੌਣ ਲਈ। ਮੇਰੀ ਮੋਹਬੱਤ ਦੇ ਗੂੜ੍ਹੇ ਰੰਗ ਸੱਜਣਾ ਹੁਣ ਤੂੰ ਪਹਿਚਾਨਣੇ ਹੈ। ©ਰਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ (RAVI) #CannotLeave