Find the Best छायावाद Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutछायावाद की प्रमुख प्रवृत्ति है, छायावादी कवि नहीं है, छायावाद क्या है, छायावादी कविता की विशेषता, छायावाद की विशेषताएँ लिखिए,
jitendra sharma
#छायावाद के प्रसिद्ध कवि सुमित्रानंदन पंत जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
read moreअनुरोध श्रीवास्तव
#छायावाद की प्रतिनिधि कवियत्री #आधुनिक_मीरा #महादेवी_वर्मा को जन्मदिवस पर श्रद्धानमन🙏🙏 कवितायें इतनीं सुन्दर काव्य जगत हर्षाया है प्रेमभरा रचनाओं में आधुनिक मीरा कहलाया है भारत की नारी शिक्षित हो व्रत ले सपना साकार किया स्वातंत्र्य समर भी लड़ डाला हम पर बहुविधि उपकार किया छब्बीस मार्च उन्नीस सौ सात फर्रूखाबाद में जन्मीं थीं प्रयागराज कर्मभूमि छायावादी लेखनी थी नारी की पीड़ा को अपनी लेखनी से आवाज दिया प्रकृति प्रेम की रचनायें कर हिन्दी को समृद्ध किया अंतस में प्रेम भरा इतना वह देवी तो महादेवी थी आलोकित पथ करनें आयी वह तो स्वर्ग की देवी थी ©अनुरोध श्रीवास्तव #navratri
Nishtha Rishi
तुम 'नीलकंठ' बन जाना मैं तुम्हारी 'राधा' बन जाउंगी अनंत प्रेम का प्रतीक बन इस जीवन के सफ़र को पूरा कर जाउंगी। #महादेवी_वर्मा #नीलकंठ #छायावाद #nishtharishi #lovequote ये नीलकंठ और राधा नाम महादेवी वर्मा के 'नीलकंठ' कहानी से ली गई है, इस कहानी में दो मोर के प्रेम को दर्शाया गया है।
#महादेवी_वर्मा #नीलकंठ #छायावाद #nishtharishi #lovequote ये नीलकंठ और राधा नाम महादेवी वर्मा के 'नीलकंठ' कहानी से ली गई है, इस कहानी में दो मोर के प्रेम को दर्शाया गया है।
read morePurohit Nishant
!! जन्मदिन मुबारक !! ©Purohit Nishant कलम को समर्पित फनकारों की याद में... पद्मभूषण सुमित्रानंदन पंत जी हिंदी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक इस युग को जयशंकर प्रसाद, महादेवी वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' और रामकुमार वर्मा जैसे कवियों का युग कहा जाता है। उनका जन्म कौसानी बागेश्वर में हुआ था। झरना, बर्फ, पुष्प, लता, भ्रमर-गुंजन, उषा-किरण, शीतल पवन, तारों की चुनरी ओढ़े गगन से उतरती संध्या ये सब तो सहज रूप से काव्य का उपादान बने। निसर्ग के उपादानों का प्रतीक वबिम्ब के रूप में प्रयोग उनके काव्य की विशेषता
कलम को समर्पित फनकारों की याद में... पद्मभूषण सुमित्रानंदन पंत जी हिंदी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक इस युग को जयशंकर प्रसाद, महादेवी वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' और रामकुमार वर्मा जैसे कवियों का युग कहा जाता है। उनका जन्म कौसानी बागेश्वर में हुआ था। झरना, बर्फ, पुष्प, लता, भ्रमर-गुंजन, उषा-किरण, शीतल पवन, तारों की चुनरी ओढ़े गगन से उतरती संध्या ये सब तो सहज रूप से काव्य का उपादान बने। निसर्ग के उपादानों का प्रतीक वबिम्ब के रूप में प्रयोग उनके काव्य की विशेषता
read moresiddharth vaidya
कमल कोश में विश्राम मिथ्या मृत्यु का अपमान है इस तुक्ष आकर्षण के लिए किस त्याग का अभिमान है सिद्धार्थ वैद्य #छायावाद की ओर
#छायावाद की ओर
read more
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited