Find the Best रोई Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutआँख भी न रोई है, आंख भी न रोई है, परदेशियो से पुछ पुछ रोई, घुसुक घुसुक के रोई थी, आँख भी न रोई,
Vivek Singh
Priya Tambde
उस रोज भी वो आई होगी,तुझे न पाकर मुरझाई होगी, मिलने का वादा जो किया , वो तुटा , वो रोई होगी.....! दर्द कैसे छुपायेगी वो और किससे जतायेगी वो सब भुलकर क्या चैन से सोयी होगी वो बिस्तर के कोने मैं जाकर तेरे खत पढकर दर्द दिल के गाके , वो हकलाते हकलाते रोई होगी तू तो बडा बेशरम निकला रे उसका हाथ छोडके किसी और का हाथ पकडा और 'तेरी राहे देखते मुरझाया उसका चांद जैसा मुखडा कैसी होगी राहे उसके मोम जैसे दिल की जो अब पत्थर बन चुकी है कही कुहा तो कही खाई होगी , इन सबसे वो घबराई होगी तेरे यांदो के खत वो जलाकर एक भी दाना खाई नही होगी तुझे लगा की औरों की तरह वो भी सब भूल चुकी होगी कैसे रहेगी , कैसे जियेगी वो गम सारे कैसे झेलगी वो आँसूओं से दुपट्टा भिगाकर जितेजी मर गयी वो कबकी मर गयी वो.......... sorry yar mi tuzi kahich madat karu shakle nahi😖😖
sorry yar mi tuzi kahich madat karu shakle nahi😖😖
read moreBajrangautam
रातें भी रोई है..... "कहने को तो रातें भी रोई है, जिद्द है की कुछ बातें भी खोई है। या कहूं की रातों ने, उनकी यादों को धोई है। या कहूं की बातों ने, अब उनके अलावा भी कोई बात बुनोई है।।"
रातें भी रोई है..... "कहने को तो रातें भी रोई है, जिद्द है की कुछ बातें भी खोई है। या कहूं की रातों ने, उनकी यादों को धोई है। या कहूं की बातों ने, अब उनके अलावा भी कोई बात बुनोई है।।"
read moreRishap Gautam
🌹❤ वो मुझे मेहंदी लगे हाथ दिखा कर रोई .😢 👩🏻🦰🙍♂में किसी और की हूँ बस इतना बता कर रोई❤🌹 Courtesy : Rishap Gautam
Malti Maurya
दाग़ दाग जो तूने लगाया हैं मुझ पर इसे मिटाना भी तूझे ही पड़ेगा सवार्थं में अपने खराब की जिंदगी इसका खामियाजा उठाना भी तूझे ही पड़ेगा। क्या सोचा था, लड़की हूँ डर जाऊँगी या पूरी जिंदगी किस्मत का बहाना बनाकर गम उठाऊँगी मत भूल जब तक रोई तभी तक तू जीत पाया था मेरी खामोशी का नाजायज फायदा तूने बहुत उठासा था। मेरे प्यार, मेरे अपनों के दिये संस्कारों पर तूने ऊँगली उठाया था कमिया थी सिर्फ तुझमें,पर गुनाहगार सिर्फ मुझे बनाया था अपने हर गुनाहों की सजा सिर्फ मुझे दिलाया था मर्द होने का फायदा क्या खूब तुने उठाया था मैं रोई, मैं चिखी-चिल्लाई पर तुझे मुझपे तरस तक ना आया था मेरे आँसू की वजह तू बना, मेरी खुशियों कत्ल भी तूने किया। बहुत डर ली तुझसे और बहुत डरा लिया तुने मुझे चल अब अपनी खामोशी का ताला तोड़ देती हूँ तेरे हर गुनाह, हर सितम का हिसाब तुझसे ले ही लेती हूँ। #दाग़ #हिसाब #सितम #कविता
दाग़ हिसाब सितम कविता
read moreAmit kumar jha
जइसे चकोर बिना चांद अकेला, ओसही कवि जी के जिंदगीआ कटेला.. मनवा न लागत होई बाबा के आंगनवा,, रोई रोई करत होईहे बिहान हो.. जा ए चंदा ले आवऽ खबरीआ कईसन बाड़े मोर जान हो..
Neha
#OpenPoetry भाई का प्यार और सीख.. Rakhi Special.. Love you Bhai... Read short story ⬇⏬ ⏬⬇🤗 आज बहुत दिनो के बाद भाई से मिली...🤗 भाई university मे पढता है...📖📖 तो आज ऱाखी के लिए घर आया है...🎇 जाने उसे देख आँख भर आई...😢 आँसू खुशी के थे या गम के ये नही पता था.. बस रोई... रोई... रोई....😭😭😭😭😭 भाई समझ गया था पर कुछ बोला नही.. बस हँसाने की कोशिशे करने लगा...🙋😎😆😆😊 उसे पता था मेरा मन किसी वजह से दुखी था...💔💔 पता है उसने कया कहा.. :कहता हैं Dido..दुनिया तुम्हारी तरह नही है... तुम दुनिया की तरह चलना सीखो....कोई दिल नही दुखा पायेगा................🙂🙂🙂 मेरा छोटा भाई है... पर मुझसे ज्यादा समझदार है
आज बहुत दिनो के बाद भाई से मिली...🤗 भाई university मे पढता है...📖📖 तो आज ऱाखी के लिए घर आया है...🎇 जाने उसे देख आँख भर आई...😢 आँसू खुशी के थे या गम के ये नही पता था.. बस रोई... रोई... रोई....😭😭😭😭😭 भाई समझ गया था पर कुछ बोला नही.. बस हँसाने की कोशिशे करने लगा...🙋😎😆😆😊 उसे पता था मेरा मन किसी वजह से दुखी था...💔💔 पता है उसने कया कहा.. :कहता हैं Dido..दुनिया तुम्हारी तरह नही है... तुम दुनिया की तरह चलना सीखो....कोई दिल नही दुखा पायेगा................🙂🙂🙂 मेरा छोटा भाई है... पर मुझसे ज्यादा समझदार है
read moreLaxman 7877 Swami
*कुछ प्रीत जगानी थी मुझको* *कुछ प्रीत जगानी थी मुझको।* *कुछ रीत निभानी थी मुझको।।* *कुछ ऐसे गीत सुनाने थे।* *जो महफिल को भी भाने थे।।* *कुछ सूरज की अरुणाई के।* *कुछ तरुणों की तरुणाई के।।* *कुछ देश धरा की माटी के।* *कुछ भारत की परिपाटी के।।* *कुछ ऐसे नगमें गाने थे।* *जो महफिल को भी भाने थे।।* *कुछ अपने वीर जवानों के।* *कुछ धरतीपुत्र किसानों के।।* *कुछ आतंकी परिभाषा के।* *कुछ टूट गई उस आशा के।।* *कुछ ऐसे सधे निशाने थे।* *जो महफिल को भी भाने थे।।* *कुछ बेटी खोई खोई सी।* *कुछ ममता रोई रोई सी।।* *कुछ दर्द दिखा था बेटों में।* *कुछ दंभ भरे आखेटों में।।* *कुछ ऐसे ताने-बाने थे।* *जो महफिल को भी भाने थे।।* *कुछ सत्ता की मजबूरी थी।* *कुछ जनता से भी दूरी थी।।* *कुछ भूले भटके नेता को।* *कुछ प्राणी और प्रणेता को।।* *कुछ ऐसे फर्ज निभाने थे।* *जो महफिल को भी भाने थे।।* *कुछ स्याही बिखरी जाती थी।* *कुछ कलम भी निखरी जाती थी।।* *कुछ गीत गजल की लज्जा थी।* *कुछ महफिल की भी सज्जा थी।।* *कुछ लिखने वही तराने थे।* *जो महफिल को भी भाने थे।
KaRan MoRe
#Motivation तेरे बिन ये गम हैं, कुछ साँसें कम हैं के तुझको पाने से ज़्यादा खोई-खोई जाए दिल रोई जाए, रोई जाए, रोई जाए आँखों के किनारे बैठा, रोई जाए.. #music #love #feel #mood #song
Eklavya Ekalavya
वह हाथों की मेहंदी दिखा कर रोई , मैं किसी और की हूं वह बता के रोई , नहीं जी पाऊंगी तुम्हारे बिना वह यह बात दोहरा के रोई, हम उनकी वफा पर शक करें भी तो कैसे वह भरी महफिल में हमें गले लगा के रोए....... दिल से शायरी
दिल से शायरी
read more