Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best imsgzb Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best imsgzb Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutshaminder singh ims, imspirational quotes, good morning imsges, i#imstaying, ims student zone,

  • 3 Followers
  • 11 Stories

निर्भय चौहान

निर्भय चौहान

मैं जो महसूस करता हूँ, वही कहता हूँ।
बात अच्छी बुरी नही करता।
जो सुन रहे हो धड़कन है हमारी।
मैं शायरी नही करता।। #AAWAAZ #imsgzb #Shayari

निर्भय चौहान

राह ए सुखन में इंतज़ार हाय तौबा।
एक बेवफा से प्यार, हाय तौबा।
वो मुड़ मुड़ के देखना उनको।
उनसे मीठी तकरार ,हाय तौबा।
वो बेवजह ही उनका रूठ जाना,
वो मेरी मनुहार ,हाय तौबा।
वो मेरा अंदाज़े इज़हार,
वो उनका इनकार, हाय तौबा।।
यूं तो जन्मों भी जी लू मैं।
उनके संग एक बार, हाय तौबा।।
वो मेरा चाहना ,मशहूर हो जाऊं।
वो उनका दुष्प्रचार,हाय तौबा।
वो मासूमियत से भरा चेहरा,
उस पे अँखियों के वॉर,हाय तौबा।। #AAWAAZ #imsgzb #Kavyapankh #Shayari

निर्भय चौहान

वो जहाँ जाता है,तुम्हारी बात कहता है।
तुम्हारे नाम को वो अपनी जात कहता है।
सोंचो कितना पागल था वो तेरे प्यार में।
अभी तलक वो दिन को रात कहता है।। #AAWAAZ #imsgzb #Kavypankh5 #Shayari

निर्भय चौहान

#Aawaaz #imsgzb #Shayari _Originala #nojotohindi

read more
Koi to dard h palko me fansa pra...
Kabhi moti kabhi sitara hain aanshu..
Lakh chaho nhi rukte aankho me...
Bare awara hai aanshu. #AAWAAZ #Imsgzb #Shayari #Nojoto_Originala #NojotoHindi

निर्भय चौहान

यूं ही नही उतर आता है,गम,खुशी, मौत जिंदगी और तेरा चेहरा कागज़ पर।
गुजरे वक़्त से खुद को गुजारना पड़ता है।
हर एक नज़्म में नया ही जन्म लेता हूँ।
हर एक शेर के बाद खुद को मारना पड़ता है।। #Shayari #AAWAAZ #imsgzb #nojotohindi

निर्भय चौहान

तुमसे अलग हो के मैं ओर भी मशहूर हो गया।
लोग जानते है अब मुझे तेरे आशिक के नाम से।
सच कहना दिल मे अब भी मैं ही हूँ न।
तुम छत पे घंटो बैठती हो अब भी शाम से।। #Shayari #AAWAAZ #imsgzb #nojotohindi

नितिन कुमार 'हरित'

पिता हूं मैं । plz share!! #kavyapankh #father #Love #PARENTS #Family #imsgzb

read more

नितिन कुमार 'हरित'

वेदना है भरी वेदना इस तन में, हे वेणु! तुम कैसे जानो? मै विरह कलित हूँ सावन में, तुम राग अमंद मानस तानो। तुम पवन मिले, धरती-अम्बर, तुम पूर्ण हुए, अब जल-जलधर, तुम मधुर शब्द गुंजाते हो, व्यंगित होते हैं हृदय पर । पर करके तुमको अवहेलित, मैं भी तो सार मिटाता हूं, मैं विरहाकुल हूँ इस कारण, हे युगल! झुलसता जाता हूँ। तुम पवन मिलो और शब्द बने, शब्दों की निर्मल धारा हो,

read more
वेदना
है भरी वेदना इस तन में, हे वेणु! तुम कैसे जानो?
मै विरह कलित हूँ सावन में, तुम राग अमंद मानस तानो।
तुम पवन मिले, धरती-अम्बर, तुम पूर्ण हुए, अब जल-जलधर,
तुम मधुर शब्द गुंजाते हो, व्यंगित होते हैं हृदय पर ।
पर करके तुमको अवहेलित, मैं भी तो सार मिटाता हूं,
मैं विरहाकुल हूँ इस कारण, हे युगल! झुलसता जाता हूँ।
तुम पवन मिलो और शब्द बने, शब्दों की निर्मल धारा हो,
तुम सावन के मीत बनो, ये सावन तुमको प्यारा हो।
मैं भी एक स्वप्निल जगत बना, एक भीना राग बनाऊंगा,
तब जाकर विरह - वेदना से निज का संबध मिटाऊंगा।।

- Nitin Kr Harit वेदना
है भरी वेदना इस तन में, हे वेणु! तुम कैसे जानो?
मै विरह कलित हूँ सावन में, तुम राग अमंद मानस तानो।
तुम पवन मिले, धरती-अम्बर, तुम पूर्ण हुए, अब जल-जलधर,
तुम मधुर शब्द गुंजाते हो, व्यंगित होते हैं हृदय पर ।
पर करके तुमको अवहेलित, मैं भी तो सार मिटाता हूं,
मैं विरहाकुल हूँ इस कारण, हे युगल! झुलसता जाता हूँ।
तुम पवन मिलो और शब्द बने, शब्दों की निर्मल धारा हो,

kuchpanktiyan

#imsgzb

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile