Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best ख़्यालो Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best ख़्यालो Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos about

  • 4 Followers
  • 27 Stories

Rabindra Kumar Ram

" मैं तुझे बेहिसाब सा लिखुं तहरीर पे मेरे , कभी दुर कभी और पास सा लिखुं अल्फाज़ मेरे , बज़्म ख़्यालो का अब जो भी हो जैसे भी हो , मैं मुन्तजिर रहुगा तेरा ये बात कुछ जायज ठहरा मेरे . " --- रबिन्द्र राम #बेहिसाब #तहरीर #अल्फाज़ #बज़्म #ख़्यालो #मुन्तजिर #जायज

read more
" मैं तुझे बेहिसाब सा लिखुं तहरीर पे मेरे ,
कभी दुर कभी और पास सा लिखुं अल्फाज़ मेरे ,
बज़्म ख़्यालो का अब जो भी हो जैसे भी हो ,
मैं मुन्तजिर रहुगा तेरा ये बात कुछ जायज ठहरा मेरे . "

                      --- रबिन्द्र राम

©Rabindra Kumar Ram " मैं तुझे बेहिसाब सा लिखुं तहरीर पे मेरे ,
कभी दुर कभी और पास सा लिखुं अल्फाज़ मेरे ,
बज़्म ख़्यालो का अब जो भी हो जैसे भी हो ,
मैं मुन्तजिर रहुगा तेरा ये बात कुछ जायज ठहरा मेरे . "

                      --- रबिन्द्र राम 

#बेहिसाब #तहरीर #अल्फाज़ #बज़्म #ख़्यालो #मुन्तजिर #जायज

Priya Batra

"तुम बिन" जब से तुम नहीं हमसफर तुम बिन ज़िंदगी भी अंजानी राहों का सफर देखें लाख तुफां बाहर समंदर तुम बिन कैसे बयां करे अंदर का मंजर हैं अकेले,नही तुम हो पास

read more
"तुम बिन"
जब से तुम नहीं हमसफर
तुम बिन ज़िंदगी भी अंजानी राहों का सफर

देखें लाख तुफां बाहर समंदर
तुम बिन कैसे बयां करे अंदर का मंजर

हैं अकेले,नही तुम हो पास

Anil Ameta

#ख़्यालो का शोरखामोशी

read more
...बहुत शोर हो रहा है,
तुम यूँ खामोश ना रहो! #ख़्यालो का शोर#खामोशी

Mansi Goswami

#MOKSHA#LGBTQ+community

read more
कुछ अनसुलझा सा रहता है दिल में, 
क्योंकि उम्र ही ये ख़्यालो की है, 
ख़्याल किसी को पाने के,
ख़्याल किसी को अपना बनाने के,
ख़्याल किसी के हो जाने के, 
ख़्याल किसी में खो जाने के, 
कुछ ख़्याल एसे भी हैं जिनमें किसी का कोई हिस्सा नहीं,
कुछ ख़्याल अकेले ही ज़िन्दगी बिताने के, 
कुछ ख़्याल एसे भी है जिनमे ना ही कोइ मदहोशिया न ही कोई रूमानियत, 
एसे कुछ ख़्याल जिन्हें लोग बेरंग सा भी कहते हैं, 
यही ख़्याल अक्सर मुझसे सवाल किया करते हैं कि 'क्या एसे ख़्याल रखना सही है ?' ,
क्या किसी के लिए ख्याल ना होना सही है? 
फ़िर एक ख्याल आता है कि कहीं एसे ख्यालो से ज़िन्दगी बेरंग तो न हो जाएगी, 
फ़िर ख्याल आता है कि ज़िन्दगी में रंग भरने के कई और भी तरीके हैं क्या हुआ जो मुझे ज़िस्मानी तरीके में दिलचस्पी नहीं, 
फ़िर एक ख्याल आता है कि 'लोग क्या कहेन्गे? '
उस ख्याल को रौंदता हुआ एक कमबख़्त ख्याल फ़िर आता कि " अरे छोड़ो! कौन लोगो के बारे में सोचता है "
हाय! ये ख़्याल, बड़े नासमझ, नामुराद, बेहया होते हैं, 
इन्हें कौन समखाये की इन ख़्यालो के लिये इस समाज में कोइ ज़गह नहीं है, 
कौन इन्हें बताये कि ये समाज सिर्फ़ मर्दाना और जनाना होना ही जानता है, 
ये समाज इन्सानो को सिर्फ़ दो ही नज़र से देखता है या तो आदमी या औरत और किसी के लिए जगह नहीं, 
पर ये समाज ये नहीं जानता कि ख़्याल तो ख़्याल होते, 
वो बिन पंखों के वो आसमान छू आते हैं, 
सागर में मोती छू आते हैं, 
ये तो सिर्फ़ जज़्बात हैं |
 #MOKSHA#LGBTQ+community


About Nojoto   |   Team Nojoto   |   Contact Us
Creator Monetization   |   Creator Academy   |  Get Famous & Awards   |   Leaderboard
Terms & Conditions  |  Privacy Policy   |  Purchase & Payment Policy   |  Guidelines   |  DMCA Policy   |  Directory   |  Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile