Find the Best हरि Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutअब हरि है मैं नहीं, love हरियाणवी सॉन्ग, love हरियाणा, 'हरिवंश राय बच्चन की कविता कोशिश करने वालों की हार नहीं होती', हरि अमावस कब है,
Shivkumar barman
🌿 ॐ नमो भगवते वासुदेवाय 🌿 नारद जानेउ नाम प्रतापू । जग प्रिय हरि हरि हर प्रिय आपू ॥ नामु जपत प्रभु कीन्ह प्रसादू । भगत सिरोमनि भे प्रहलादू ॥ भावार्थ:- नारद जी ने नाम के प्रताप को जाना है, " हरि " यानि विष्णु भगवान सारे संसार को प्यारे हैं, विष्णु भगवान को " हर " यानि महादेव जी प्यारे हैं लेकिन नारद जी तो विष्णु भगवान और महादेव जी दोनों के ही प्रिय हैं । नाम के जपने से ही भगवान ने प्रहलाद पर कृपा की जो प्रभु के भक्तों के भी शिरोमणि बन गये । ©Shivkumar barman Abhishek Kumar Pandey Sudha Tripathi Gyansagar Chaudhari Kavi Dilip Mishra Farhan Shaikh 🌿 #ॐ नमो भगवते #वासुदेवाय 🌿 नारद जानेउ नाम प्रतापू । जग प्रिय हरि #हरि हर प्रिय आपू ॥
Abhishek Kumar Pandey Sudha Tripathi Gyansagar Chaudhari Kavi Dilip Mishra Farhan Shaikh 🌿 #ॐ नमो भगवते #वासुदेवाय 🌿 नारद जानेउ नाम प्रतापू । जग प्रिय हरि #हरि हर प्रिय आपू ॥
read moreChetram Nagauri
Black राधे राधे बोल मन शुद्ध होगा हरि हरि बोल मन हल्का होगा। ©Chetram Nagauri #Morning #राधे #हरि
बेजुबान शायर shivkumar
Vishnu Bhagwan वर्णन मानव क्या करे, जब सक्षम वेद ना होए । क्षीरसागर शेष शयन, निद्रा से नयना सोए ।। जगत पालक जगतपति, की महिमा जटिल महान । लक्ष्मी पति बैकुण्ठ पति का, कोई क्या गाए गुणगान ।। धर्म उन्ही से कर्म उन्ही से, सबके पालनहार । सदा करे भक्तो की रक्षा, ले जग मे अवतार ।। चतुर्भुजा नीला वरण, तन पीताम्बर सोहे । हृदय बसे माता लक्ष्मी, माया से सबको मोहे ।। नाभि कमल से ब्रहम हुए, करने जगत संचार । सदा जपे हरि हर को, हर जपे हरि हर बार ।। कमल नयन पद्म चरण, सुंदर छवि बलवान । सबके स्वामी नारायण को, कोटी कोटी प्रणाम ।। ©Shivkumar #vishnubhagwan #विष्णु #Nojoto #nojotohindi #दोहा #दोहे #मन्त्र वर्णन मानव क्या करे, जब सक्षम वेद ना होए । क्षीरसागर शेष शयन, निद्रा से नयना सोए ।। जगत पालक जगतपति, की #महिमा जटिल महान । लक्ष्मी पति बैकुण्ठ पति का, कोई क्या गाए गुणगान ।।
#vishnubhagwan #विष्णु #nojotohindi #दोहा #दोहे #मन्त्र वर्णन मानव क्या करे, जब सक्षम वेद ना होए । क्षीरसागर शेष शयन, निद्रा से नयना सोए ।। जगत पालक जगतपति, की #महिमा जटिल महान । लक्ष्मी पति बैकुण्ठ पति का, कोई क्या गाए गुणगान ।।
read moreदूध नाथ वरुण
इस जीवन की कीमत तू क्या जाने, ये जीवन है अनमोल। तू तज के माया मोह को अब,हरि रस को मन में घोल ।। ©दूध नाथ वरुण #हरि रस
#हरि रस
read moreदूध नाथ वरुण
मन मेरो राम ही राम रटाए। सोवत जागत हरि गुन गाए।। ©दूध नाथ वरुण #हरि गुन
#हरि गुन
read moreदूध नाथ वरुण
Jai Shri Ram ऐसा नहीं कोई दिन जिसदिन मैं,राम तुझे न याद करूं। अब आ जाओ भी मेरे रघुवर, तुझसे मैं फरियाद करूं ।। ©दूध नाथ वरुण #हरि कृपा
#हरि कृपा
read moreदूध नाथ वरुण
भाग -५ जिस दिन के लिए मैं जिंदा थी, आखिर ओ दिन भी आ गए। गुरूदेव की वाणी सत्य हुई, प्रभु राम के दर्शन पा गए।। ©दूध नाथ वरुण #हरि दर्शन
#हरि दर्शन
read moreदूध नाथ वरुण
भाग-४ निज जीवन कर हरि को समर्पित,हरि गुन रोज मै गाऊं। इक दिन प्रभु राम आवेंगे,ये कह मन बहलाऊं।। जय श्री राम जय श्री कृष्णा ©दूध नाथ वरुण #हरि दर्शन
#हरि दर्शन
read moreदूध नाथ वरुण
भाग -३ प्रभु राम के स्वागत में,निज अश्क से पग मैं धुलाऊं। वन से मीठे बेर मैं चुन चुन, श्री हरी को खिलाऊं।। ©दूध नाथ वरुण #हरि दर्शन
#हरि दर्शन
read moreदूध नाथ वरुण
भाग - २ जिस पथ से प्रभु राम आवेंगे, ओको मै रोज बुहारूं। सुंदर सुंदर पुष्प को चुनकर, पथ में मैं रोज बिछाऊँ।। ©दूध नाथ वरुण #हरि दर्शन
#हरि दर्शन
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