Find the Best मानवाधिकार Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutमानवाधिकार की परिभाषा, मानवाधिकार आयोग से कैसे जुड़े, मानवाधिकार भारत में, मानवाधिकार आयोग के कार्य, कैदियों के मानवाधिकार,
Harvinder Ahuja
हम अपने हकों की लड़ाई कब लड़ेंगे, कब तलक खून हमारा निचोड़ा जाएगा, मत गाड़ो अर्श पर आंखें, अब ना मसीहा ऊपर से कोई आएगा, मसीहों के नाम बांट रखा है तुम्हें टुकड़ों में, हर कोई तुम्हें ईंधन की तरह जलाएगा, तुम अब इंसान नहीं इस्तेमाल की वस्तु हो, अपनी जरूरत के मुताबिक चलाएगा, कुछ सांसे हैं अगर बाकी,उठाओ विरोध का झंडा, तुम ना बच पाए तो वतन बच जाएंगे। ©Harvinder Ahuja #मानवाधिकार Praveen Jain "पल्लव" Beena Kumari Anshu writer Adhury Hayat vimlesh Gautam
#मानवाधिकार Praveen Jain "पल्लव" Beena Kumari Anshu writer Adhury Hayat vimlesh Gautam
read moreᴀʙʜɪꜱʜᴇᴋ ᴋᴜᴍᴀʀ ɢᴀᴜᴛᴀᴍ
जब कोई मजबूर इंसान नहीं पाता है अधिकार, तब उसका अधिकार दिलाने उठ खड़ा होता है मानवाधिकार. #मानवाधिकार दिवस ©ᴀʙʜɪꜱʜᴇᴋ ᴋᴜᴍᴀʀ ɢᴀᴜᴛᴀᴍ #humanrights
kumaarkikalamse
मानवाधिकार ~ किसी की खुशियों को अपने वश में करना सबसे बड़ा शोषण है। मानवाधिकारों की समझ हर इंसान में होनी चाहिए और उन्हे अपने अधिकारों को पाने का पूरा हक़ है। #YQBaba #Kumaarsthought #YQDidi #हिंदी #hindi #मानवाधिकार
#yqbaba #Kumaarsthought #yqdidi #हिंदी #Hindi #मानवाधिकार
read moreInsprational Qoute
न करो बैरभाव सबका समान अधिकार बस इतना तू समझ, तू इंसा मैं इंसा आज मिलकर मनाये मानवाधिकार दिवस । #मानवाधिकार #right #अधिकार
Darshan Blon
जब उस ऊपरवाले ने सबको जीवन दिया है एक समान तो क्यूँ हम हर वक़्त लड़ झगड़कर करते रहतें हैं इस जीवनका अपमान? Caption में पढ़ें ....... कहीं जात के नाम पर तो कहीं मजहब के नाम पर विभाजित हैं हमारे घर, लुटे या मरे कोई भी रस्ते में भला क्यूँ हो हमे किसीकी फिकर? देशप्रेम में किंतु सबसे आगे होकर "मेरा भारत महान" हम कहते हैं मगर!
कहीं जात के नाम पर तो कहीं मजहब के नाम पर विभाजित हैं हमारे घर, लुटे या मरे कोई भी रस्ते में भला क्यूँ हो हमे किसीकी फिकर? देशप्रेम में किंतु सबसे आगे होकर "मेरा भारत महान" हम कहते हैं मगर!
read morePRIYA SINHA
🚹🚺"मानवाधिकार"🚺🚹 आईए हम सभी मिलकर , बातें करते हैं मानवाधिकार की ; है तो ये बहुत हीं साधारण-सी बात , पर है ना ये बेकार की ! सबसे खास अधिकार , रोटी, कपड़ा और मकान ; साथ हीं साथ मिले सबको , थोड़ा प्यार और सम्मान ; ये सब तो है मौलिक , आवश्यताएं जिंदगी की , जिनको हक से हासिल करें , दुनिया का हर इक इंसान । हँसना-खेलना, घूमना-फिरना , स्वतंत्र होकर बोलना ; अपने फैसले आप करना , जिंदगी में मिठास घोलना ; अपने दिल की बातों को ना दबाना , सिर्फ अपने हीं दिल में , बल्कि अपनों के समक्ष खुलकर , अपने दिल के राज खोलना ! मिले सबको उचित शिक्षा जो दिलाए , समाज में सबको सही स्थान ; शिक्षित हो सभी ताकि कर पाए , सही गलत का फर्क पाकर सच्चा ज्ञान ; है ये बहुत हीं जरूरी के रखें हम , ख्याल अपनी इज्जत प्रतिष्ठा का , पर ये भी के ना तो होने दें और ना हीं , करें किसी दूसरे लोगों का अपमान ! ना तो हम करें किसी पर और ना हीं , हम बिल्कुल सहें कभी कोई अत्याचार ; क्योंकि ऐसा करने से ये देंगे हम सब , लोगों की शख्सियत को बिगाड़ ; यकीन मानो आएगी ना ऐसी स्थिति , कभी भी किसी व्यक्ति के लिए , जो होंगे हम सभी लोग अपने , तमाम हकों के जानकार । खैर, अधिकारों की ये सारी बातें , तो है बहुत हीं साधारण ; पर अब भी इन सब बातों से , महरूम है दुनिया के अधिकांश जन ; इसलिए इस कविता के माध्यम से , सब लोगों को संदेश है ये मेरा , ना छीने कोई अधिकार किसी का , जिससे ना रहे किसी का भी व्यथित मन । प्रिया सिन्हा 𝟏𝟎 दिसम्बर 𝟐𝟎𝟏𝟓.(गुरूवार) ©PRIYA SINHA #मानवाधिकार
Deep Bawara
नादान हैं मेरा बच्चा दिन में तारे तोड़ता हैं अपनी माँ से कहानियाँ सुनता हैं और आसमां में बाप को ढूँढता हैं ©Deep Bawara yq मुर्दाबाद #Nojoto #nojotoapp #मानवाधिकार #yqdidi #yqbaba #astheticthoughts #बच्चा
yq मुर्दाबाद #nojotoapp #मानवाधिकार #yqdidi #yqbaba #astheticthoughts #बच्चा
read moreDeep Bawara
yq दारी मांडीतो गोंधळ दि.25 सप्टेंबर2021 वेळ :: 10::43 कामना ::: हक्काची कागदे मिळवणे मानवी हक्काची मागणी ©Deep Bawara #आजतक #abpnews #News #न्याय #मानवाधिकार #yqdidi #yqbaba
Deep Bawara
क्या yq और उनके साथी लोग मेरी जान लेकर ही मानेगें कॉपीराइट नाम कि कोई चीज़ होती है क्या लेखकों के कोई अधिकार होते है TRP के लिए yq जैसे लोग क़बतक हत्याये करेंगे शायद मुझे भी न्याय के लिए मरना होगा। yq ने ऐसे ही चुप्पी साधी तो मैं आत्महत्या करुँगा।🤐 ©Deep Bawara #yqdidi #yqbaba #nojato #न्याय #मानवाधिकार #कॉपीराइट #लेखक
Deep Bawara
भाग मिल्खा भाग मंज़िल तेरी हम नहीं जानते दौड़ते दौड़ते गिर जाओ तो हम नहीं जानते हम जानते है हमारा मक़सद TRP हासिल करना कोई जिये कोई मरे हमसे मतलब हम नहीं जानते दोनों हाथों से लुटे खजाने कि क़सम खाकर कहेंगे कहाँ से आई ये दौलत हमसे ना पूछों हम नहीं जानते हम अकेले भला किस किस पे रक्खें नज़र सबसे लिखवाया जो नाम उसको तो हम नहीं जानते हाँ जानते है हम उसके सारे राज़ और इसके लिए रखते है नज़र दो साल से कहानी तो सुनाई है हमनें अब और किस्से हम नहीं जानते तुम जानो आगे का संसार बिना फ़ेरे शादी करवाना था हमारा काम लिखवायेंगे कहानियाँ कुचल देंगें कौन से मुलभुत अधिकार हम नहीं जानते इससे होगा सबका भला बुरा होना है जिसको मिलकर करेंगे बदनाम वो रिश्तेदार नहीं हमारा ना कोई दौलत वाला है दीप उसको हम नहीं जानते हमको सब जानते है दुनियाँवाले मानते है हमारा ही लोहा मारेंगे हथोड़ा फोड़ेंगे सर करेंगे खल्लास कैसे मरा हम नहीं जानते अब तक़ तो सबूत मिटा दिए है हम तो गंगा नहा लिए अब कौन दे किसका साथ कौन लाल कौन मैया हम नहीं जानते हमको भी अपनी बचानी है लाज झूठ बोलेंगे तो झूठ छुपेगा आज कहेंगे सबसे yq का इसमें पैर नहीं ना हाथ दिमाग़ लगा सो अलग बात हम नहीं जानते ©Deep Bawara #मुर्दो_का_शहर_yq #yqdidi #yqbaba #मानवाधिकार #ajjtak #abpnews #झूठाyourquoits #nojato #nojohindi