Find the Best दोगी Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos about
Girdhar Soni
सुनों, एक उलझन हैं मेरी, सुलझा दोगी क्या? इत्तेफाक से ग़र हम मिले कहीं तो देख के मुस्कुरा दोगी क्या? #उलझन #Nozoto Dr. Vivek Bindra Official 🌐 Surbhi Rajput Ritika Gupta Aatish Soni Shikha Sharma Soumya Jain Ankita Silence_killer___❤️ Pari aggarwal
Govinda
मौसम की तरह तुम बदल जाती हो पल पल सनम, तुमसे क्या मोहब्बत करे हम, इश्क़ का मतलब सिखोगी हमसे, इश्क़ लड़ाओगी किसी और से तुम, इंतजार करेंगे तेरा हम, लव यू जानू कहोगी किसी और को तुम, मौसम की तरह हो तुम, दोगी दुनियां भर के गम, आँखों को कर दोगी नम, तो कैसे करले मोहब्बत तुमसे हम। #love
Kumar Abhishek
झूठे वादे कर के मुझे तोड़ ही दोगी, मुझे पता है.. आज नहीं तो कल छोड़ ही दोगी... asu #asulove
अvii miश्र ___राdhe
हाँ ,तुम मुझे कभी भूला न पाओगी आइने अपने घर से कट न पाओगी, हाँ मान लिया जला दोगी तसवीरें सारी मगर आंखों से तसवीरें हटा न पाओगी ! माना वो कसमे वादे सब भुला दोगी मगर वो पहली मुलाकात भुला न पाओगी, और क्या कहा था तुमने तुम खुश रह लोगी अरे छोड़ो भी ,तुम मेरे बिना मर भी नही पाओगी ! #Love
VIBING_SOLITUDE
हाँ! तुम मुझे कभी भुला न पाओगी आईने अपने घर से हटा न पाओगी हाँ! मान लिया जला दोगी तस्वीर सारी मगर आँखो से तस्वीर हटा न पाओगी माना वो कसमें वादे सब भुला दोगी मगर वो पहली मुलाकात भुला न पाओगी क्या कहा तुम खुश रह लोगी बिन मेरे अरे छोड़ो भी तुम मेरे बिन मर जाओगी आदि #hardtime #life #poetry #nojoto
Raghu Satankar
कुछ सपने अधुरें हैं मेरे.... इन्हे पूरा करने दोगी क्या....! तुम्हारा श्रिंगार बहुत सुन्दर हैं... बस इक माँग भरने दोगी क्या...? #kuch_adhure_sapne
Yätêñdrå Räjpût
मेरी तमन्नाओं को एहसास कहां था इतना, कि मेरी तमन्नाओं का गला घोंट दोगी तुम। नहीं था पता, कि मेरे कलेजे से दिल निकाल फुटबॉल बना फेंक दोगी तुम। ख़ुद से ज्यादा चाहा था तुमको सराखों पर बिठा घुमाया था तुमको पर यह एहसास कहां था, कि मेरी मुहब्बत को यूँ अंगारों में जला फेंक दोगी तुम। #दिल की तमन्ना# #अपनी क़लम से#
✍🏼एहसासे सागर
एक स्याह रात.....पहाड़ो से झाँकता मद्धिम सा चाँद....एक लाल कश्मीरी शॉल में हम तुम.....जलता अलाव.....मेरे काँधे पर तेरा सर....आंखे मूंदे.... उस भीगी रात को ख़ुद में जज़्ब करती हमारी ये आख़िरी मुलाक़ात..... ज़िन्दगी इसके बाद भी बदस्तुर चलती रहेगी....लाखों अनजान से मैं टकरूँगा.....हज़ारों से होगी तुम्हारी भी मुलाकातें.... लेक़िन ये लम्हा अटक जएगा.... दिल की किसी गहराई में उतर कर....बैठ जायेगा.... जम जएगा...और आहिस्ता आहिस्ता इस पर वक़्त की काई जम जयेगी..... वादा करोगी तुम की ताउम्र याद रखोगी मुझकों.... और बातों का सिलसिला कभी नहीं थमने दोगी.....ले आँखो में नमी अपने हमसफ़र का हाथ थाम चल दोगी....उसके साथ नए सपनों में रंग भरोगी.....मैं यूँ ही तुम्हारे रंग में रंगा....मलंग बना फिरूँगा....और मेरे संग बिताएं लम्हे...मेरा प्यार....सब एक दिन बेमानी हो जाएगा वास्ते तुम्हारे...अपना हर वादा भूल जाओगी.....तोड़ दोगी..... मेरे लिए हर एहसास तुम ख़ुद से बाहर फेंक दोगी.... क्योंकि वो मर चुके होंगे.....और अब तुमकों उनकी रत्ती मात्र भी ज़रूरत नहीं....इत्तफ़ाक़ से मैं जान चुका होऊँगा इस सच को.....क्योकि एहसासों की ही तो डोर बंधी थी हम दोनों में....तुम्हारे अंदर से फेंके गए वो मरे हुए एहसास मुझ तक तो आ ही जायेंगे.....और तुम अपनी उस रंगीन दुनिया में मशगूल....ये भूल चुकी होगी कि किसी की साँसे ही ले आयी थी तुम.....और मैं....फ़िर भी इस लम्हें को जी रहा होऊँगा.....तुम्हारे ही संग....ऐसे ही.....एक स्याह रात में(✍🏼 एहसासे सागर 29/7/19 10:54 A.M.) #akhirimulakaat #story_by_me
Pravin Kumar
एक चुटकी जहर 👇👇👇 "एक चुटकी ज़हर रोजाना" आरती नामक एक युवती का विवाह हुआ और वह अपने पति और सास के साथ अपने ससुराल में रहने लगी। कुछ ही दिनों बाद आरती को आभास होने लगा कि उसकी सास के साथ पटरी नहीं बैठ रही है। सास पुराने ख़यालों की थी और बहू नए विचारों वाली। आरती और उसकी सास का आये दिन झगडा होने लगा। दिन बीते, महीने बीते. साल भी बीत गया. न तो सास टीका-टिप्पणी करना छोड़ती और न आरती जवाब देना। हालात बद से बदतर होने लगे। आरती को अब अपनी सास से पूरी तरह नफरत हो चुकी थी. आरती के लिए उस समय स्थिति और बुरी हो जाती जब उसे
"एक चुटकी ज़हर रोजाना" आरती नामक एक युवती का विवाह हुआ और वह अपने पति और सास के साथ अपने ससुराल में रहने लगी। कुछ ही दिनों बाद आरती को आभास होने लगा कि उसकी सास के साथ पटरी नहीं बैठ रही है। सास पुराने ख़यालों की थी और बहू नए विचारों वाली। आरती और उसकी सास का आये दिन झगडा होने लगा। दिन बीते, महीने बीते. साल भी बीत गया. न तो सास टीका-टिप्पणी करना छोड़ती और न आरती जवाब देना। हालात बद से बदतर होने लगे। आरती को अब अपनी सास से पूरी तरह नफरत हो चुकी थी. आरती के लिए उस समय स्थिति और बुरी हो जाती जब उसे
read moreRaaj _The Secret
Upset एक दिन मै तुझसे जुदा हो जाऊंगा दुनिया की भीड़ से अलग हो जाऊंगा ना जाने मै कहाँ खो जाऊँगा लाख पुकारोगी तुम मै लौट कर नही आऊँगा तब तुम थक कर अपनी रसोई में व्यस्त हो जाओगे रात को बिस्तर पर मुझे ढूढ़ती आँसू बहा कर सो जाओगी सुबह जब देखोगी अपने फोन को पैगाम मेरा नही पाओगी उस दिन तुझे मै याद आऊंगा पर लौट कर मे नही आऊंगा उस दिन हर रिश्ता छूट जाएगा फिर मैं कभी नही तुझसे रूठ पाउँगा हम ना आंखे खोलेंगे तुझसे कभी ना बोलेंगे आखर उस दिन तुम भी रो दोगी एह मेरे हमदम तुम मुझे तब खो दोगी