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Sonu Sharma
ना #झुकने का #शौक हैं ना #झुकाने का #शौक. हैं कुछ #एहसास दिल से #जुड़े हैं..... बस उन्हें #निभाने का #शौक हैं.....!!!! ©A sharma
Patil MS
Heartbreak हे ईश्वर!! इतना दुःख दे मुझे, जिसे सहा न जाए इतना दर्द दे, दिल टूटकर भीकर जाए। टूटकर भिकरना, भिकरकर संवरनेका यह सील-सिला; इतनी तकलिब दे मुझे, यह सील-सिला यही थम जाए। #जुड़े तो क्या जुड़े! टूटने की निशानी अभी ताजी हैं।
#जुड़े तो क्या जुड़े! टूटने की निशानी अभी ताजी हैं।
read moremjaiswar
मेरे भी कुछ ख्वाब तुझसे जुड़े हैं , जो तेरे बिना हमेशा अधूरे होंगे । उन ख्वाबों के सहारे तुझे पाने के मेरे इरादे भी , पागल तेरे सहारे ही जी रहे होंगे । तुझसे होने वाली मेरी हर अधूरी बात , तुझसे मिलने के बाद ही पूरे होंगे । तुझे पाने के लिए खुदा से मांगी दुआ मैने , वो ना जाने कब पूरे होंगे । #मेरे भी #कुछ #ख़वाब #तुझसे #जुड़े है । Aryan
Dpk Sky/DS
रिश्ते वो बडे़ नहीं होते जो जन्म से जुड़े होते है ।। रिश्ते वो बडे़ होते है जो दिल से जुड़े होते है।। by P.S.
Ajay Keshari
#काँच बहुत ही नाजुक होता, गिरे तो यह टूट जाता है.! टूटे काँच जुड़ नही पाते, जुड़े तो खाँच बन जाता है.! रिश्ते भी बडे होते नाजुक, देखना यह कहीं टूटे ना.! टूटे तो फिर जुड़ नही पाते, जुड़े तो खाँच रह जाते है.! रिश्ते काँच है दोनों नाज़ुक, इसे बचाकर रखना.! #अजय57
आयुष पंचोली
जो लोग किसी के जीते वक्त अगर उससे जुड़े हुएँ किसी रिश्ते का, उस व्यक्ति का सम्मान नही कर सकते तो, ऐसे लोगो को उस व्यक्ति के देह त्याग के बाद भी उसके अन्तिम दर्शन का कोई हक नही हैं। अगर आप जीते जी उस इन्सान को वह मान , वह सम्मान, उससे जुड़े रिश्ते को निभा ही नही पायें , तो उसके देह त्याग के पश्चात दिखावा करके आंसू बहाने से क्या लाभ। अगर आपके मन मे उस रिश्ते या उस व्तक्ती के लिये थोड़ा सा भी मान होता तो, आप कभी उस रिश्ते से दूर ही नही होते। मगर अगर आपने जब उस रिश्ते का उस व्यक्ति का ही मान नही रखा तो उसकी मृत्यू उपरांत भी कोई दिखावा कभी मत करना। अगर सच मे इन्सान हो तो। वजह चाहे जो हो, अगर कोई रिश्ता खत्म होता हैं तो, हाथ किसी तीसरे का ही होता हैं। और जहां दो लोग आपसी सम्बन्धो के बीच किसी तीसरे की बात को बिना सोचे, जाने और समझे ही महत्व देते हुएँ किसी रिश्ते का अन्त कर दे, वह गलती से इस मानव यौनि मे आये हैं।🙏🙏🙏 बात बहुत कड़वी हैं मगर, मै तो ऐसा ही हूं। और हर उस शख्स से हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं, जिन्होंने मुझे बीच मजधार मे छोड दिया था, जिन्होने मुझसे जुड़े रिश्तों को किसी और की बातों मे आकर तोड दिया था, अब उनसे मेरा कोई समबन्ध नही रह जायेगा, आखरी ख्वाईश ही यह रहेगी मेरी, ऐसे किसी भी शख्स को मेरे और मुझसे जुड़े रिश्तों के अन्तिम दर्शन का हक भी नही दिया जायेगा....!!!!!🙏🙏🙏🙏🙏 ©आयुष पंचोली ©ayush_tanharaahi #kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan #mereprashnmerisoch जो लोग किसी के जीते वक्त अगर उससे जुड़े हुएँ किसी रिश्ते का, उस व्यक्ति का सम्मान नही कर सकते तो, ऐसे लोगो को उस व्यक्ति के देह त्याग के बाद भी उसके अन्तिम दर्शन का कोई हक नही हैं। अगर आप जीते जी उस इन्सान को वह मान , वह सम्मान, उससे जुड़े रिश्ते को निभा ही नही पायें , तो उसके देह त्याग के पश्चात दिखावा करके आंसू बहाने से क्या लाभ। अगर आपके मन मे उस रिश्ते या उस व्तक्ती के लिये थोड़ा सा भी मान होता तो, आप कभी उस रिश्ते से दूर ही नही होते। मगर अगर आपने जब उस रिश्ते का उस व्यक्ति का ही मान नही रखा तो
जो लोग किसी के जीते वक्त अगर उससे जुड़े हुएँ किसी रिश्ते का, उस व्यक्ति का सम्मान नही कर सकते तो, ऐसे लोगो को उस व्यक्ति के देह त्याग के बाद भी उसके अन्तिम दर्शन का कोई हक नही हैं। अगर आप जीते जी उस इन्सान को वह मान , वह सम्मान, उससे जुड़े रिश्ते को निभा ही नही पायें , तो उसके देह त्याग के पश्चात दिखावा करके आंसू बहाने से क्या लाभ। अगर आपके मन मे उस रिश्ते या उस व्तक्ती के लिये थोड़ा सा भी मान होता तो, आप कभी उस रिश्ते से दूर ही नही होते। मगर अगर आपने जब उस रिश्ते का उस व्यक्ति का ही मान नही रखा तो
read moreआयुष पंचोली
रिश्ता वही श्रेष्ठ होता हैं, जहां उसमे स्वार्थ नही अपनापन हो। जहां दिखावा नही बल्कि दिल मे उस रिश्ते के लिये मान, सम्मान , समर्पण और प्रेम हो। फ़िर चाहे वो किसी से भी हो। और अगर किसी रिश्ते के लिये आपके मन मे बैर हैं, मगर आप सिर्फ दिखावे के लिये उसको निभा रहे हो तो, इससे अच्छा हैं उससे दूर हो जाओ। उसका परित्याग करदो । क्योकी मन मे वैमनस्यता और बैर लिये जो रिश्ता पनपता हैं, उसका अन्त कभी सुखद नही होता। चाहे फ़िर यह बैर किसी भी रिश्ते के लिये ही क्यो ना हो। माता, पिता, भाई, बहन, पति, पत्नी, पुत्र, पुत्री, दोस्त, समबन्धी सब अपनेपन के कारण ही आपसे जुड़े होते हैं। मगर जब यह अपनापन खत्म होने लगता हैं, और उस रिश्ते मे कटुता आने लगती हैं, तब सबका व्यवहार आपके लिये बदलने लगता हैं। फ़िर हर रिश्ता सिर्फ नाम का रह जता हैं, इसके अलावा कुछ नही। और किसी के व्यवहार को सोचकर मन ही मन दुखी होने से अच्छा होता हैं, उसे आपसे जुड़े सम्बंध से मुक्त कर उसे उसकी राह पर चलने दिया जायें। अगर सामने वाला सच मे आपके लिये मान-सम्मान, समर्पण और प्रेम भाव रखता होगा, तो वह कभी आपसे दूर नही हो पायेगा। और अगर ऐसा नही हैं, तो आप लाख उसे रोकना चाहो, वह ठहर ही ना पायेगा। आप इसे कुछ भी कहलो , मगर यह एक कटु सत्य हैं।🙏🙏🙏🙏 ©आयुष पंचोली ©ayush_tanharaahi #kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan #mereprashnmerisoch रिश्ता वही श्रेष्ठ होता हैं, जहां उसमे स्वार्थ नही अपनापन हो। जहां दिखावा नही बल्कि दिल मे उस रिश्ते के लिये मान, सम्मान , समर्पण और प्रेम हो। फ़िर चाहे वो किसी से भी हो। और अगर किसी रिश्ते के लिये आपके मन मे बैर हैं, मगर आप सिर्फ दिखावे के लिये उसको निभा रहे हो तो, इससे अच्छा हैं उससे दूर हो जाओ। उसका परित्याग करदो । क्योकी मन मे वैमनस्यता और बैर लिये जो रिश्ता पनपता हैं, उसका अन्त कभी सुखद नही होता। चाहे फ़िर यह बैर किसी भी रिश्ते के लिये ही क्यो ना हो। माता, पिता, भाई, बहन, पति, पत्नी, पुत्र,
रिश्ता वही श्रेष्ठ होता हैं, जहां उसमे स्वार्थ नही अपनापन हो। जहां दिखावा नही बल्कि दिल मे उस रिश्ते के लिये मान, सम्मान , समर्पण और प्रेम हो। फ़िर चाहे वो किसी से भी हो। और अगर किसी रिश्ते के लिये आपके मन मे बैर हैं, मगर आप सिर्फ दिखावे के लिये उसको निभा रहे हो तो, इससे अच्छा हैं उससे दूर हो जाओ। उसका परित्याग करदो । क्योकी मन मे वैमनस्यता और बैर लिये जो रिश्ता पनपता हैं, उसका अन्त कभी सुखद नही होता। चाहे फ़िर यह बैर किसी भी रिश्ते के लिये ही क्यो ना हो। माता, पिता, भाई, बहन, पति, पत्नी, पुत्र,
read moreAjay Keshari
रिश्तों के धागे कच्चे है जुड़े हुए पर दिल से है.! दिल से जुड़े तार कभी नही टूटे कड़वे बोलों से.! बातों-बातों में जो रुठे उसको हम मनाते है.! टूटे ना रिश्तों की धागा प्यार से उसको सींचते है.! रिश्तों की जो नीव डालते होती बहुत ही गहरी है.! हवा के झोकों से ना टूटे ऐसे गहरे रिश्ते है.! #अजय57 #रिश्ते
RAJANIKANT SAGAR
रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाय! टूटे से फिर ना जुड़े,ओर जुड़े गाठ पड़ जाए!!