Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best गुज़रा Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best गुज़रा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos about

  • 19 Followers
  • 81 Stories

Amit Singhal "Aseemit"

King Rex

"कभी बहुत मुस्कराए थे हम एक साथ,
अब वो हंसी की जगह सिर्फ़ यादें रह गई।"

©King Rex #dhundh #खोयाप्यार #गुज़रा

vipin verma

💔💔

read more
तेज़ आँधी रात अँधयारी अकेला राह-रौ
बढ़ रहा है सोचता डरता झिजकता राह-रौ

मंज़िलें सम्तें बदलती जा रही हैं रोज़ ओ शब
इस भरी दुनिया में है इंसान राह-रौ

कुछ तो है जो शहर में फिरता है घबराता हुआ 
बे-ख़बर वरना भरे जंगल से गुज़रा राह-रौ

खिड़कियाँ खुलने लगीं दरवाज़े वा होने लगे
जब भी गुज़रा राह से कोई सजीला राह-रौ

ख़िज्र की सी उम्र वरना कैसे तन्हा काटते
बे-सहारा रास्तों का हैं सहारा राह-रौ

बख़्श ही दे कोई शायद गेसुओं की नर्म छाँव
हर नई बस्ती में थोड़ी देर ठहरा राह-रौ

कोई मंज़िल आख़िरी मंज़िल नहीं होती ‘फ़ुज़ैल’
ज़िंदगी भी है मिसाल-ए-मौज-ए-दरिया राह-रौ         -  - विपिन वर्मा (लखनवी) 💔💔

Anisha Ani

Arzooo

मेरा मन्ज़िल को पाना रासतो को नगवार  गुज़रा... 
एक हादसा मेरी ज़िन्दगी में दो बार गुज़रा... #हादसा

राणा नवीन सिंह

दुनिया में हूँ दुनिया 
का तलबगार नहीं हूँ 
बाज़ार से गुज़रा हूँ
ख़रीदार नहीं हूँ 
-राणा...✍ #दुनिया में हूँ दुनिया का #तलबगार नहीं हूँ 

#बाज़ार से #गुज़रा हूँ #ख़रीदार #नहीं हूँ 

#free_quote #keep_support #must_read_everyone #keep_sharing #keep_like_comment
#most_popular_shayari
#letest_update
#love_shayari

Rajan Girdhar

read more
मेरी गली से वो एक दिन क्या गुज़रा

बरस गुज़र गए वो दिन नही गुज़रा

ROHIN HODKASIA

बचपन और लोरी पतंग थे धागे थे उड़ाने वाले हम बच्चे थे
बचपन हमारा मिट्टी में गुज़रा मिट्टी जैसे सपने थे।

कंचे थे गोली थी लोरी सुनाने को मां भोली सी थी
बचपन हमारा गांव में गुज़रा उंट की सवारी डोली सी थी। #maa #challange #bachpanlori #lori

Dinesh Saini

read more
बेख्याली का दौर भी बड़ी बेख्याली से गुज़रा
हम तकते रहे राह उनकी, दौर ए मैय्यत पर

फिर उनकी ही गली से गुज़रे हम भी "दिनेश"
आखरी झलक दिखाना उन्हें नागवार गुज़रा

Hemant Mohan

नहीं आया मुझे बातें बनाना
दुबारा प्यार में रातें गंवाना।।

न जाने क्या हुआ कैसे हुआ ये
कहां छूटा मेरा साथी पुराना।।

ख़तों में आज भी ज़िन्दा रखा है
किसी के याद का गुज़रा ज़माना।।

सलीका आज भी आया नहीं कुछ
नहीं आया मुझे यादें मिटाना।।

कभी टूटा कभी बिखरा सितारा
नहीं है ख़्वाब का कोई ठिकाना।।

हमेशा दूर से अच्छा लगा है
बजे जो ढोल पर गाना सुहाना।।

कहे लाखों दफ़ा कोई दिवाना
नहीं आता कभी गुज़रा ज़माना।। #गुजराज़माना
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile