Find the Best वसुंधरा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutवसुंधरा का अर्थ है, वसुंधरा का अर्थ, पृथ्वीला वसुंधरा का म्हणतात, नरेंद्र मोदी और वसुंधरा, जागतिक वसुंधरा दिन,
Vandana
भांति भांति के फूल है भांति भांति के अन्न,,, कई तरह के पशु पक्षी कई तरह के वन,,, परमात्मा ने सजाया धरती को कतरा कतरा,,, जर्रा जर्रा खुशबू से बिखेरा,,, कण-कण में भी नहीं हुई कुछ भूल,,,, कहीं सागर की गहराई,, कहीं पर्वतों की ऊंचाई,,, सुंदरता उकेर दी चहुँ ओर,,,, मानव ने स्वार्थ की भेंट चढ़ा डाला,,, इस धरा को,,,, वन को काट भवन बना डाले,,,, उपजाऊ भूमि को बंजर बना डाला,,,, खेत खलियान में उद्योग लगा डालें,,, बेचारे पंछी भी भटकते बसेरे के लिए,,,, पशु भी अब भूख की तृप्ति के लिए,,,, शहरों की तरफ भागे,,,,, ग्लेशियर अब पिघल रहे पहाड़ अब टूट रहे, कहीं सुनामी कहीं बाढ़,,, जन्नत जैसी पृथ्वी का कर दिया तूने क्या हाल,,,, पापी मानव अब तो भुगत रहा,,, जिन पैसों के लिए तूने हरी-भरी धरा को नुकसान पहुंचाया,,, आज वह पैसा भी तेरे काम नहीं आया,,, स्वर्ग से सुंदर यह धरती अंबर आकाश,,,, जर्रे जर्रे में है परमात्मा का एहसास,,, यह धरती फिर से हो जाए हरी-भरी काश,,, सब खुल कर ले फिर से सांस,,,,, #greenplanet
स्वर्ग से सुंदर यह धरती अंबर आकाश,,,, जर्रे जर्रे में है परमात्मा का एहसास,,, यह धरती फिर से हो जाए हरी-भरी काश,,, सब खुल कर ले फिर से सांस,,,,, #greenplanet
read morevasundhara pandey
बरसाने कि राधिका, नंदगांव घनश्याम वृन्दावन प्रभु धाम है,प्रेम नाम गुणगान मेरी लाज सवांरियो, मेरे सांवलिया सरकार जा तन ते सुमिरन करों, दया धरम को मार्ग हे प्रभु मेरी विनती सुनो, कीजो कृपा अपार मैं के फेर में ना हो कोई दुखी, ऐसी विनम्रता देहु अपार ह्रदय विकार रहित बने ना बने,यहाँ बसो हे लाल प्यारी किशोरी संग सांवरिया, झूले हिंडोला नाथ मोर मुकुटधारी बनवारी मेरे पालनहार एक नाता प्रभु सँग जुड़ा ममता भरी अपार #वसुंधरा Like share n plz do collab #राधे_राधे #मोरमुकुटधारी #वृन्दावनबिहारीलाल
मोर मुकुटधारी बनवारी मेरे पालनहार एक नाता प्रभु सँग जुड़ा ममता भरी अपार #वसुंधरा Like share n plz do collab #राधे_राधे #मोरमुकुटधारी #वृन्दावनबिहारीलाल
read morePreeti Karn
तृषित चातक सी धरा निहारती नितदिन घुमड़ते मेघ बरसाये बूँदें नेह की संतप्त बेजान जलती काया संपोषित करूं स्वयं व आश्रितों की जीवंतता जागे मृतप्राय वृक्षों लता गुल्मों में संचार हो उर्जा नई सृष्टि का संवर्द्धन करूं स्वयं जीकर आश्रितों को जीने का सुअवसर प्रदान करूं मै धरा जननी वसुन्धरा । प्रीति #मेघ#वसुंधरा#जीवन# आधार #yqdidi#yopowrimo
#मेघ#वसुंधरा#जीवन# आधार #yqdidi#yopowrimo
read moreVasundhara Jadhav
सय ग्रिष्माची जुनी जाणती बहाव्यासंग फिरून येती तू शिशिरासम पर्णहीन मी ग्रिष्मासह फुलून येती थेंब कोवळा शमवतो अग्नी थरथरे उगा कांचन कांती अंबराची तरूल झुंबरे तप्त सोनसळी जणू ओघळती मी शोधू आठवण कोणती जर्द बहाव्यासंग उतरती उन्हास देता एक आडोसा बहावा उगा जणू खुणावती - वसुंधरा ©Vasundhara Jadhav #बहावा#वसुंधरा जाधव
Vasundhara Jadhav
मी तुझी वाट पाहत आहे........ संध्याकाळच्या रुणझुणणार्या वार्यासोबत भुरभरुतायेय केस चेहर्यावरून त्यातूनच झिरपतोय तिरकस संधिप्रकाश आणि दिवस-रात्री दरम्यानच्या या विरामाची ही कातरवेळ आजन्म वाट पाहत असल्याची हुरहुर आणि आर्त वादळाच काहूर अस्वस्थ होऊन वेगाने उसळतोय आकुंचित होऊन मनाचा सागर उजेड आणि अंधार मिसळतोय ढळतीय दूरवर तेजाची लकेर मग सगळं काही शांत होईल या आभाळाला शामल रंग चढेल आणि शांतता नक्कीच येईल पण आपल्या दोन शरीराला एकत्र बांधलेल्या आणि एकमेकांना दिलेली नजर याशिवाय मी शांततेची कल्पनाच करू शकत नाही. आता तुझ्याशिवाय या अस्थीरतेला स्थैर्य नाही. तू ये मी तुझी वाट पाहत आहे. वसु ©Vasundhara Jadhav # मी तुझी वाट पाहत आहे.... #वसुंधरा जाधव
# मी तुझी वाट पाहत आहे.... #वसुंधरा जाधव
read moreGanesh Din Pal
🌹घटाएं धरती से मिलने को आतुर हैं, यह धरती का दिल कहता है। हमारा दिल भी कुछ ऐसा ही है , जो आपसे मिलने को व्याकुल है।🌹 ©Ganesh Din Pal #वसुंधरा की चाहत
#वसुंधरा की चाहत
read moreRakesh frnds4ever
धरती धरा वसुंधरा जननी जन्मभूमि पृथ्वी जिससे मनुष्य उपजा आज उसी की हत्या करने लग रहा है और खुद को इंसान बताता है Rkysky frnds४ever #Eathday२२ April #धरती #धरा #वसुंधरा #जननी #जन्मभूमि पृथ्वी जिससे #मनुष्य उपजा आज खुद उसी की #हत्या करने लग रहा है और खुद को इंसान बताता है,,,,, #पृथ्वी #पृथ्वी_दिवस #EarthDay2021
#धरती #धरा #वसुंधरा #जननी #जन्मभूमि पृथ्वी जिससे #मनुष्य उपजा आज खुद उसी की #हत्या करने लग रहा है और खुद को इंसान बताता है,,,,, #पृथ्वी #पृथ्वी_दिवस #EarthDay2021
read moreVasundhara Jadhav
हम बात रखने का हुनर रखते है आप तो छुपाके खंजर रखते है कांटे जितने भी राह में बिछांओ पाँव में फुलोंका मंजर रखते है क्या पता कल का, गले मिल लो दोस्त दिल जानसे सबकी कदर रखते है लगावो तुम प्यार से गोते यूंही दिलों में गहरे समंदर रखते है तुम कितना भी जाओ पार नजरके हम भी तो बाज़ की नजर रखते है वसुंधरा जाधव ©Vasundhara Jadhav #हुनर##वसुंधरा जाधव#
Vasundhara Jadhav
जेंव्हा वेळ योग्य असेल निदान तेंव्हा तरी माझी आठवण येईल इतकं ही पुरेस आहे..... #वसु# ©Vasundhara Jadhav #वसुंधरा जाधव##इतकही पुरेस आहे#
#वसुंधरा जाधव#इतकही पुरेस आहे#
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जेंव्हा वेळ योग्य असेल निदान तेंव्हा तरी माझी आठवण येईल इतकं ही पुरेस आहे..... #वसु# ©Vasundhara Jadhav #वसुंधरा जाधव# #इतकही पुरेस आहे#