Find the Best मोटा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutजल्दी मोटा होने के उपाय, मटमैले रंग का मोटा रेशम, पटसन का मोटा कपड़ा, एक मोटा हाथी कविता, एक हाथी मोटा कार्टून,
Funny Singh🐼
इस दुनियां में सिर्फ मम्मी ही इकलौती ऐसी प्राणी हैं! जिनका बच्चा भले ही हाथी जैसा मोटा हो जाये; उन्हें कमजोर ही दिखता है।😍😜😂🤣 #mom #माँ #मोटा #कमजोर #funny #funnysingh pranjali mangale abhi abhi idea aaya yr...tere se baat karke😂🤣🤣🤣 Thanks for poka poki😆😆 #Jayap🎃🎃 Singh 🎃🎃 chulbul Dr.NIDHI SINGH
Mahesh SHARMA
मोटा मरता मोटी पे भुखा मरता रोटी पे मेरे टीचर की तीन बेटियां मैं मरता छोटी पे ©Mahesh SHARMA #मोटा #Stoprape
ROHAN KUMAR SINGH
अगर ये हिंदुस्तान में आना चाहें तो #मोटा #भाई आने दो हमको कोई ऐतराज़ नहीं है 😂😂😊😊😊 guriya kumari Sanu Pandey Tabita thapa 🤗🤗💓 Mita Pratibha Tiwari(smile)🙂
frequntaly mind change.....
#HBDayAmitShah धनतेरस पर भगवान आपको इतना धन दे की आपका नाम भी काले धन की सूची में आ जाए और आप लंदन में रहे जा कर #मोटा भाई कहिन Sameer Mansoory GOVIND Dhakad 🇦 🇳 🇰 🇮 🇹 🇮🇳 🇲OTIVATIO🇳0️⃣6️⃣ Barsha Prasad Namita Writer
Sameer Mansoory GOVIND Dhakad 🇦 🇳 🇰 🇮 🇹 🇮🇳 🇲OTIVATIO🇳0️⃣6️⃣ Barsha Prasad Namita Writer
read moreVijay Singh
सक्षम सिंह राठौर हठ कर बैठा चांद 1 दिन माता से यह बोला सिलवा दो मां मुझे उनका मोटा एक दुगोला सर सर चलती हवा रात भर जाड़े से मैं मरता हूं ठिठुर ठिठुर कर किसी तरह से यात्रा पूरी करता हूं आसमान का सफर और यह मौसम है जाड़े का अगर ना हो तो ला दो कुर्ता भाड़े का कभी एक अंगूर भर छोटा कभी एक फुट मोटा घटता बढ़ता रोज किसी दिन हो जाता है छोटा
सक्षम सिंह राठौर हठ कर बैठा चांद 1 दिन माता से यह बोला सिलवा दो मां मुझे उनका मोटा एक दुगोला सर सर चलती हवा रात भर जाड़े से मैं मरता हूं ठिठुर ठिठुर कर किसी तरह से यात्रा पूरी करता हूं आसमान का सफर और यह मौसम है जाड़े का अगर ना हो तो ला दो कुर्ता भाड़े का कभी एक अंगूर भर छोटा कभी एक फुट मोटा घटता बढ़ता रोज किसी दिन हो जाता है छोटा
read morevishal vashisth
भाइयों और बहनों बहुत जल्द हमारे मोटा भाई J&K में प्लॉट कटवाने वाले हैं जिनको भी लेना है हमारे मोटा भाई से संपर्क करें-911727780 और याद रखे मित्रों की पैन कार्ड आधार कार्ड से लिंक होना जरूरी है.धन्यवाद by v.v@ #J&K #PLOT
Anil Siwach
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 12 ।।श्री हरिः।। 8 - असुर उपासक 'वत्स, आज हम अपने एक अद्भुत भक्त का साक्षात्कार करेंगे।' श्रीविदेह-नन्दिनी का जबसे किसी कौणप ने अपहरण किया, प्रभु प्रायः विक्षिप्त-सी अवस्था का नाट्य करते रहे हैं। उनके कमलदलायत लोचनों से मुक्ता की झड़ी विराम करना जानती ही नहीं थी। आज कई दिनों पर - ऐसे कई दिनों पर जो सौमित्र के लिए कल्प से भी बड़े प्रतीत हुए थे, प्रभु प्रकृतस्थ होकर बोल रहे थे - 'सावधान, तुम बहुत शीघ्र उत्तेजित हो उठते हो! कहीं कोई अनर्थ न कर बैठना! शान्त रह
read moreAnil Siwach
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11 ।।श्री हरिः।। 11 - वीरता का लोभ शरद् की सुहावनी ऋतु है। दो दिन से वर्षा नहीं हुई है। पृथ्वी गीली नहीं है; परंतु उसमें नमी है। आकाश में श्वेत कपोतों के समान मेघशिशु वायु के वाहनों पर बैठे दौड़-धूप का खेल खेल रहे हैं। सुनहली धूप उन्हें बार-बार प्रोत्साहित कर जाती है। पृथ्वी ने रंग-बिरंगे पुष्पों से अंकित नीली साड़ी पहन रखी है। पतिंगे के झुण्ड दरारों में से निकल कर आकाश में फैलते जा रहे हैं। आमोद और उत्साह के पीछे मृत्यु के काले भयानक हाथ भी छिपे हैं, इसका
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