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Pankaj Singh Chawla
सिर के दर्द पर तो हम बॉम लगा लेगें, जरा इस दिल के दर्द का इलाज तो बताते जाओ।। #दिल का #दर्द #heart #pain #Treatment #इलाज #सिरदर्द #headek #Yqbaba #yqdidi #yq #yqpaaji #writer #writing #yourquotes
Suditi Jha
मैं उसकी हमदर्द तो न बन पाई, पर सरदर्द जरूर बन गई ।। #cinemagraph #qsstichonpic2049 #हमदर्द #सिरदर्द #headaches #sad #sadshayari #feelings
Anamika
सिरदर्द की है साथी हां कड़वी कॉफ़ी मुझे भाती। #सिरदर्द #कॉफी #कड़वीकॉफ़ी #तूलिका
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read moreAnamika
एक ढक्कन रूठना , चम्मच भर शरारती मुस्कान मेरे सिरदर्द में काम आता बस यही तेरा ये बाम। #रूठना_मनाना #सिरदर्द #भगवानबचाये😀 #love my kiddos #childhoodlove #tulikagarg
#रूठना_मनाना #सिरदर्द भगवानबचाये😀 love my kiddos #childhoodlove #TulikaGarg
read moreVibha Katare
Dear Migraine ... तू मुझ में ही छिपा कहीं या मेरा हमसाया है.. मैं तुझको इतना भाती हूँ या मैंने ही तुझे बुलाया है.. यह साथ कठिनतम कब तक का और सहा नहीं जाता है.. विक्रम के बेताल सा, तुझको कंधों पर ढोती मैं, अब मेरा हर कदम लड़खड़ाता है ... अब ये बंधन तोड़ दे.. मेरे मष्तक में बाँधी, अपनी जंज़ीरों को अब खोल दे.. मैं भी तो देखूँ.. तू न होता तो मैं क्या होतीं .. Migraine ( आधा शीशी सिर दर्द) मेरी ज़िंदगी का अभिन्न हिस्सा , जिसने इसका स्वयं अनुभव नहीं किया उसके लिए यह महज सिर दर्द है लेकिन वास्तविकता में यह सिर्फ सिर दर्द नहीं वरन अधिक कष्टदायी है। जो रोजमर्रा की ज़िन्दगी को भी प्रभावित करती है। आज अपने इस अभिन्न हिस्से के लिए कुछ लिखने का मन हुआ। #yqbaba #yqdidi #hindiwriters #migraine #सिरदर्द
Migraine ( आधा शीशी सिर दर्द) मेरी ज़िंदगी का अभिन्न हिस्सा , जिसने इसका स्वयं अनुभव नहीं किया उसके लिए यह महज सिर दर्द है लेकिन वास्तविकता में यह सिर्फ सिर दर्द नहीं वरन अधिक कष्टदायी है। जो रोजमर्रा की ज़िन्दगी को भी प्रभावित करती है। आज अपने इस अभिन्न हिस्से के लिए कुछ लिखने का मन हुआ। #yqbaba #yqdidi #hindiwriters #migraine #सिरदर्द
read moreSachin Chaudhari
गौर फरमायें...... अभी ज़िंदा हूँ तो सिरदर्द बने हैं लोग, गर मर जाउँ तो हमदर्द बन जाएंगे ॥ मुझमें दिखती हैं इनको लाखों कमी, गर मर जाउँ तो ये खूबी ढूंढ लायेंगे !! अभी रास्ते में हूँ तो कोई वास्ता नही है मुझसे, जब मिल जायेगी मंजिल तो ये सब, मुझसे अपना रिश्ता बतायेंगे !! ©Sachin Chaudhari #हमदर्द #सिरदर्द #Journey
Kiran Kamble
🍏🌿सिर दर्द के कारण... शरीर मे पानी की कमी होने से ऑक्सीजन और रक्तप्रवाह की कमी हो जाती है किसी वजहसे लगातार सिर दर्द होता है.... ©Kiran Kamble 🤕सिरदर्द होने के कारण.... #सिरदर्द #आरोग्य
Parul Sharma
।।मेरी कविताएँ ।। पन्नों की दीवारों पर गुदी परत दर परत चिनी दब गयी किताबोें में बेबस सी मेरी कविताएँ। बेचूतो कोई मोल नहीं तोलू तो दो तोल नहीं न सुनने को कोई श्रोता न देखने को कोई नयन ही बस रद्दी भर है मेरी कविताएँ । (Full poem in caption ) पन्नों की दीवारों पर गुदी परत दर परत चिनी दब गयी किताबोें में बेबस सी मेरी कविताएँ। बेचूतो कोई मोल नहीं तोलू तो दो तोल नहीं न सुनने को कोई श्रोता
पन्नों की दीवारों पर गुदी परत दर परत चिनी दब गयी किताबोें में बेबस सी मेरी कविताएँ। बेचूतो कोई मोल नहीं तोलू तो दो तोल नहीं न सुनने को कोई श्रोता
read moreParul Sharma
मेरे ख्वाबों,ख्वाहिशों,दर्द व अहसास से तुझे कोई सरोकार नहीं। तुझसे इतर कुछ और, मेरा सहारा बने, ये भी तुझे बरदाश्त नहीं॥ पारुल शर्मा जब भी हम कविताओं में बिजी रहते हैं। वो कभी मुझे कभी मेरी संजीवनी( मेरी स्वरचित कविताओं का संग्रह/डायरी) को घूरते हैं॥ कहते हैं फालतू हो, फालतू के कामों में उलझी रहती हो। एक एक शब्द पर लोटपोट हो जायेगें सब, कविता क्या टोटली बकबास लिखती हो। जब भी हम संजीवनी(डायरी) में कुछ लिखते हैं, वो नाक मुँह सिकोड़ते हैं॥ जब भी हम ................ घिसती रहो कलम रद्दी कर डालो कितनी,सबकी सब दो कोड़ी की भी नहीं। फिक जायेंगी कबाड़ में ही।जब भी हम कलम को छूते हैं,उनके माथे पे बल बनते हैं। जब भी हम...... सिरदर्द हो तुम, औरों का सिरदर्द बनोगी, फालतू है तू, और फालतू कविताएँ तेरी। जब भी हम कोई कविता फेसबुक पर अपडेट करते हैं, वो कभी मुझे कभी मेरे मोबाइल को घूमते हैं॥ जब भी हम कविताओं में बिजी होते हैं।वो कभी मुझे कभी मेरी संजीवनी को घूमते है पारुल शर्मा #NojotoQuote Kavita kuch alag andaaj me............... मेरे ख्वाबों,ख्वाहिशों,दर्द व अहसास से तुझे कोई सरोकार नहीं। तुझसे इतर कुछ और, मेरा सहारा बने, ये भी तुझे बरदाश्त नहीं॥ पारुल शर्मा जब भी हम कविताओं में बिजी रहते हैं। वो कभी मुझे कभी मेरी संजीवनी( मेरी स्वरचित कविताओं का संग्रह/डायरी) को घूरते हैं॥
Kavita kuch alag andaaj me............... मेरे ख्वाबों,ख्वाहिशों,दर्द व अहसास से तुझे कोई सरोकार नहीं। तुझसे इतर कुछ और, मेरा सहारा बने, ये भी तुझे बरदाश्त नहीं॥ पारुल शर्मा जब भी हम कविताओं में बिजी रहते हैं। वो कभी मुझे कभी मेरी संजीवनी( मेरी स्वरचित कविताओं का संग्रह/डायरी) को घूरते हैं॥
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