Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best छोड़ने Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best छोड़ने Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutसाथ छोड़ने की शायरी, छोड़ने की दवाई बताओ, कोडीन छोड़ने की दवा, धूम्रपान छोड़ने की दवा, सिगरेट छोड़ने की टेबलेट,

  • 24 Followers
  • 97 Stories

Nilam Jat

#छोड़ने की जरूरत पढ़े

read more
मैने तुम्हें पकड़ा ही कब था।
जो छोड़ने की जरूरत पढ़े।।

©Nilam Jat #छोड़ने की जरूरत पढ़े

Vijay Ratiya

बहुत ही #कमजोर है प्यार उनका...🥀
 जो छोटी-छोटी बातों पर #छोड़ने पर आ जाते हैं...💔

©Vijay Ratiya #Broken 

#holdmyhand

Vivek Singh

#Love यूं तो #छोड़ने के लिए #कमियां #बहुत है #मुझमें, #अगर #साथ #रहना है तो #खूबी #तलाश कर। shivani sharma

read more
यूं तो छोड़ने के लिए 
कमियां बहुत है मुझमें,

अगर साथ रहना है 
तो खूबी तलाश कर।

©Vivek Singh #Love 
यूं तो #छोड़ने के लिए #कमियां 
#बहुत है #मुझमें,
#अगर #साथ #रहना है तो #खूबी #तलाश कर।  shivani sharma

Rishap Gautam

read more
✨मैं तन्हा हूँ तन्हा ही रहने दो ।💞❣
✨बहुत डर लगता है साथ देकर #छोड़ने वालों से।।💞❣
Courtesy : Rishap Gautam

@shubham

#hurt

read more
मुझे छोड़ने का फैसला उसका था ...दिल तोड़ने का फैसला उसका था ...मै प्यार करता था उसे और आज भी करता हूं तो तुम ही बताओ उसके छोड़ने पर मैं सवाल कैसे करूं #hurt

Sriyansh Singh

#सनम

read more
Key to Happiness  
इस मुस्कान में ढेरों गम समाए बैठे हैं। 
फिक्र मत कर ऐ दोस्त हम भी ज़माने से धोखा खाए बैठे हैं। 
जो देते थे कसमें ना छोड़ने की, 
जो देते थे कसमें ना छोड़ने की। 
उन्ही के कदमों में आज हम अपनी इज्ज़त लुटाए बैठे है।। #सनम

Gurmeet Sheokand

read more
अगर जिन्दगी में मुझे छोड़ने वाले को कभी मुझे छोड़ने का अफसोस ना हुआ,

तो मेरे जिंदगी जीने का फायदा क्या हुआ...

M♥️PkBabu

#Love

read more
*स्वाद और विवाद ...दोनों को 
      छोड़ देना चाहिये*

*स्वाद छोड़ने से शरीर का  
       फायदा ...*

*विवाद छोड़ने से सम्बन्धो का    
        फायदा...*
🌷🌷🌷🌷
🌻🌹🌻🌹 
 Good Morning #Love

Ravi

read more
स्वाद और विवाद दोनों को 
      छोड़ देना चाहिये
स्वाद छोड़ने से शरीर का  
       फायदा 
विवाद छोड़ने से सम्बन्धो का    
        फायदा
Ravi

Umesh Kushwaha

प्यार आज भी उससे है।

read more
"प्यार आज भी उससे है"
 प्यार में होना और प्यार से उबरना दो अलग अलग बात है। प्यार में होना यानी अमूर्त हो जाना। फिर आप कहीं इतना खो जाते है, जैसे बारिश की पहली बूंदे मिट्टी पर पड़ती हो तो वो सोंधी सोंधी खुशबू आपके मन को पूरी तरह मोह लेती है या धीरे धीरे आप इसके वस में हो जाते हैं,आप मोहित हो जाते है।
     उस मिट्टी की आवो हवा में आप जीने लगते है,फिर वही रोज़ की आदत में शुमार हो जाता है।आप चाह कर भी उस गोलाई की परिध से बाहर नहीं आ सकते,फिर आपकी दिनचर्या इस 
कदर जकड़ जाती है कि जब तक आप उस सौंधी सौंधी खुशबू को मस्तिष्क में उतार न ले तब तक आप खुश नहीं रह सकते,फिर क्या ये धीरे धीरे आपकी आदत आपका स्वभाव बन जाती है।
     जब कोई चीज़ आपके स्वभाव में आ जाए तो उसे बदलना कठिन होता है लेकिन ये और भी भयावह हो जाता जब धीरे धीरे इसकी कद्र कम होने लगती है। फिर क्या झल्लाहट और अकेलापन इस कदर हावी हो जाता है कि आप हर समय खाली खाली महसूस करने लगते हैं।
     नीरस और बेमन होकर जीना जैसे अंश और हर का कायदा हो,फिर आप उस अंश के ही होकर रह जाते हैं यानी हर चीज के आदी जैसे वो रास्ते,बाजार घूमना - फिरना यहां - वहां आना - जाना।यहां तक कि वहां की हवा भी आप के जहन में बस जाती है, जो कि प्राणवायु है। फ़िर आप इससे उबर नहीं सकते अंत तक चाहे कितना भी धैर्य रख लीजिए क्यूंकि वो वायु प्रणय बनकर आपके दिलोदिमाग से लेकर पूरे शरीर में वास कर रही होती है।
       जब वो अंश आपसे अलग होता है, वो तो यही सोचता है कि वो पूरी तरह अलग हो गया है लेकिन ये सिर्फ उसके ही परिपेछ्या से दृष्टागत है। वो कहीं अलग किसी और के साथ खुश है लेकिन आप उस साथ को इतना जी चुके होते हैं की वो फिर आपको नहीं छोड़ता जो की हर समय आपके साथ होता है और नहीं भी, यही बात सबसे ज्यादा तकलीफ देय होती है।
      वो सारे मंजर फिर याद आते हैं, वो सड़के जहां हम साथ चले थे,वो कचौरी का ठेला फिर पानी पूरी की बात" भैया दही वाली ही देना" और वहीं पास वाली आइस्क्रीम की दुकान से  हर बार तुम जिद करके सिर्फ एक ही आइसक्रीम लिया करते थे,और फिर धीरे धीरे पार्क पहुंच जाते थे।फिर क्या तुम बोलती और मैं सुनता था।
        इतना ही नहीं हर रोज़ तुम्हारे ऑफिस से घर तक छोड़ना, पर हां वो हाईवे वाला पुल जहन में बना ही रहता है, जब तुमने अचानक बाइक रोकने को कहा था और हम कुछ देर रुके थे । तब पहलीवार तुमने हमें "किस" किया था,जो आज भी वो पुल वाला किस याद है जिसे भूलाया नही जा सकता।
        हर वो चीज याद है जो हम साथ में जिये हैं,वो गली - वो मोहल्ले! एक एक पल जो हम बातें करते थे और हां वो रेलवे का ओवरब्रिज कैसे भूल सकता हूं मै वहीं पर तो झगड़ा हुआ था हमारा, तुम उस दिन गुस्से में थी। फिर हमारी कई दिनों तक बात नहीं हुई और न ही मिलना जुलना। उस दिन बहुत कोशिश की थी तुमको समझाने की लेकिन तुमने अकेले ही फैसला कर लिया था।
         तुम्हारे लिए तो आसान था पर शायद आज तक मैं उन चीजों से उबर नहीं पाया हूं,खोजता रहता हूं मै तुम्हे ही उन्ही रास्तों में जहां जहां हम साथ चले थे। पर अब वो गलियां हमें चुभती हैं हवाओं में भी एक अजीब सी चुभन है जो गले ही नही उतरती। लेकिन तब भी उन सारी जगहों को एक बार फिर देख लेना चाहता हूं,मानो मै तुम्हे महसूस के रहा होता हूं जब उन सारी जगहों से गुजर रहा होता हूं चाहे वो तुम्हारे घर की पास वाली गली हो या रेलवे फाटक के खुलने का वो दो मिनट का इंतजार पर आज भी लगता है कि तुम उस पार से कहीं मुझे निहार रही होगी और दौड़कर फिर मेरे पास आना चाहती होगी लेकिन फिर मैं मौन हो जाता हूं तुम्हे खोकर,क्यूंकि मै जीना चाहता था तुम्हारे साथ,जब तुम साथ होती थी तो अच्छा लगता था लेकिन शायद अब तुम्हे मंजूर नहीं था मेरे साथ रहना , वो प्रश्न आज भी मेरे अंदर कहीं उस उत्तर को खोजना चाहता है जिसका जवाब सिर्फ तुम हो।
  मै तुम्हे ढूडना चाहता हूं फिर वही उसी पार्क में की तुम आओगी उसी मेज पर जहां हम साथ बैठा करते थे,आज भी मैं रोज उसी मेज़ पर जाकर अकेले बैठता हूं इसी उम्मीद में कि एक दिन तुम जरूर आओगी। अब तो दिल की धड़कने और तेज़ होने लगी थी क्यूंकि मेरे जाने का यानी इस शहर को छोड़ने का समय कुछ ही दिन और बचा था।
 उस शहर को छोड़ने से पहले मैं हर एक चीज को समेट लेना चाहता था,हर वो लम्हा जी लेना चाहता अब अकेले ही जैसे तुम्हारे साथ जिया था। तुम्हारे न होने का दुख तो था वो अकेलापन लेकिन तुम मुझमें हर वक्त होती थी ऐसा लगता था कि तुम मेरे साथ चल रही हो,कुछ कह रही हो और मैं सुनता जा रहा हूं आज भी उसी तरह पूरी तनमयता से।
     कुछ भी हो ये शहर तो अब जहन में बस गया है वो भी सिर्फ तुम्हारे लिए जिसे अब भूलाया नहीं जा सकता। इश शहर ने हमें बहुत कुछ दिया और बहुत कुछ सिखाया भी है। अब यहां खोने को कुछ बचा भी नहीं था क्यूंकि आप यहां अपना दिल हार चुके है और उससे बेहद कीमती कुछ हो भी नहीं सकता। 
      इस शहर ने प्रेम करना सिखाया, प्यार में होना सिखाया लेकिन प्यार से उबरना नहीं सिखा पाया जिसकी टीस आज भी चुभ रही है जो शायद अब जीवन पर्यंत रहे क्यूंकि जब कोई प्यार में होता है तो वो फुल स्विंग के साथ  पूरी ईमानदारी और लगन से होता है और फिर जब कोई बीच में ही छोड़ के चला जाए तो फिर बहुत दुखता है इसीलिए कहता हूं प्यार में होना और प्यार से उबरना दो अलग - अलग बात है। प्यार आज भी उससे है।
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile