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अनुषी का पिटारा "अंग प्रदेश "
"लोकतंत्र" में अपना - अपनी कि जगह नहीं समानान्तर, सद्भावना, सर्वाधिक, सर्वोपरि है ना रहे तन - मन - धन से जन -जन में अंतर जहाँ "कद्र" ' बे-दाग़दार रसे- बसे समानान्तर जनमानस के जनमत में कोई 'मदभेद' ना हो जहाँ किसी को कभी करना पड़े "खेद" न हो "लोकतंत्र" में अपना - अपनी कि जगह नहीं समानान्तर, सद्भावना, सर्वाधिक, सर्वोपरि है है वह "पावन मातृभूमि" "लोकतंत्र" की धरा जिसपर "विश्वास" "अडिग" हो कर रहे खड़ा जहाँ धीर नहीं बीर नहीं 'अधीर' ही बसता हो सोचो उस देश में लहू बहता कितना सस्ता हो "लोकतंत्र" में अपना - अपनी कि जगह नहीं समानान्तर, सद्भावना, सर्वाधिक, सर्वोपरि है ©अनुषी का पिटारा.. #इशारा #अनुषी_का_पिटारा #लोकहित #देशहित #लोकतंत्र #जनमत #जनहित
Balwant Mehta
बात न अपनी हो पाई हवा में जुमलें बने दुखदाई जनमत बरसा कुर्सी पाई नेताजी ने ना नजरें मिलाई । ©Balwant Mehta #बात #जुमला #जनमत #कुर्सी
Funny Singh🐼
सरकार बनेगीं, सरकारें गिरेंगीं; लेकिन कम्बख्त! हमारी जिंदगी झंड की झंड ही रहेगी।😝 😂😂😂😂😂😂😂😝😝😝😝😝 #जनमत #गरीबी #सरकार #YourQuoteAndMine #funny #funnysingh #humor #atul Collaborating with PIYUSH AGARWAL
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read moreसिद्धार्थ मिश्र स्वतंत्र
Rk yadav(veni)
जनता को जो तुने इस तरह हराया है क्या समझता है तू , अभी तो बस सूरज डुबा है सारा कोहराम तो अभी बाकी है। और जो तू जोकर पा कर इतना खुश हैं तो सोच हमारे पास तो अभी इक्का बाकी हैं। तेरी हर चाल का जवाब देगी ये जनता तू ठहर अभी हमारी चाल बाकी है। और सत्य के साथ जो सत्ता पाई थी तू रुक अभी वो सत्य कही बाकी है जनता का जवाब अभी बाकी है। #mydairy✒ #mp_politics #जनमत #राजनीति #गद्दारि
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read moreKaluram Pathik
एक कुंडली बनकर रहते आदमी ना करते कुछ घात सत्य सुनिश्चित जानिए जनमत होता साथ जनमत होता साथ नहीं होते यह पंगे तुम पर पड़ता हाथ खड़े हो जाते देंगे खोटा हो जब दाम खड़े कैसे हो तन कर बोया है सो काट उमर भर कैदी बनकर पथिक
Prakashvaani پرکاشوانی
शीर्षक- विप्लव सार कँवल पुष्पों को गूंथ गूंथ राजशाही शान को वारी है इस रात मेरी बस्ती झुलसी कल सुबह तुम्हारी बारी है... चौकों मत, झूठे लगते हो, सहृदय प्रफुल्लित हो जाओ सुनो मर्यादा के हे विभीषण !
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