Find the Best कराते Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutकराते meaning in hindi, कराते शायरी, कराते हिंदी मीनिंग, रुकू सुना चुप कराते, मान कराते रानी,
Rishap Gautam
✨"Recollection in Your Memory"❣ ⛓#क्यों, "हिचकियों" #से🌹 मुखबिरी #कराते हो हमदम!!❣✨ ✨#कह क्यों #नहीं❣ देते,,,"#तुम्हे हम #याद आते हैं"!!✨🌹 Courtesy : Rishap Gautam
mukul pal
एक ज़िन्दगी एक ज़िंदगी में जाने कितनी जिंदगियां जी जाता हूँ शाम को जब काम से घर आता हूँ सड़को पर पड़ी ज़िंदा सी लाश जिंदगी को परिपक्वता का एहसास कराती हैं बाजू से निकलती हुई महंगी वाली गाड़ी दरिद्रता का भाव मन में ले आती हैं घर में लिए हुए सबके लिए फैसले एक जिम्मेदार ज़िन्दगी से रुबरु कराते है ऑफिस में लिए गए किसी और के फैसले एक बेज़ार ज़िन्दगी से तार्रुफ़ कराते हैं बच्चो के लिए खिलौने खरीदते हुए स्वाभिमानी ज़िन्दगी पीठ थपथपाती हैं पहले से थोड़ा और कमाने की दौड़ बेमानी ज़िंदगी हाथ से खिसकती जाती हैं माँ बाप की आंखों में दुआएं देख कर सम्मान भरी जिंदगी संतुष्ट कर जाती हैं किश्तों में जब खुशियां खरीदता हूँ तो उधार वाली ज़िन्दगी मुंह चिढ़ाती हैं मुकुल पाल #Life
सुधांशु पांडे़
ईश्वर ने कहा-"जाओ तुम्हारे पास कलम की ताकत होगी, हंगामा शांत कराते-कराते थक जओगे, जनाब तुमहारे गीताे से एेसी वारदात हाेगी".... Mr.sudhanshu pandey....
Mr.sudhanshu pandey....
read moreGulapsa khatoon
ज्ञान का जीवन में आगमन कराते है मन के अंधकार को दूर करते है जीवन के सत्य से परिचय कराते है कभी हंसाते तो कभी फटकार लगाते है किन्तु लक्ष्य प्राप्ति का सदेव स्रोत बताते है हमारे स्वर्णिम स्वप्नों को साकार करते है शिक्षक तो वो विधाता है जो हमे शून्य से अनंत बनाते हैं "शिक्षक तो एक शिक्षक है अज्ञानता का भक्षक है जीवन पथ का रक्षक है शिक्षक तो एक शिक्षक है" ✍️गुलप्सा #happy teacher's Day# #nojoto#poetry#shayri
Priya Stark Gold
अपना स्वतंत्र भारत पता है, मुझे ना ये अपना स्वतंत्र भारत एक सिक्के की तरह दिखता है। अगर अपने स्वतंत्र भारत को सिक्के के रूप में देखे तो #हेड मेरे क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी वीर हैं, जो देश को स्वतंत्र कराते - कराते शहीद हो गए। तो वहीं उस सिक्के का #टेल सरहद पर खड़े मेरे जवान हैं। और इस #हेड_और_टेल को चिपका कर रखने वाली केवल वो जनता है जो किसी भी धर्म का अपमान ना करते हुए इंसानियत नाम के धर्म को मानती है। आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की तहे दिल से बधाई... ©priyastarkgold #अपना_स्वतंत्र_भारत
beyond infinity खुद से खुद तक का सफर
बचपन और जिम्मेदारी बहन वो बड़ी है , 4 भाई बहनों में, घिरी वो खड़ी है , माँ की जिम्मेदारियों में , कुछ कठोर सी हो गयी है, फ़र्ज़ निभाते निभाते, न जाने कब की सो गई है , होमवर्क मेरा कराते कराते , बचपन में ही घेर लिया , ज़िम्मेदारियों ने उसे, ना खुल के कभी जी पाई , उसने दी हुई हर ज़िम्मेदारी , बड़ी शिद्दत से निभाई, कर्जदार रहेंगे जीवन भर उसके , बचपन सारा बिताया है साये में जिसके ।। #bachpan
Raj Kishor Singh
#DearZindagi वो दुनिया के चोचलों से नासमझ है , छोटी सी बात भी उसे परेशान कर जाती है । उसने खोया है कोई अपना शायद , अब वो गैर को खोने से भी डर जाती है । उसके मासूमियत का फायदा उठाया है यारों ने , शायद तभी तो वो यारी से भी मुकर जाती है । साफ इतनी है वो तन और मन से अपने , आँखों मे उतरने से पहले दिल मे उतर जाती है । वो मुझे चुप कराते कराते रोने लगती है , वो आंसुओ से इस क़दर डर जाती है । हौसला उसका पत्थर सा मजबूत है , वो गिरती है पर ख़ुद से ही संभल जाती है । लोग सोचते है कि वो बहानेबाज हो गयी है , अरे लड़की है अंधेरा होने से पहले घर जाती है । इस कदर मायने रखती है वो मेरे लिए , आईना मैं देखता हूँ पर वो नज़र आती है । wo ladki bahut pyari hai ... #nojoto #ladki
wo ladki bahut pyari hai ... nojoto #Ladki
read moreRaj Verma
इन हसरतों को इतना भी क़ैद में न रख ए ज़िंदगी, ये दिल भी थक चुका है इनकी ज़मानत कराते कराते !!
Pawan Ojha
Love Yourself and think about your family. #NoSmoking #NoTobaccoDay किसी किराने की दुकान से, तम्बाकू के पाउच ले आते। गली-गली में बच्चे दिखते, खुल्ल्म-खुल्ला गुटखा खाते। बाली उमर और ये गुट्खा, कैसे-कैसे रोग बुलाते। तड़प-तड़पकर निश्छल नन्हे,
किसी किराने की दुकान से, तम्बाकू के पाउच ले आते। गली-गली में बच्चे दिखते, खुल्ल्म-खुल्ला गुटखा खाते। बाली उमर और ये गुट्खा, कैसे-कैसे रोग बुलाते। तड़प-तड़पकर निश्छल नन्हे,
read moreMeena
आईने से क्या बात करते रहते हो क्या नम आंखों से आईना साफ़ देखते हों ग़म के आंसु से,धुंधला पड़ा है आईना क्यूं आसु पोंछना भूल जाते हो आईने से बात करते करते वक़्त का आईना देखते हों अपनी ही दुनिया में गुम हो जाते हो बेजान आईने से, अपनी जान से रूबरू कराते हों उल्टा दिखाने वाले आईने से ही, पुराने जख्म को, ताज़ा कराते हों तु हंसे तो हंसे,तु रोएं तो रोएं ऐसे बनावटी आईने से ही कुछ बोलकर, कुछ टालकर हाल दिल का बोल देते हों अपनी ही हंसी से उसे भी खिलना सीखा देते हों हर हाल में डटे रहना बोल देते हों जो तुझमें सफ़र करता है वो आईने को ही क्यूं दिखाते हों