Find the Best स्वेद Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutस्वेद का अर्थ, स्वेद मीनिंग इन हिंदी, स्वेद मीनिंग इन इंग्लिश,
दिनेश कुशभुवनपुरी
White दोहा धूप ताड़ना दे रही, तांडव करता स्वेद। भूमि वेदना झेलती, मेघ जताता खेद॥ ©दिनेश कुशभुवनपुरी #दोहा #धूप #स्वेद
दिनेश कुशभुवनपुरी
#Garmiyaan #मुक्तक #सावन #विकल #स्वेद एक अजनबी ANOOP PANDEY RJ राहुल द्विवेदी 'स्मित' शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) Priya Rajpurohit Madhusudan Shrivastava Naveen Kumar gaTTubaba सुरमई साहित्य Raj Guru Subhash Chandra Nîkîtã Guptā Ritu Tyagi Suhana parvin PRIYANK SHRIVASTAVA 'अरमान' Alone Amit RD bishnoi gungun gusain सूर्यप्रताप सिंह चौहान (स्वतंत्र) kanta kumawat Anupriya Rank Nameless .Indian Sing Language Kanu Priya Anjali Srivastav वरुण तिवारी गुरु देव -"Richa_Shahu" advocate SURAJ PAL
read moreAnil Siwach
।।श्री हरिः।। 32 - क्या किया जाय? सबका उपाय है, किन्तु इस कन्हाई का कोई उपाय नहीं। यह कब क्या करने लगेगा, कब क्या मान बेठेगा, कुछ ठिकाना नहीं है। अब इसका भी कोई उत्तर है कि यह किसी को कहने लगे - 'तू थक गया है,' अथवा किसी के साथ उलझ जाय - 'तूझे भूख लगी है।' कोई कितना भी कहे कि वह थका नहीं है या भूखा नहीं है, किन्तु यह श्याम किसी की सुनता भी है। इसे तो जो धुन चढ गयी बस चढ गयी। फिर यह अपनी करके ही मानने वाला है। सुकुमार कन्हाई शीघ्र थक जाता है। कितने नन्हे कोमल चरण हैं इसके और दौड़ता फुदकता फिरता
read moreShambhunath
"स्वेद का फल" ललाट पर जो स्वेद है रच रहा भविष्य है, डटे रहो सदा अटल राह पर जो सिद्ध है । प्रचंड हैं ये आँधियाँ
read moreAnil Siwach
।।श्री हरी।। 13 - स्नान 'दादा! स्नान करेगा तू?' कन्हाई अग्रज के समीप दौड़ा-दौड़ा आया और वाम पार्श्व में खड़े होकर दोनों भुजाएँ भाई के कण्ठ में डालकर कन्धे पर सिर रखकर बड़े स्नेहपूर्वक पूछ रहा है। 'स्नान?' दाऊ ने तनिक सिर घुमाया। वे इस पूछने का अर्थ जानते हैं। श्यामसुंदर स्नान करना चाहता है। शैशव से यह जल पाते ही उसमें लोट-पोट होने में आनन्द मनाता रहा है।स्नान योग्य जल हो तो स्नान करने को इसका मन मचल पड़ता है। लेकिन मैया ने बार-बार मना किया है कहीं यमुना अथवा सरोवर में स्नान करने को। सखाओं को म
read moreAnil Siwach
|| श्री हरि: || 61 - मल्ल युद्ध 'दादा, मैं तुझसे लडूंगा।' श्याम के लिए यह नयी बात नहीं है। श्रीदाम, भद्र, सुबल आदि उसे प्रायः पटकनी दे देते हैं। सखाओं से द्वन्द्व करके तो हारने में और हारकर भी अपने को विजयी तथा जयी को पराजित बताकर चिढ़ाने में आनंद है। द्वन्द्व में जीतता तो कन्हाई दाऊ से ही है। वैसे वह भी समझता है कि तोक को जैसे सब जयी बना देते हैं, वैसी ही जय उसकी भी है। 'अच्छा आ।' दाऊ जानता है कि उसके इस सुकुमार छोटे भाई को दूसरे मल्ल क्रीड़ा में बहुत थका देते हैं। पटुके उतारकर दोनों ने एकत्
read more
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited