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you favourite
Jay shree ram ©you favourite #मुट्ठी #भर #न #नाचते #100 #करोड़ #की #छाती #पर #Mythology
Rahul Dwivedi
पथरीले रास्ते पर चल रहे डगर डगर में बस तुम्हारे वास्ते कुछ मोती कुछ हीरे और पथरीले रास्ते। सफर पता है मुश्किल है बेचैन ये दिल भी है हिम्मत कर तू चल नाचते नाचते कुछ मोती कुछ हीरे और पथरीले रास्ते। ज़िन्दगी है सुहानी और बचपन उसका ख़्वाब जो कल कली थी वो बन गई गुलाब बिगड़ गया होता बचपन में ही अगर मम्मी पापा ना डांटते कुछ मोती कुछ हीरे और पथरीले रास्ते। #पथरीलेरास्ते
Rajnish Shukl
#जिंदगी #अपने_हिसाब से #जीनी_चाहिए, #औरों_के #कहने_पर तो #शेर_भी #सर्कस_में #नाचते है
Satyaprem Upadhyay
bhagwan quotes मुसाफ़िर अपनी मंज़िल से दूर कहीं बह चला ज़िन्दगी की ईशारों पे नाचते नाचते कोशिश तो बहुत की रास्ते याद रखने की पर समय उसको बहकता भूलता रहा #NojotoQuote Inspired by the Lines from the song #BehChala from the Movie #URI What a brilliantly written song
akshay sharma
बड़ी अच्छी आवाज़ आती है टिन की शीटों पर बारिश की बूंदों की ऐसा लगता है किसी ने बारिश की शराब की बोतलें तोड़ दी हो उन पर टूटती बोतलों का नशा पेड़ो पर चढ़ जाता है नशे में झूमते हुए किसी पार्टी में नाचते है मेरी दोस्त के पौधे नही नाचते उससे उन्हें मेरी दोस्त की क़ुरबत का नशा चढ़ा है अब यह शराब न उन्हें भाती है। बड़ी अच्छी आवाज़ आती है। टिन की शीटों पर बारिश की बूंदों की #NojotoQuote बारिश
बारिश
read moreChandan Kumar
ये इश्क नहीं आसां बस इतना समझ लीजे #जिंदगी #अपने_हिसाब से #जीनी_चाहिए, #औरों_के #कहने_पर तो #शेर_भी #सर्कस_में #नाचते हैं…!! #NojotoQuote
Devbrat Singhai
मैं जब सुबह उठा और आँखे खोली, सर पर हाथ फेरकर मम्मी प्यार से बोली, बाहर जाकर देख कितना खूबसूरत मौसम हो रहा है, दुनिया कब की उठ चुकी तू अभी तक सो रहा है, बाहर जाकर देखा तो बारिश गाना गा रही थी, उस भीगी हुई माटी से प्यारी सी महक आ रही थी, मैं बड़े गौर से उस संगीत को सुन रहा था, मन मेरा खुशी से झूम रहा था, वो टिप-टिप करती पानी की बूंदे, कैसे रह सके कोई आंखें मूंदे, बच्चे पानी में कागज की नाव चला रहे थे, उछल-उछल कर बारिश का मजा उठा रहे थे, मोर नाचते-नाचते अपने ही अंदाज में गा रहा था, क्या बच्चे क्या बूढ़े पूरा शहर पानी में नहा रहा था, ना जाने कितनी खुशियां लाई है, बहुत दिनों से इंतजार था, ना जाने कितने दिनों बाद ये आई है।
Aparna Shambhawi
अवसरवादी अवसरवादी क्या कहा? कवि हो तुम!! वो भी आशावादी कवि?? माफ करना भ्रमित राही, अवसरवादी हो तुम! क्या! जादूगर हो तुम? वो भी शब्दों के?? सुनो! खुद की ताल पर,
अवसरवादी क्या कहा? कवि हो तुम!! वो भी आशावादी कवि?? माफ करना भ्रमित राही, अवसरवादी हो तुम! क्या! जादूगर हो तुम? वो भी शब्दों के?? सुनो! खुद की ताल पर,
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