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Saket Ranjan Shukla
आस्था, पवित्रता एवं सूर्य उपासना के चार दिवसीय महापर्व छठ की हार्दिक शुभकामनाएं जिनकी कृपा से प्रकृति की सभी छटाएँ सजती सँवरती हैं, आभा से जिनकी माँ वसुधा, फलती-फूलती व निखरती हैं, होता जीवनसंचार जग के कण-कण में जिनके होने मात्र से, है जिनसे ये हरियाली चहुँ ओर एवं ऋतुएं परस्पर बदलती हैं, जिनसे है जगजीवन चराचर, है उन्हें कर जोड़ नमन बारम्बार, जिनसे प्रकाशमय है ब्रह्मांड सकल जिनकी महिमा अपरम्पार, हैं जो पालनकर्ता हमारे, जीवन सृजन है सँभव जिनके होने से, है आभारी ये जगत जिनका, करें सूर्यदेव हमारा नमन स्वीकार, करने को धन्यवाद सप्त-रथि दिवाकर को महापर्व हम मनाते हैं, छठी मईया की कर आराधना, दिवाकर के समक्ष शीष नवाते हैं, पाते हैं आशीष छठी मईया का, छत्रछाया दिनकर की मिलती है, भोग में गेहूं के ठेकुओं मौसमी फलों और गन्ने आदि भी चढ़ाते हैं, हर ओर खुशहाली और मेलों में भी बेजोड़ का ठाठ बाट होता है, श्रद्धालुओं से सजा, पापनाशिनी माँ गंगा का पवित्र घाट होता है, पर्व नहीं महापर्व है ये छठ पूजा हम सनातन अनुयायियों के लिए, अराध्य सूर्यदेव और छठी माई का हम सब पर सीधा हाथ होता है, छठी माई के प्रसाद मात्र से भी हर दुख-दुविधा का मूलनाश होता है, आओ बिहार तो दिखाके समझाएँ ये महापर्व क्यों इतना ख़ास होता है। IG:- @my_pen_my_strength ©Saket Ranjan Shukla आस्था, पवित्रता एवं सूर्य उपासना के चार दिवसीय महापर्व छठ की हार्दिक शुभकामनाएं.! #छठ #महापर्व #छठपूजा #my_pen_my_strength #स्याहीकार प्रेरणादायी कविता हिंदी
आस्था, पवित्रता एवं सूर्य उपासना के चार दिवसीय महापर्व छठ की हार्दिक शुभकामनाएं.! #छठ #महापर्व #छठपूजा #my_pen_my_strength #स्याहीकार प्रेरणादायी कविता हिंदी
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यम द्वितीया एवं भाई दूज की हार्दिक शुभकामनाएं बड़ा अनोखा और बड़ा अनूठा सा ये त्योहार है, बहनों की गालियों से भी झलकता उनका प्यार है, यमराज से हमारे लिए लंबे जीवन का वर माँगती हैं, बदले में बस हम भाइयों का स्नेह और प्यार चाहती हैं, भाई दूज का त्योहार ये हर बार नई यादें लेकर आता है, बहन भाई के झगड़े में भी छुपे हुए प्यार को समझाता है, यमराज और यमुनाजी का एक किस्सा भी बड़ा विख्यात है, बहनें करती हैं पूजा और हम भाईयों को मिलता आशीर्वाद है, बजरी का प्रसाद देकर हम भाईयों को वज्र सा कठोर बनाती हैं, हमारी बहनें गालियों के सहारे ही हम भाईयों की उम्र बढ़ाती हैं। IG :– @my_pen_my_strength ©Saket Ranjan Shukla यम द्वितीया एवं भाईदूज की हार्दिक शुभकामनाएं.! #Bhaidooj #भाईदूज #भाईबहनकाप्यार #Hindi #स्याहीकार #my_pen_my_strength हिंदी कविता
यम द्वितीया एवं भाईदूज की हार्दिक शुभकामनाएं.! #Bhaidooj #भाईदूज #भाईबहनकाप्यार #Hindi #स्याहीकार #my_pen_my_strength हिंदी कविता
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White लक्ष्मी पूजन एवं दीपों के पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं लौटें हैं राम अयोध्या, दीपोत्सव सम्पूर्ण भारतवर्ष मनाएगा, भू सजेगी रंगोलियों से, आकाशदीपों से गगन जगमगाएगा, अग्निक्रीड़ा से कर निशा गुंजित, जग ये हर्ष में डूबा जाएगा, बाँट सोहन पापड़ी व मिष्ठान, संसार हर बैर से मुक्ति पाएगा, जागेगी रजनी भी, तम पर दीपकों की आभा विजय पाएगी, नकारात्मक कोलाहल को अग्निक्रीड़ाओं की ध्वनि हराएगी, धान के लावे और शक्कर के सांचे से कड़वाहट मिट जाएगी, भर उन्हें घरौंदे में हर बहन, माँ लक्ष्मी को निमंत्रण भिजवाएगी, सियाराम व लखन लौटे अवध एवं धरा पर माँ लक्ष्मी पधारी हैं, समृद्धिदात्री, हरिवल्लभी, सिंधुसुता माँ पद्मालया अति न्यारी हैं, जगपालक श्रीहरि के जग संचालन में माँ भार्गवी ही सहकारी हैं, निर्धनों को समृद्धि व समृद्धों को संतुष्टि देती माँ सर्वहितकारी हैं, तो आओ दीपों के इस पर्व दीपावली को कुछ इस तरह मनाते हैं, कर प्रज्ज्वलित दीपक घर-आँगन में, अंतर्मन के तम को डराते हैं, करके पूजा-अर्चना माँ रमा, धनेश और विनायक की पूर्णश्रद्धा से, और लगाकर जयकारा श्री राम का दुःख और दारिद्र्य दूर भगाते हैं। IG :– @my_pen_my_strength ©Saket Ranjan Shukla लक्ष्मी पूजन एवं दीपों के पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं.! . ✍🏻Saket Ranjan Shukla All rights reserved© . Like≋Comment Follow @my_pen_my_strength .
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White अच्छा लगा मुझे अरसों बाद मुझसे जुड़ा हर धागा कच्चा लगा, दिल मेरा लगा नासमझ मुझे, बिल्कुल बच्चा लगा, मेरी सुनता ही नहीं है ये, करता है मनमानी हरदम, ठीक ही तो हुआ, जो इसे दिली खेल में गच्चा लगा, ज़्यादा ज़िंदादिली सही नहीं, समझाया था मैंने इसे, सब जानते-बूझते ही इसे ठेस लगी ये, ये धक्का लगा, मेरी छोड़, सबकी बातों में आने की लत लगी थी इसे, अब मिलने लगे हैं धोखे, तो मैं हमदर्द इसे सच्चा लगा, खैर अब सँभाल लेगा “साकेत“, जो भी होगा आगे से, जो ज़ख्म दे गए थे अब हाल लेने आए हैं, अच्छा लगा। IG :— @my_pen_my_strength ©Saket Ranjan Shukla अच्छा लगा.! . ✍🏻Saket Ranjan Shukla All rights reserved . Like≋Comment Follow @my_pen_my_strength .
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White हर आवारा बर्बाद नहीं होता हम न ठहरते सफ़र में कहीं तो ये फसाद नहीं होता, सब सही ही रहता अगर ये दिल आज़ाद नहीं होता, करके गलती ये मुसाफिर को ही हमसफ़र मान बैठा, फूटे हैं करम बस हमारे, हर आवारा बर्बाद नहीं होता.! IG :— @my_pen_my_strength ©Saket Ranjan Shukla हर आवारा बर्बाद नहीं होता.! . ✍🏻Saket Ranjan Shukla All rights reserved© . Like≋Comment Follow @my_pen_my_strength .
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Night sms quotes messages in hindi करूँ न करूँ शिकायतें तुझसे हाथों से रेत की तरह, हर दफ़ा फिसल जाती है तू, मुझे तन्हा छोड़, पता नहीं कहाँ निकल जाती है तू, मिन्नतें करवाती है तू हरेक मुलाकात के लिए मुझसे, और बिना दीदार दिए ही कहीं और टहल जाती है तू, मैं शायद मैं भी न रहूँ, जो तू ना मिले किसी रोज़ मुझे, मुझे कर बेकल इतना, न जाने कैसे सँभल जाती है तू, थकता हूँ सारा दिन कि तेरे आगोश में रातें गुजार सकूँ, मिले सुकून मुझे, इससे पहले ही तो बिछड़ जाती है तू, हैं और भी शिकायतें ऐ नींद “साकेत" के पास तेरे लिए, मगर डरता हूँ कहने से कि बड़ी जल्दी बिफ़र जाती है तू। IG :— @my_pen_my_strength ©Saket Ranjan Shukla करूँ न करूँ शिकायतें तुझसे.! . ✍🏻Saket Ranjan Shukla All rights reserved© . Like≋Comment Follow @my_pen_my_strength .
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एक साधारण लेखक के तौर पर अत्याधिक प्रसन्नता और बड़े ही गर्व के साथ मैं पेश करता हूँ “काव्य Saga (बोलती कविताओं का संग्रह)" जो कि मेरे द्वारा लिखी कई (118) काव्य रचनाओं का संकलन है। ये पुस्तक मेरे लिए किसी अप्राप्य सपने से कम नहीं है, यह एक लेखक (कवि) के तौर पर मेरे लिए मेरे जीवन की सर्वप्रथम् और अब तक उच्चत्तम उपलब्धि है। मैं अपनी छाती चौड़ी कर, कलम को धार देते हुए बड़े गर्व के साथ कह सकता हूँ कि मैंने अपने सबसे पहले बड़े सपने को हासिल कर लिया है। तो पेश है... काव्य Saga बोलती कविताओं का संग्र
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White आख़िर कैसे..? तोड़कर दिल मेरा, मुझसे नज़रें मिला कैसे लेते हो, नाज़ुक पलकों तले नियत अपनी छुपा कैसे लेते हो, हैं ज़ख्म इतने गहरे कि चीख मेरी आसमां तक जाए, फ़िर भी कुरेदते हुए नासूर मेरे, यूँ मुस्कुरा कैसे लेते हो? IG:— @my_pen_my_strength ©Saket Ranjan Shukla आख़िर कैसे..? . ✍🏻Saket Ranjan Shukla All rights reserved© . Like≋Comment Follow @my_pen_my_strength .
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White रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएं दो सूत के कच्चे धागों में समेटकर ढेर सारा निश्छल प्रेम, बहनों ने बाँधा है भाईयों की कलाइयों उनका कुशलक्षेम, माँगती हैं वादा जीवन भर की रक्षा और साथ निभाने का, और नहीं छोड़ती मौका अपने भाईयों पर हक जताने का, अपार स्नेह से बंधी हुई राखी, कलाईयों को प्रबल बनाती हैं, बहनों के सपनों और आकांक्षाओं की कद्र करना सिखाती है, कभी बन रक्षा कवच, हर मुश्किल परिस्थितियों से उबारती है, तो कभी कच्चे धागों से पक्के और अटूट रिश्ते ये सँभालती है, नेग के लिए झगड़ती बहनें, भाईयों की सफलता मात्र चाहती हैं, रहे उनका भाई सदैव ही सकुशल, ईश्वर से यही वरदान माँगती हैं, कीमत दो सूत का नहीं, मोल तो किए गए सभी वादों का होता है, लड़ाइयाँ हो पुरजोर पर आपसी स्नेह कहाँ कभी भी कम होता है, हज़ारों अनबन के बाद भी भाई बहनों का ये स्नेह बढ़ता जाता है, और हर वर्ष रक्षा बंधन के त्योहार पर ये रिश्ता निखरता जाता है। IG :— @my_pen_my_strength ©Saket Ranjan Shukla रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएं.! . ✍🏻Saket Ranjan Shukla All rights reserved© . Like≋Comment Follow @my_pen_my_strength .
रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएं.! . ✍🏻Saket Ranjan Shukla All rights reserved© . Like≋Comment Follow @my_pen_my_strength .
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White स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 78वाँ वर्षगांठ स्वतंत्रता का चलो 78 गुने हर्ष के साथ मनाते हैं, कर याद स्वतंत्रता सेनानीयों को देशभक्ति के रंग में रंग जाते हैं, गौरवशाली इतिहास स्वतंत्रता संग्राम का, सुनते और सुनाते हैं, नारा लगाकर जय हिंद, जय भारत का हर घर तिरंगा फहराते हैं, शूरवीरों की जननी इस भारतभूमि को सहृदय सब शीष नवाते हैं, लहू से सिंचित इस मिट्टी को, विजय तिलक सा सर पर सजाते हैं, राष्ट्रप्रेम की अखंड लौ है विद्यमान स्वहृदय में खुलकर ये दर्शाते हैं, हर मन में भाव देशप्रेम का जगाकर, मातृभूमि से निष्ठा निभाते हैं, और फ़िर करते हैं मर्यादित उन्हें, जो भारत माँ पर सवाल उठाते हैं, आँखें दिखाते हैं जो हमें, उन्हें भय से भली-भांति परिचित कराते हैं, बैरी अंतर्मन में मचे हाहाकार, चलो बुलंद देशभक्ति के नारे लगाते हैं, विकासशील भारत के राह के रोड़ों को उनकी सही जगह बतलाते हैं, राष्ट्रध्वज सम्मुख राष्ट्रगान गाते हुए, शपथ हम देशभक्ति की उठाते हैं, चलो 78वें स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर हर घर तिरंगा फहराते हैं। BY :— © Saket Ranjan Shukla IG :— @my_pen_my_strength ©Saket Ranjan Shukla 78वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.! . ✍🏻Saket Ranjan Shukla All rights reserved© . Like≋Comment Follow @my_pen_my_strength .
78वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.! . ✍🏻Saket Ranjan Shukla All rights reserved© . Like≋Comment Follow @my_pen_my_strength .
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