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Best करियो Shayari, Status, Quotes, Stories

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Harsh Sharma

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कुछ भी करियो पर
 
किसी तै झूठे वादेमत करियो

Sunil Sukhani

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#OpenPoetry 🦚👇आज रो उछरंग👇🦚

आंणे मोदी ऊभियो,
                           वादो पूरण आज।।
फूठरो किधो फैसलो,
                           रूड़ो थांको राज।।(१)
मोदी मांड्यो मोरचो,
                       आतन्कियों सूं जाय।।
सगल़ा डर सूं भागिया,
                        कश्मीरियों ने न्याय।।(२)
दिन दिन गोल़ा दागिया,
                         तगड़ी तांणी तोफ़।।
दुसमण देखे दौड़िया,
                       पल़टण थारो खोफ़।।(३)
क्रांतिकारी'ज फैसलो,
                     जम्मू कश्मीर लद्दाख़।।
अखंड भारत देखलो ,
                          मोदीजी री साख।।(४)
डंको बाज्यो देस में,
                         खुशियां अपरंपार।।
झटपट करियो फैसलो,
                      अचरज हुवो अपार।।(५)
मुल़ा आज पण मानिया,
                          मोदी थारी धाक।।
भारत छोड़ै भागिया,
                          पाछा पूगा पाक।।(६)
    सीनों छप्पन इंच रो,
                       चौड़ो होयो आज।।
तीन सो सितर छेवटे,
                       बदले छोड़ी राज।।(७)
देशहित में असल कदम,
                   भरियो मोदी  आज।।
हरख्यो पूरो देसड़ो,
                   करियो चोखो काज।।(८)

      👆एम. बिशाला👆

DASS BITTU KUMAR

"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,

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 "बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं"
#stopeatersaresinners
जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है।

इसका प्रमाण इस प्रकार है:-

हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,

DASS BITTU KUMAR

"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,

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 "बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं"
#stopeatersaresinners
जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है।

इसका प्रमाण इस प्रकार है:-

हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,

DASS BITTU KUMAR

"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,

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DASS BITTU KUMAR

"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,

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 "बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं"
#stopeatersaresinners
जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है।

इसका प्रमाण इस प्रकार है:-

हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,

DASS BITTU KUMAR

"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,

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 "बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं"
#stopeatersaresinners
जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है।

इसका प्रमाण इस प्रकार है:-

हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,

DASS BITTU KUMAR

"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,

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 "बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं"
#stopeatersaresinners
जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है।

इसका प्रमाण इस प्रकार है:-

हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,

DASS BITTU KUMAR

"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,

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 "बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं"
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जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है।

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DASS BITTU KUMAR

Aadarsha singh Achal Sharma Aahna Verma Divya Joshi Kalyani Shukla "बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते

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 Aadarsha singh Achal Sharma Aahna Verma Divya Joshi Kalyani Shukla "बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं"
#stopeatersaresinners
जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है।

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हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते
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