Find the Best उभर Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutउभरती साक्षरता क्या है, उभरते सितारे माटी की, उभरते सितारे माटी के, उभरने का मतलब, meaning of उभरने,
Gumnam Shayar Mahboob
मुश्किलों से नहीं मैं उभर पा रहा हूं न जी पा रहा हूं न मर पा रहा हूं #मुश्किलों #उभर #जीना #मर #दुनिया #लाचार #गुमनाम_शायर_महबूब #gumnam_shayar_mahboob
Gumnam Shayar Mahboob
मुद्दतों बाद एक उम्मीद उभर आई थी कल बाजार में फिर वो लड़की नजर आई थी #मुद्दतबाद #उम्मीद #उभर #बाजार #लड़की #नजर #गुमनाम_शायर_महबूब #gumnam_shayar_mahboob
Chaurasiya4386
छिपाऊँ कैसे... आंखों में उभर आये हो तुम.... ......... ❤️.......... ××{{{®•©}}}×× #छिपाऊँ कैसे.. #आंखों में #उभर आये हो #तुम #ShiningInDark
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read moreAnkur Sangwan
चाँद भी धरती पर उतर आया है... तेरा चेहरा ख्यालों में उभर आया है...!! :-@sangwan #चाँद भी #धरती पर #उतर आया है... तेरा #चेहरा #ख्यालों में #उभर आया है...!! #sangwanankur2000 #heart_of_dark #moonlight
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read moreKamal bhansali
तेरा इंतज़ार दिल को क्यों रहता क्यों बेचैनियों की दास्तां बन जाता नयनों में तेरा चेहरा क्यों उभर आता प्यार की गलियों का सफर क्या इंतजार के वश में हो जाता इंतजार को ही प्रेम रीत मान तेरे आने से बिन शिकायत चुप क्यों हो जाता सवाल यही उभर आता क्या प्रेम भी इंतजार का गुलाम हो जाता ✍️कमल भंसाली
just_few_words_
दिल का हर ज़ख्म फिर से उभर आया जब तेरा चेहरा कल फिर नज़र आया हर ज़ख्म फिर से दुहाई देने लगा जब तेरा चेहरा फिर दिखाई देने लगा बिख़र गयी सारी तेरी यादें आँखों के सामने जब कल फिर तू मेरी तरफ आता नज़र आया दिल का हर ज़ख्म फिर से उभर आया जब तेरा चेहरा कल फिर नज़र आया ~सूर्यांश #hindikavita #hindiurdushayri #hindiworld #hindiwriters #hindikavyasangam #hindimotivational #hindi_poetry #hindilekh #hindi_shayari #poeticworld #panchdoot_news #writers_community #writersblock #writersarena #writing #writersnetwork #writersofinstagram #writersden #writersociety
praveen yadav official
अभी अँधेरा नही हुआ में रौशनी बन उभर जाऊंगा... न इतराओ अन्धकार में दिप जरूर जलाउंगा अरे नदियो में वो बात नही में समन्दर बन जाऊँगा इन प्यासी आँखों में विश्वास फिर जगाऊंगा अरे देख लेना तुम साहब में जग में छा जाऊंगा अरे क्या औकाद किस्मत की में स्वयं ही समय लाऊंगा अभी अँधेरा नही हुआ में रौशनी बन उभर जाऊँगा...---सरकार✒ Satyaprem Arun Raina Shana Chen NOJOTO EVENT JAIPUR Payal Singh
Satyaprem Arun Raina Shana Chen NOJOTO EVENT JAIPUR Payal Singh
read moreNilmani
किसी स्याह रात के शुरआती शाम सी, सुबह के पहले के ढलते अंधकार सी खेतों में फैली पूनम की चाँदनी सी, तो कभी"साकी" के प्याले में बची आखिरी "शराब"सी खुले "आँगन" में बीती गर्मी की रात सी, कभी जो कह नहीं पाया किसी से उस "अनकही" बात सी, किसी पुरानी याद सी,"स्टेशन"पे छूटते एक साथ सी, बेवजह तेज होते साँस सी, मेरे बेतरतीब नज़्मो में जो एक शक्ल उभर आई है, ये तेरी ही परछाई है। हर हार के बाद थमती उम्मीद सी,जीत के बाद कायम होती विश्वास सी, सूखे के समय बरसात के आस सी, "नशे" में होंठो पे आयी "बात" सी एक सुखद भास् सी, लिए मलयज के सुगंध की एक बयार सी, इन शब्दों में जो एक तस्वीर उभर आई है ये तेरी परछाई है। पूनम के मुस्काते चाँद सी,स्वर्ग के पारिजात सी सुबह के ख़्वाब सी, "हर्फ़ों" में घुलते अहसास सी जो एक "कलाकृति" उभर आई है "हाँ" ये तेरी ही परछाई है
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