Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best अटक Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best अटक Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutमुहे पर अटक जाता निरहुआ के, गले में कुछ अटका सा लगे, गले में कुछ अटका हुआ लगना, गले में कुछ अटका सा लगना, गले में अटका हुआ लगना,

  • 18 Followers
  • 47 Stories

V S

#Holi #जिंदगी #काश #अटक #nojohindi #njoto #nokotoshayari Bhavana kmishra AARTI Xyz Anshu writer Akshita Maurya Monu Kumari

read more

@thewriterVDS

एक दिल की तलाश है
मैं दर बदर भटक रहा हूं
तुम मिल भी जाओ कहीं
मैं लावे की तरह फटक रहा हूं
उम्मीद की किरण दिखी
फिर भी मैं क्यों अटक रहा हूं
हे भगवान मुझे उठा ले
मै अटक रहा हूं, फटक रहा हूं
क्योंकि फिर से मैं भटक रहा हूं। #cinemagraph #NaPoWriMo #Day6 #दिल #भटक #फटक #अटक #भगवान
YourQuote Didi 
Vaibhav Dev Singh

ROHAN KUMAR SINGH

😂😂😂

read more
#हिचकिया रुक नही रही है #आज 😍
🤔#पता नही किसके #दिल मैं 
#अटक गए हैं #हम
😂😂 😂😂😂

SHOBHA GAHLOT

me and my sentiments

read more
कोई जिस्म पर अटक गया कोई दिल पर अटक गया,
इश्क उसका ही मुकम्मल हुआ जो रूह तक पहुँच गया! me and my sentiments

vikrant shelke, zankar

लोकशाही वाचवायचीय ........ बांडगुळांच्या बलात्काराने देशाची व्यवस्था गर्भार राहिलीये अन संविधानाचा मर्डर करून आम्ही म्हणतोय लोकशाही वाचवायचीय भडव्यांच्या भ्रष्टाचाराचे रोज पारावर बसून

read more
संविधानाचा मर्डर करून
आम्ही म्हणतोय
लोकशाही वाचवायचीय..........

विक्रांत शेळके,मावळ
७३५०८८५७३४ लोकशाही वाचवायचीय ........

बांडगुळांच्या बलात्काराने
देशाची व्यवस्था गर्भार राहिलीये
अन संविधानाचा मर्डर करून आम्ही म्हणतोय
लोकशाही वाचवायचीय

भडव्यांच्या भ्रष्टाचाराचे रोज पारावर बसून

Dhanraj Kanel

my quite

read more
कोई जिस्म पर अटक गया कोई दिल पर अटक गया.... इश्क उसका ही मुकम्मल हुआ जो रूह तक पहुंच गया.....D.K. my quite

vinod sharma

#तुम

read more
आँखे से निकले तुम तो,, लबों पे अटक गए हो 
    लबों से निकले तो,, दिल मे अटक गए हो

   तुम जाने का नाम,, क्यो नही ले रहे जिन्दगी से मेरी 
अंजान बन रहे हो या ,,रास्ता भटक गए हो #तुम

Jinendra Narwariya "राधे"

#OpenPoetry राधे 😊

read more
#OpenPoetry मुझे तो पता ही नहीं चला , मैं कितना बदल गया।
अभी तो उनसे आंख लड़ी , और ये बंदा बिगड़ गया।
हां मैं बिगड़ गया।

अब उनकी तारीफ में.....

तेरी बातों का ये कैसा , जादू सा मुझ पर चल गया।
तेरी जुल्फों के साए मैं बादल , मैं उनमें सारा भीग गया।
हां मैं भीग गया।

तेरे होठों की उस गुलाबी हंसी पर , मेरा दिल ये पागल मचल गया।
मैं अपना दिल तुझको दे कर , और तेरा दिल में लेकर निकल गया ।
हां मैं निकल गया।

याद करो उस दिन की बारिश , जिसमें तेरे जिस्म का कतरा कतरा भीग गया।
उन भीगी भीगी पलकों पर , हाय! करके दिल मेरा अटक गया।
हां मैं अटक गया।

उस बारिश के मौसम में भी , मेरे दिल में शोला धधक गया।
कैसे बयां करूं अल्फाज़  में अपने , तुझे उस दिन देख के पागल हो गया।
हां मैं पागल हो गया। 

अब आगे नहीं लिखा जाता , क्योंकि शराफत की हद से आगे निकल गया ।
गर पढ़ लिया घर वालों ने तो बोलेंगे , की बंदा ये हाथ से निकल गया।
हां बंदा ये हाथ से निकल गया।

सर्वाधिकार सुरक्षित©®✍ #OpenPoetry राधे 😊

Raj 94myfm

हकलाना [Stammering ]हकलाकर या अटक -अटक कर बोलना , दोनों का मतलब एक ही है - वाक् शक्ति में गड़बड़ी , जिसमे बोलनेवाला , बोलते-बोलते रुक जाता... फॉलो BaisaRaj Mumal https://www.momspresso.com/parenting/mannata-ayurvedika-upachara-dila-se-heldi/article/jubana-ka-nbspatakana-hakalana-blada-preshara-eka-haphte-mem-sahi-ho-sakata-hai

read more
हकलाना [Stammering ]हकलाकर या अटक -अटक कर बोलना , दोनों का मतलब एक ही है - वाक् शक्ति में गड़बड़ी , जिसमे बोलनेवाला , बोलते-बोलते रुक जाता...

फॉलो BaisaRaj Mumal
https://www.momspresso.com/parenting/mannata-ayurvedika-upachara-dila-se-heldi/article/jubana-ka-nbspatakana-hakalana-blada-preshara-eka-haphte-mem-sahi-ho-sakata-hai

Anu Mittal

हसरतें ....यादें अनु मित्तल' इंदु '

read more
जिंदगी अपने  ही साये से  ठिठक  जाती   है 
लब  तलक  बात तो आती है ,अटक जाती है 

इश्क़ का कोई नतीज़ा तो  हो,  अच्छा कि बुरा 
न दम निकलता है ,न दिल की कसक जाती है 

कोई   तारीकी  मेरे   रस्ते  में  नहीँ   आयेगी 
अब नज़र हद्द ए नज़र से भी सरक  जाती है 

कोई कानों में  जब सरगोशी  सी  कर जाता है 
रूह   तक  उसके  लहज़े की खनक  जाती  है
 
अब तलक मुझको रूलाती थी,थकाती थी मुझे 
अब  तो  यह गर्दिशे हालात भी थक  जाती  है 

ख़्याल  उनका  जो  हौले  से  गुज़र  जाता  है 
दूर   तक  उनके  पैरहन  की  महक जाती  है 

अज़ल को रोकिये क्या कह के उनके आने तक 
साँस  आ आ के  हलक  में  ही  अटक जाती है 
अनु 'इंदु ' हसरतें ....यादें 
अनु मित्तल' इंदु '
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile