Find the Best चकनाचूर Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutचकनाचूर का अर्थ, चकनाचूर का पर्यायवाची, चकनाचूर meaning in english, चकनाचूर हो गया गाना, चकनाचूर,
Rakesh frnds4ever
White क्या मैं हूं कहीं, या मैं हूं ही नहीं तुम्हारी हर खुशियों के शोर शराबे में, किसी कोने कचोने में चीखें मेरी दबी पड़ी तुम्हारे उत्सव और त्योहारों में, घर में कभी ना मुझको मिली मौजूदगी,,, क्या मैं हूं कहीं या मैं हूं ही नहीं दिन भर के थके बदन के चूर चूर हालातों में, शामों के कामों व रात भर के दिल,मन,जज्बातों के मरे खून से चकनाचूर हुए बिखरे जर्जर शरीर की , तुम्हारे अरामो, विश्रामों या खिलखिलाकर बतियाती बातों से परे टूटे फूटे बदन की मेरी, नंगे पांव गुजरी जलती हर दोपहरी क्या मैं हूं कहीं,, या मैं हूं ही नहीं,,,, .................१............. ©Rakesh frnds4ever #क्यामैंहूंकहीं या मैं हूं ही नहीं क्या #मैं हूं कहीं, या मैं हूं ही नहीं तुम्हारी हर #खुशियों के #शोर_शराबे में, किसी कोने कचोने में #चीखें मेरी #दबी पड़ी तुम्हारे उत्सव और त्योहारों में, घर में कभी ना मुझको मिली मौजूदगी,,, क्या मैं हूं कहीं या मैं हूं ही नहीं
#क्यामैंहूंकहीं या मैं हूं ही नहीं क्या #मैं हूं कहीं, या मैं हूं ही नहीं तुम्हारी हर #खुशियों के #शोर_शराबे में, किसी कोने कचोने में #चीखें मेरी #दबी पड़ी तुम्हारे उत्सव और त्योहारों में, घर में कभी ना मुझको मिली मौजूदगी,,, क्या मैं हूं कहीं या मैं हूं ही नहीं
read moreAnuWrites@बेबाकबातें
दिल में बस जाने का ख्याल अधूरा रह गया , चकनाचूर हुए सब ख्वाब... बस चूरा रह गया । मन हरा भरा लिए हम घुमा किए थे दर-बदर , सूख गई इस दिल की खेती , बस तूड़ा रह गया..!! ©AnuWrites@बेबाकबातें #दिल में बस जाने का #ख्याल #अधूरा रह गया , #चकनाचूर हुए सब #ख्वाब... बस #चूरा रह गया । #मन हरा भरा लिए हम घुमा किए थे दर-बदर , #सूख गई इस दिल की #खेती , बस #तूड़ा रह गया..!!
Shubham Bhardwaj
सपने मेरी आँखों के,कैसे चकनाचूर हुए। खो गयी वह सपन सलौनी, हम खुद से ही दूर हुए।। ©Shubham Bhardwaj #सपने #मेरा #आँखों #के #चकनाचूर #हुए
Poonam Suyal
दुनिया को दिल में झाँकने की फुर्सत ही कहाँ हैं आजकल चेहरे पर इसलिए खुशी का नाकाब मैंने लगा लिया है #चकनाचूर #कलमकेकलाकार कलम के कलाकार #rzwotm #rzwotm_oct #restzone #ps_dailyquotes Collaborating with कलम के कलाकार
#चकनाचूर #कलमकेकलाकार कलम के कलाकार #rzwotm #rzwotm_oct #restzone #ps_dailyquotes Collaborating with कलम के कलाकार
read moreJuhi Grover
लेखन के साथ इन्साफ (कृपया अनुशीर्षक में पढ़ें) 22.08.2021 सुना था बचपन में, मन के भावों को लिखना ही लेखन है। कितना आसान है बोलना, मग़र क्या हम मन के भावों को लिख भी पाते हैं? जो हम बड़े अहंकार से कहते हैं कि हम लेखक हैं, क्या सच में हम लेखक हैं?
22.08.2021 सुना था बचपन में, मन के भावों को लिखना ही लेखन है। कितना आसान है बोलना, मग़र क्या हम मन के भावों को लिख भी पाते हैं? जो हम बड़े अहंकार से कहते हैं कि हम लेखक हैं, क्या सच में हम लेखक हैं?
read moreShruti Rathi
अnil कुmar
उसको समझ नही आता मैं वो कहता है खुद को कितना सरल लिखा है कभी पढ़ भी पाता है मेरे चेहरे की हंसी देख कर चला जाता है कभी मेरे अंदर के सैलाब को देख पाता है मेरे चेहरे पर जाओगे तो हमेशा खुश नजर आऊंगा मैं मेरा दिल चकनाचूर है कभी जोड़ पाता है । #खुश #नजर #चेहरा #दिल #चकनाचूर #yqdidi #yqbaba
Shashank Rastogi
मुझे लगा कोई ना कोई तो होगा इस टूटे दिल को जोड़ने वाला लेकिन जो भी आया वो तो इसे कुचल कर और चकनाचूर कर गया कमबख्त यह तो पूरा का पूरा शहर ही बेवफा निकला #शहर #बेवफा #कुचल #चकनाचूर #कोई
Ruchi Singh
इतना भी गुरुर मत करना कि... पल भर में टूट के चूर हो जाए! तितर-बितर हो जाए हमारे सारे सपने, और ये गुरूर ही हमारा कसूर हो जाए!! 'अविरल रुचि' ©Ruchi Singh #गुरुर #घमंड #चकनाचूर #सपने #nojohindi #aviralruchi #Darknight
#गुरुर #घमंड #चकनाचूर #सपने #nojohindi #aviralruchi #Darknight
read moreNavratna Arpit
जरूर पढ़े 👇👇👇#आवाज़_दिल_की इतनी ऊँचाई पर आकर जमाना #दूर तक देखा!!! किसी को गम नहीं छूता कहीं #मजबूर तक देखा!!! किसी को है नहीं फुर्सत अपने ही घर में #सोने की,,, कहीं सड़कों पे ही सोते हुए #मजदूर तक देखा!!! और,,,??? कोई है दूर अपनों से कोई #गैरों से मिलता है,,,, खुदा ने क्या बनाया जग उसका #दस्तूर तक देखा!!! और,,,??? कोई पैदल ही चलता है कोई #गाड़ी से चलता है,,, किसी को रिक्शे में ही बैठे हुए #मगरूर तक देखा!!! और,,,??? कोई दौलत का मारा पर #अमीरी दिल में रखता है,,, कहीं गरीबी की फटी चादर तले #कोहिनूर तक देखा!!! और,,,??? कहीं #जर्जर पड़े घर में अपनों के साथ रहते सब,,, कहीं महलों में भी मां-बाप को बच्चों से #दूर तक देखा!!! और,,,??? कहीं सूखी पड़ी डाली पे #कोयल कूंकती बैठी,,, कहीं पिजड़े के पंछी को बहुत #मजबूर तक देखा!!! और,,,??? कोई सब कुछ छुपा करके बहुत #गुमनाम बैठा था,,, किसी को खाली पड़ी बोतल से ही #मशहूर तक देखा!!! और,,,??? कोई गम को छिपाता है कोई #दौलत दिखता है,,,, कहीं सच बोलने वाला यहाँ #मंसूर तक देखा!!! और,,,??? कोई था फूल के जैसा कोई #पत्थर लिए बैठा,,, कहीं फिर कांच को होते मैं #चकनाचूर तक देखा!!! और,,,??? कोई अपनों से जलता है कोई #अपनें से जलता है,,, चिरागों को कहीं होते हुए #बेनूर तक देखा!!! #नवरत्न_मिश्रा #मुम्बई #12/12/2021 👇 ©Navratna Mishra #rain