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Best बोलूं Shayari, Status, Quotes, Stories

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Sandhya Rani Das

आखिर मैं क्यूं बोलूं
के मोहब्बत कितनी है तुम से।।
क्या तुम नही देख पाते मेरे दिल में
कितनी मोहब्बत है तुम से।। #yqdidi 
#मै_क्यू #बोलूं #मोहब्बतहैतुमसे 
#क्या_तुम्हे #पता_नहीं #मेरे_प्यार

Sandhya Rani Das

आखिर मैं क्यूं बोलूं
के मोहब्बत कितनी है तुम से।।
क्या तुम नही देख पाते मेरे दिल में
कितनी मोहब्बत है तुम से।। #yqdidi 
#मै_क्यू #बोलूं #मोहब्बतहैतुमसे 
#क्या_तुम्हे #पता_नहीं #मेरे_प्यार

Gumnam Shayar Mahboob

मुझे कुछ सूझ नहीं रहा है की क्या बोलूं 
पर मत समझिए चुप्पी का मतलब आप हां मेरी 
हां ये सच है की सब कुछ हाजिर है आपके लिए 
इसका ये मतलब नहीं की आप मांग लीजिए जां मेरी  #सूझ #बोलूं #चुप्पी #हाज़िर #जान 
#सच #गुमनाम_शायर_महबूब 
#gumnam_shayar_mahboob

Kapil Vishwakarma

#हिंदी #मातृभाषा #संस्कृति Lakshmi singh Charu Gangwar Shikha Thakur Pakhi Gupta Ruchi Rohella

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हिंदी दिवस  माफ़ करना ऐ मातृभाषा 
तुझे तेरे अपने दगा देते हैं

अंग्रेजी बोलूं तो पढ़ा लिखा
हिंदी बोलूं तो अनपढ़ कहते हैं #हिंदी #मातृभाषा #संस्कृति  Lakshmi singh Charu Gangwar Shikha Thakur Pakhi Gupta Ruchi Rohella

रतनेश पाठक_ Protest Writer

बलिदानों की उनकी गाथा शब्दों में कैसे बोलूं
खून से लथपथ सीने को मैं शब्दों से कैसे तोलूँ
भारत माँ के शान की खातिर प्राण भी तुमने त्याग दिए 
फिर जाकर उस हिमशिखर पर तिरंगे अपने गाड़ दिए 
बलिदानों की ऐसी गाथा शब्दों में कैसे बोलूं
खून से लथपथ सीने को मैं शब्दों से कैसे तोलूं #kargil #बलिदानदिवस #Indianarmy #jaihind #nojoto #nojotoHindi #quotes  Satyaprem Internet Jockey

@Deep Chahal99

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जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
बेटा हूँ मैं तेरा पर अपनी भारत माता को कैसे भूलु। 
कुछ अपनो के लिए सब को कैसे छुड़ु।
हाँ कुछ फ़र्ज है उनको निभाना है।
अपनी रूह का वतन से दिल लगाना है।
इस जन्म भारत । माँ अगले जन्म माँ तेरा फर्ज निभाना है ।
मत अहसासों के काटें बोना मेरे जाने की राह में ।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
खून का कतरा हैं जब तक मेरे जिस्म में ।
भारत के सुकून की ज्वाला है मेरे मन में
  रोना मत आतंक से लड़ते हुए चला जाऊँ मैं अपनी जां से।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
अपनी प्यारी बहना से कुछ बोलूं कैसे ।
उसकी आखों से आंसू पोंछू कैसे ।
आ न सका तेरी शादी में नाराज़ मत होना ।
आकर मेरी तस्वीर के आगे मत रोना।
तुम गुडिया हो मेरी चहकती चिडियाँ हो मेरी।
रोक मत देकर  कसमे राखी की ।
यूँ  रूह को भिगोना मत आँसुओ की बरसात में ।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
पापा आपसे कुछ कैसे बोलूं ।
हाँ अगर वापिस आऊ न अपनी देह के साथ सर मिले न साथ जिस्म किसी धमाके के बाद ।
तिरगें को चुम लेना और कहना बेटा तुने अपने कुछ लम्हों के साथ ।
रोना मत खुद न रोने देना मेरी माँ को ।
कही वो टुट न जाये अपनी ममता की चाह में ।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
छोटे भाई सम्भाल लेना अपने घर बाहर को।
और वो  अब अपने पास रखना गाड़ी की चाबी और हाँ बाहर घुमना मत देर रात को ।
हर बात मनना सब की कयोंकि माँ  डुडेगी मुझे तेरी रूह में ।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
महोब्बत को कुछ बोल न सकूँ ।
निभाये नही बादे तो कैसे नया वादा करू।अगर वापिस लौटु न चल कर तो मेरे तिरगें में लिपटे जिस्म को।
हस कर आसमानो की तरफ देख लेना अश्क छुपा कर मेरी बच्ची का चेहरा चुम लेना ।
और कहना मेरा महबूब सलामत है वो तिरगें की वाहों में ।
अब बस रास्ता रोक मत मेंरे ठहर जाने की चाह में ।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।         
deep99

@Deep Chahal99

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जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
बेटा हूँ मैं तेरा पर अपनी भारत माता को कैसे भूलु। 
कुछ अपनो के लिए सब को कैसे छुड़ु।
हाँ कुछ फ़र्ज है उनको निभाना है।
अपनी रूह का वतन से दिल लगाना है।
इस जन्म भारत । माँ अगले जन्म माँ तेरा फर्ज निभाना है ।
मत अहसासों के काटें बोना मेरे जाने की राह में ।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
खून का कतरा हैं जब तक मेरे जिस्म में ।
भारत के सुकून की ज्वाला है मेरे मन में
  रोना मत आतंक से लड़ते हुए चला जाऊँ मैं अपनी जां से।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
अपनी प्यारी बहना से कुछ बोलूं कैसे ।
उसकी आखों से आंसू पोंछू कैसे ।
आ न सका तेरी शादी में नाराज़ मत होना ।
आकर मेरी तस्वीर के आगे मत रोना।
तुम गुडिया हो मेरी चहकती चिडियाँ हो मेरी।
रोक मत देकर  कसमे राखी की ।
यूँ  रूह को भिगोना मत आँसुओ की बरसात में ।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
पापा आपसे कुछ कैसे बोलूं ।
हाँ अगर वापिस आऊ न अपनी देह के साथ सर मिले न साथ जिस्म किसी धमाके के बाद ।
तिरगें को चुम लेना और कहना बेटा तुने अपने कुछ लम्हों के साथ ।
रोना मत खुद न रोने देना मेरी माँ को ।
कही वो टुट न जाये अपनी ममता की चाह में ।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
छोटे भाई सम्भाल लेना अपने घर बाहर को।
और वो  अब अपने पास रखना गाड़ी की चाबी और हाँ बाहर घुमना मत देर रात को ।
हर बात मनना सब की कयोंकि माँ  डुडेगी मुझे तेरी रूह में ।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
महोब्बत को कुछ बोल न सकूँ ।
निभाये नही बादे तो कैसे नया वादा करू।अगर वापिस लौटु न चल कर तो मेरे तिरगें में लिपटे जिस्म को।
हस कर आसमानो की तरफ देख लेना अश्क छुपा कर मेरी बच्ची का चेहरा चुम लेना ।
और कहना मेरा महबूब सलामत है वो तिरगें की वाहों में ।
अब बस रास्ता रोक मत मेंरे ठहर जाने की चाह में ।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।         
deep99

@Deep Chahal99

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जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
बेटा हूँ मैं तेरा पर अपनी भारत माता को कैसे भूलु। 
कुछ अपनो के लिए सब को कैसे छुड़ु।
हाँ कुछ फ़र्ज है उनको निभाना है।
अपनी रूह का वतन से दिल लगाना है।
इस जन्म भारत । माँ अगले जन्म माँ तेरा फर्ज निभाना है ।
मत अहसासों के काटें बोना मेरे जाने की राह में ।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
खून का कतरा हैं जब तक मेरे जिस्म में ।
भारत के सुकून की ज्वाला है मेरे मन में
  रोना मत आतंक से लड़ते हुए चला जाऊँ मैं अपनी जां से।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
अपनी प्यारी बहना से कुछ बोलूं कैसे ।
उसकी आखों से आंसू पोंछू कैसे ।
आ न सका तेरी शादी में नाराज़ मत होना ।
आकर मेरी तस्वीर के आगे मत रोना।
तुम गुडिया हो मेरी चहकती चिडियाँ हो मेरी।
रोक मत देकर  कसमे राखी की ।
यूँ  रूह को भिगोना मत आँसुओ की बरसात में ।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
पापा आपसे कुछ कैसे बोलूं ।
हाँ अगर वापिस आऊ न अपनी देह के साथ सर मिले न साथ जिस्म किसी धमाके के बाद ।
तिरगें को चुम लेना और कहना बेटा तुने अपने कुछ लम्हों के साथ ।
रोना मत खुद न रोने देना मेरी माँ को ।
कही वो टुट न जाये अपनी ममता की चाह में ।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
छोटे भाई सम्भाल लेना अपने घर बाहर को।
और वो  अब अपने पास रखना गाड़ी की चाबी और हाँ बाहर घुमना मत देर रात को ।
हर बात मनना सब की कयोंकि माँ  डुडेगी मुझे तेरी रूह में ।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।
महोब्बत को कुछ बोल न सकूँ ।
निभाये नही बादे तो कैसे नया वादा करू।अगर वापिस लौटु न चल कर तो मेरे तिरगें में लिपटे जिस्म को।
हस कर आसमानो की तरफ देख लेना अश्क छुपा कर मेरी बच्ची का चेहरा चुम लेना ।
और कहना मेरा महबूब सलामत है वो तिरगें की वाहों में ।
अब बस रास्ता रोक मत मेंरे ठहर जाने की चाह में ।
जाने से पहले कुछ कहना है अपनी माँ से ।
रास्ता मत देखना मेरे वापस आने की चाह में ।         
deep99

Mohd Faiz

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जब शब्द ख़मोश हो जाये
तो क्या बोलूं . जब जुबान 
लड़खड़ाये तो क्या बोलूं .
जीवन की डगर कठिन है
बेजुबान हूँ जुबां होते हुए 
भी जब अंदर हो अनेकों सैलाब तो क्या बोलू

Raina Shukla

nahipdtafarakmyselfnojoto#### part-2

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मैं कम बोलूं तो चुप्पी और ज्यादा बोलूं तो गप्पी 
मैं अकेले चलूं तो माल दोस्त के साथ चलूं तो बवाल 
तुम्हें देखकर अपने चरित्र का प्रमाण दूं अबे ओ तुम होते कौन हो.... #nahipdtafarak#myself#nojoto####


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