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Jayant Mehra
मुस्कुराके , खिलखिलाक़े चली गई वो नींद में सबेरे सबेरे मिलजुलाक़े चली गई वो एक तोहफा मेने मेरे सिरहाने रखा था जल्दी जल्दी में उसे गिराके चली गई वो बाहर तेज़ बारिश ने कुछ देर रोका था उसे छाते का बहाना बनाके चली गई वो घर के पीछे मेरा बागीचा सूखा पड़ा था उसमें कुछ गुलाब के फूल लगाके चली गई वो साहब इस शहर में इश्क़ सबके नसीब में नहीं दूर से ही हाथ हिलाक़े चली गई वो पानी का गिलास आधा खाली रखा था आधे में शराब मिलाके चली गई वो `जयंत~ #NOJOTO #Nojot #Nojotoofficial pari gupta अभिषेक राय Nandini priya Shiva Mishra Rupam kumari
NOJOTO #nojot official pari gupta अभिषेक राय Nandini priya Shiva Mishra Rupam kumari
read moreSTRK
किसीने बुलाया सबेरे सबेरे थ सपने दिखाया सबेरे सबेरे थी साँसे थी धड़कन थमी की थमी थ यूँ आजमाया सबेरे सबेरे nish_pandit सबेरे सबेरे
सबेरे सबेरे
read moreI.P. Nirala
आज सबेरे- सबेरे मैने अपने को जगाया। और एक अकाट्य सत्य अपने को समझाया। कि ये प्यार मुहब्बत सब है एक मोह- माया।। दिल की डायरी से
दिल की डायरी से
read moreGurmeet Sheokand
गर्लफ्रेंड के ख्याला आळे राह प चालण त घणा एंडी सकूँन दे ह..... सबेरे सबेरे खेत आळे रास्ते प चालणा..😊✌️
Rituraj kumar
Smile quotes in hindi कुछ ख्वाब है मेरे, कुछ राज है तेरे आ गले लग जा सबेरे-सबेरे। #NojotoQuote #समझौता
Anil Siwach
|| श्री हरि: || 2 -उलझन में राम श्याम दोनों आकर द्वार के बाहर खड़े ही हुए थे कि एक तितली कहीं से उड़ती आयी और दाऊ की अलकों पर बैठ गयी। कन्हाई यह कैसे सहन करले कि यह क्षुद्र प्राणी उसके अग्रज के सिर पर ही बैठे; किन्तु तितली को हटाने के लिए हाथ बढ़ाया तो वह अलकों से उड़ कर इसके दाहिने हाथ की नन्हीं मध्यमा अँगुली पर ही आ बैठी। इतनी सुकुमार, इतनी अरुण अँगुली - तितली को बैठने के लिए इससे अधिक मृदुल, सुन्दर सुरभित कुसुम भला कहाँ मिलने वाला है। अब श्याम उलझन में पड़ गया है। यह अपनी अँगुली पर बैठी इस छो
read moreVikas Rawal
कविता- उफ्फ ये तुम और तुम्हारी याद। यूँ तो जब भी आया करती है, तुम्हारी याद अक्सर, शाम ही में आया करती है। आज ना जाने इसे क्या हुआ है, जो सबेरे सबेरे ही आ गयी, तुम्हारी याद भी अब,
कविता- उफ्फ ये तुम और तुम्हारी याद। यूँ तो जब भी आया करती है, तुम्हारी याद अक्सर, शाम ही में आया करती है। आज ना जाने इसे क्या हुआ है, जो सबेरे सबेरे ही आ गयी, तुम्हारी याद भी अब,
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