Find the Best अर्थात Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutअर्थात का मतलब बताएँ, अर्थात का मतलब, अर्थात का अर्थ, अर्थात का पर्यायवाची, अर्थात इन इंग्लिश,
अदनासा-
Sunil itawadiya
मन चिति कभी ना हुई प्रभु चीती हुई तत्काल जाना था आकाश उसे छोड़ दिया पाताल #अर्थात सोचा हुआ काम कभी नहीं होता है पोस्ट ध्यान से पढ़िए गा उसमें लिखा हुआ है की आकाश में जाने का सोचा था और पहुंच गए पाताल #yqbaba #yqdidi #sunil_itawadiya
#अर्थात सोचा हुआ काम कभी नहीं होता है पोस्ट ध्यान से पढ़िए गा उसमें लिखा हुआ है की आकाश में जाने का सोचा था और पहुंच गए पाताल #yqbaba #yqdidi #Sunil_itawadiya
read moreअद्वैतवेदान्तसमीक्षा
ब्रह्मचारिणी शब्द दो पदों से मिलके बना है ।ब्रह्म= बड़े लक्ष्य में ।चारिणी = तन्मय ।ऐसे ही एकाग्रता का भी यही अर्थ होता है जैसे एक= अर्थात एक अपने लक्ष्य ही को, अग्रता=माने अधिक अर्थात समस्त ब्रह्मांड से भी अधिक मूल्यवान फील करना।अर्थात माँता अपने (एक)परम लक्ष्य भगवान शिव में इतनी (अग्र)तन्मय हो गई की शरीर की आवश्यक चीजों जैसे भोजन फल पानी पत्ते हवा आदि ग्रहण के लिए भी शरीर को प्रेरित करने का ख्याल नही आया परंतु लगभग सभी साइट्स पर लिखा है की ब्रह्म=तप के आचरण के कारण ब्रह्मचारिणी नाम हुआ पर महाभारत में कहा है कि मन एवं इंद्रियों की एकाग्रता ही श्रेष्ठ तप है।"मनसश्चेंद्रियाणां ह्यैकाग्रयं परमं तपः" एक= अर्थात एक अपना लक्ष्य ही को, अग्रता=माने अधिक अर्थात समस्त ब्रह्मांड से भी अधिक मूल्यवान (अपना लक्ष्य )फील करना ही परं (श्रेष्ठ)तप है। माँ ब्रह्मचारिणी के नाम का रहस्य
माँ ब्रह्मचारिणी के नाम का रहस्य
read moreDigg
प्रथमेश..💓🙏 सदा भवानी वाहिनी गौरी पुत्र गणेश, साथ देव रक्षा करें ब्रह्मा,विष्णु ,महेश...💓 . मंगलाचरण का प्रारम्भ तुलसीदास जी ने दोहा/सोरठा रूप में ऐसे किया है... जो सुमिरत सिधि होइ गन नायक करिबर बदन। करउ अनुग्रह सोइ बुद्धि रासि सुभ गुन सदन।। (बालकाण्ड)
सदा भवानी वाहिनी गौरी पुत्र गणेश, साथ देव रक्षा करें ब्रह्मा,विष्णु ,महेश...💓 . मंगलाचरण का प्रारम्भ तुलसीदास जी ने दोहा/सोरठा रूप में ऐसे किया है... जो सुमिरत सिधि होइ गन नायक करिबर बदन। करउ अनुग्रह सोइ बुद्धि रासि सुभ गुन सदन।। (बालकाण्ड)
read moreDeepak Raghuwanshi
सुलझा हुआ मनुष्य वह है जो अपने निर्णय स्वयं लेता है और उन निर्णयो के परिणाम के लिए किसी दूसरे को दोष नहीं देता अर्थात एक बार शिष्य ने गुरु से पूछा अगर किस्मत पहले ही लिखी जा चुकी है तो कोशिश कर के क्या मिलेगा गुरु ने कहा क्या पता किस्मत में लिखा हो कि कोशिश करने से ही मिलेगा अर्थात सदैव कार्य के प्रति लगन रहिये
Shivam Tripathi
आरती, स्त्रोत्र की महिमा आरती को आरात्रिक , आरार्तिक अथवा नीराजन भी कहते हैं। पूजा के अंत में आरती की जाती है। जो त्रुटि पूजन में रह जाती है वह आरती में पूरी हो जाती है। स्कन्द पुराण में कहा गया है- मन्त्रहीनं क्रियाहीनं यत् कृतं पूजनं हरे:। सर्वं सम्पूर्णतामेति कृते निराजने शिवे।। अर्थात - पूजन मंत्रहीन तथा क्रियाहीन होने पर भी नीराजन (आरती) कर लेने से उसमे सारी पूर्णता आ जाती है। आरती करने का ही नहीं, देखने का भी बड़ा पूण्य फल प्राप्त होता है। हरि भक्ति विलास में एक श्लोक है- नीराजनं च यः पश्येद् देवदेवस्य चक्रिण:। सप्तजन्मनि विप्र: स्यादन्ते च परमं पदम।। अर्थात - जो भी देवदेव चक्रधारी श्रीविष्णु भगवान की आरती देखता है, वह सातों जन्म में ब्राह्मण होकर अंत में परम् पद को प्राप्त होता है। श्री विष्णु धर्मोत्तर में कहा गया है- धूपं चरात्रिकं पश्येत काराभ्यां च प्रवन्देत। कुलकोटीं समुद्धृत्य याति विष्णो: परं पदम्।। अर्थात - जो धुप और आरती को देखता है और दोनों हाथों से आरती लेता है, वह करोड़ पीढ़ियों का उद्धार करता है और भगवान विष्णु के परम पद को प्राप्त होता है। आरती में पहले मूल मंत्र (जिस देवता का, जिस मंत्र से पूजन किया गया हो, उस मंत्र) के द्वारा तीन बार पुष्पांजलि देनी चाहिये और ढोल, नगाड़े, शख्ङ, घड़ियाल आदि महावाद्यो के तथा जय-जयकार के शब्दों के साथ शुभ पात्र में घृत से या कर्पूर से विषम संख्या में अनेक बत्तियाँ जलाकर आरती करनी चाहिए- ततश्च मुलमन्त्रेण दत्त्वा पुष्पाञ्जलित्रयम्। महानिराजनं कुर्यान्महावाद्यजयस्वनैः।। प्रज्वलेत् तदर्थं च कर्पूरेण घृतेन वा। आरार्तिकं शुभे पात्रे विषमानेकवर्दिकम्।। अर्थात - साधारणतः पाँच बत्तियों से आरती की जाती है, इसे 'पञ्चप Radhe Radhe Jai shri Krishna
Radhe Radhe Jai shri Krishna
read moreAnkitmotivation06
The mountain, रास्ते पर कंकड़ ही कंकड़ हो तो भी एक अच्छा जूता पहनकर उस पर चला जा सकता है, लेकिन एक अच्छे जुते के अन्दर एक भी कंकड़ हो तो एक अच्छी सड़क पर कुछ कदम चलना भी मुश्किल है, अर्थात हम बहार की चुनोतियों से नहीं बल्कि अन्दर की कमजोरियों से हार जाते है !! -- Ankitmotivation06 The Mountain🗻 #रास्ते #कंकड़ #एक #अच्छा #जूता #पहनकर #चला #सकता #लेकिन एक #अच्छे #जुते #अन्दर #कंकड़ #सड़क #कुछ #कदम #चलना #मुश्किल #अर्थात #बहार #चुनोतियों #अन्दर #कमजोरियों #हार #जाते #Nojoto #NojotoApp #NojotoHindi #NojotoQuotes #NojotoPost #Poetry #Poem #Stories #Shayari #Quotes #Erotica #Love #Writes #Scripts #Shivu_writes #TheMountain #Heels #Mountain #Succesa #Motivation #Inspired Follow me Ankitmotivation06 नयनसी परमार Vinay Vinayak Internet Jockey Pooja shivu_writes
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read moreSarika soni
#सुकून जहाँ जीव और ब्रम्ह एक हो जाते हैं अर्थात आत्मा और परमात्मा एक हो जाते हैं वहां सुकून अर्थात शान्ति की प्राप्ति हो जाती है #nojoto #सुकून
nojoto #सुकून
read moreओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री)
बरसात के दिन,अर्थात कॉलेज के दिन, अर्थात मुहोब्बत के दिन,,,, मुझे तो कॉलेज के दिनो से मुहोब्बत हो गई ,ऐसी मुहोब्बत जो मेरे जीवन की अमिट किताब बन गई,,,, उस अमिट किताब के पन्नो पर हमने """यादो को लिखा,
बरसात के दिन,अर्थात कॉलेज के दिन, अर्थात मुहोब्बत के दिन,,,, मुझे तो कॉलेज के दिनो से मुहोब्बत हो गई ,ऐसी मुहोब्बत जो मेरे जीवन की अमिट किताब बन गई,,,, उस अमिट किताब के पन्नो पर हमने """यादो को लिखा,
read moreSwapnil
भा अर्थात प्रकाश(ज्ञान), रत अर्थात लगा हुआ, भारत अर्थात प्रकाश (ज्ञान) की खोज मे लगा हुआ। भारत अर्थात अध्यात्मिकता, भारत अर्थात सत्य की खोज, भारत अर्थात सत्य की उत्कण्ठा, ज्ञान पिपासा। भारत और प्रकाश
भारत और प्रकाश
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