Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best खोटी Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best खोटी Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutखोटी शायरी, खोटी मानस, पसरलेली खोटी बातमी, खोटी,

  • 4 Followers
  • 20 Stories

Aamir Qais AnZar

Thanks Rest Zone for liking my Quote.🙏🙏 Politicians are born to exploit.., they support their position and just gain more powers to exploit others. #राजनीतिक_व्यंग #राजनीति #खोटी #politicalthought #ज़िन्दगीजन्नत #नीति #PoliticallyIncorrect #politicalmeme

read more
राज की जो निती है, 
बात ही ये खोटी है। Thanks Rest Zone for liking my Quote.🙏🙏  
Politicians are born to exploit.., they support their position and just gain more powers to exploit others.
#राजनीतिक_व्यंग #राजनीति #खोटी #PoliticalThought #ज़िन्दगीजन्नत #नीति #PoliticallyIncorrect #PoliticalMeme

Vandna Sood Topa

#खोटी लड़की #Kl शायद उसका कोई सपना तकिये के नीचे खो गया था नसीब उसका मर्दों की हवस के नीचे सो गया था.... पिता गुस्से से घर के बाहर चले गए, माँ पास आकर बोली,मुझे निशा को देखना है,उससे माफी माँगनी है।मैं निशा से जलने लगी थी,शायद कायर थी मैं, या परिस्थितियों से मजबूर। यदि समय रहते ,अपने बच्चे समान निशा को समझकर चलती तो शायद उसके साथ गलत ना होता। शायद उसका आत्मसम्मान बचा पाती, कैसे सहा होगा उसने सब।अगर ऊपर वाला अनवर जैसे पुरुष ही बनाये, तो शायद कोई भी निशा खोटी लड़की ना बने। माँ निशा को देखने की ज

read more
 #खोटी लड़की

#KL

शायद उसका कोई सपना तकिये के नीचे खो गया था
नसीब उसका मर्दों की हवस के नीचे सो गया था....

पिता गुस्से से घर के बाहर चले गए, माँ पास आकर बोली,मुझे निशा को देखना है,उससे माफी माँगनी है।मैं निशा से जलने लगी थी,शायद कायर थी मैं, या परिस्थितियों से मजबूर। यदि समय रहते ,अपने बच्चे समान निशा को समझकर चलती तो शायद उसके साथ गलत ना होता। शायद उसका  आत्मसम्मान बचा पाती, कैसे सहा होगा उसने सब।अगर ऊपर वाला अनवर जैसे पुरुष ही बनाये, तो शायद कोई भी निशा खोटी लड़की ना बने। माँ निशा को देखने की ज

Vandna Sood Topa

#खोटी लड़की #Kl माँ कमरे से चली गई, सारी रात मेरी मंथन में ही कटी। सुबह उठकर नाश्ते की मेज पर मैं पिता पर बरस पड़ी- आप माँ के होते हुए एक लड़की को खरीद कर लाये जो कि उम्र में आपसे बहुत छोटी थी,और हर रोज़ उसके आत्मसम्मान को रौंदते रहे,आपको शर्म नहीं आई?और माँ- वाह- जवाब नहीं आपका-कसूर आपके पति का था और बदनाम उस लड़की को कर डाला। किसी लड़की को अगर बार बार किसी का बेमन हमबिस्तर होना पड़े तो उसकी आत्मा कैसे मर जाती होगी?उस लड़की को सहारा देने की बजाय,अपने पति पर अंकुश लगाने की बजाय आप एक कमजोर और लाच

read more
 #खोटी लड़की

#KL
माँ कमरे से चली गई, सारी रात मेरी मंथन में ही कटी। सुबह उठकर नाश्ते की मेज पर मैं पिता पर बरस पड़ी- आप माँ के होते हुए एक लड़की को खरीद कर लाये जो कि उम्र में आपसे बहुत छोटी थी,और हर रोज़ उसके आत्मसम्मान को रौंदते रहे,आपको शर्म नहीं आई?और माँ- वाह- जवाब नहीं आपका-कसूर आपके पति का था और बदनाम उस लड़की को कर डाला। किसी लड़की को अगर बार बार किसी का बेमन हमबिस्तर होना पड़े तो उसकी आत्मा कैसे मर जाती होगी?उस लड़की को सहारा देने की बजाय,अपने पति पर अंकुश लगाने की बजाय आप एक कमजोर और लाच

Vandna Sood Topa

#खोटी लडकी #Kl वो रिश्ता बहुत खास लगा मुझे,बिन रिश्ते के भी जो निभ गया अम्मी ने बताया कि उन्होंने मेरे पिता से इस बारे में बात की, उन्हें समझाया कि अनवर निशा से शादी करना चाहता है। वह गालियाँ देने लगे,अनवर को मारने की धमकी देने लगे। मैं भी जिद पर अड़ गई और पीछे नहीं हटी अनवर का निशा के साथ निकाह करवाकर ही मानी।तेरे पिता ने अनवर को खूब पीटा,सारा मोहल्ला हम पर थू थू करने लगा, मुझे लगा कि यह शहर छोड़ देना चाहिये। हम तीनों किसी को बिना बताये जयपुर आ गये। यहाँ मेरा मायका है,इसलिये सब कुछ आराम से

read more
 #खोटी लडकी

#KL

वो रिश्ता बहुत खास लगा मुझे,बिन रिश्ते के भी जो निभ गया 

अम्मी ने बताया कि उन्होंने मेरे पिता से इस बारे में बात की, उन्हें समझाया कि अनवर निशा से शादी करना चाहता है। वह गालियाँ देने लगे,अनवर को मारने की धमकी देने लगे। मैं भी जिद पर अड़ गई और पीछे नहीं हटी अनवर का निशा के साथ निकाह करवाकर ही मानी।तेरे पिता ने अनवर को खूब पीटा,सारा मोहल्ला हम पर थू थू करने लगा, मुझे लगा कि यह शहर छोड़ देना चाहिये। हम तीनों किसी को बिना बताये जयपुर आ गये। यहाँ मेरा मायका है,इसलिये सब कुछ आराम से

Vandna Sood Topa

#खोटी लड़की #Kl निशा मेरे पास सोफे पर बैठी, सोफे को कुरेद रही थी, मैंने उसका हाथ कस कर पकड़ लिया और कहा वो गलत नहीं थी, गलत तुम्हारे आसपास के लोग थे। शायद तुम्हारा समय सबसे ज्यादा गलत था। फिर अनवर भाई से शादी कैसे?मैंने जब ये पूछा तो अम्मी बोली - बेटा यह सब तुम सुन नहीं पाओगी, जाने दो। अब मैं बोली मैं सब कुछ सुनना चाहती हूँ, जानना चाहती हूँ। सब इसे खोटी लड़की क्यों कहते थे?ये खोटी लड़की कैसे बनी? अम्मी बोली, बेटा इसके पति ने इसे तेरे पिता को बेच दिया था। तेरे पिता मोहल्ले में किराए के घर पर इस

read more
 #खोटी लड़की

#KL

निशा मेरे पास सोफे पर बैठी, सोफे को कुरेद रही थी, मैंने उसका हाथ कस कर पकड़ लिया और कहा वो गलत नहीं थी, गलत तुम्हारे आसपास के लोग थे। शायद तुम्हारा समय सबसे ज्यादा गलत था। फिर अनवर भाई से शादी कैसे?मैंने जब ये पूछा तो अम्मी बोली - बेटा यह सब तुम सुन नहीं पाओगी, जाने दो। अब मैं बोली मैं सब कुछ सुनना चाहती हूँ, जानना चाहती हूँ। सब इसे खोटी लड़की क्यों कहते थे?ये खोटी लड़की कैसे बनी? 
अम्मी बोली, बेटा इसके पति ने इसे तेरे पिता को बेच दिया था। तेरे पिता मोहल्ले में किराए के घर पर इस

Vandna Sood Topa

#खोटी लड़की #Kl अब हर रात वो एक लाश बनकर दो- दो मर्दो के जिस्म की भूख मिटाती। उसके पति के दोस्त ने उसके पति को पैसा दे देकर अपने और भी दोस्तों को भेजना शुरू कर दिया। निशा बेहद ज़ख़्मी थी, शिकायत करती भी तो किससे।एक दिन हिम्मत कर वो भागकर अपने चाचा के घर चली गई, उसके चचेरे भाई ने भी उसको चरित्रहीन कहकर उसका नाजायज़ फायदा उठाया।वह समझ गई अब यही उसकी नियति है, उसका पति उसके पीछे पीछे वहाँ भी आ गया, उसके चाचा के परिवार को धमकाने लगा, उसके चाचा ने उसे घर से जाने के लिए कह दिया। जिंदगी नरक बन गई थी उसक

read more
 #खोटी लड़की

#KL

अब हर रात वो एक लाश बनकर  दो- दो मर्दो के जिस्म की भूख मिटाती। उसके पति के दोस्त ने उसके पति को पैसा दे देकर अपने और भी दोस्तों को भेजना शुरू कर दिया। निशा बेहद ज़ख़्मी थी, शिकायत करती भी तो किससे।एक दिन हिम्मत कर वो भागकर अपने चाचा के घर चली गई, उसके चचेरे भाई ने भी उसको चरित्रहीन कहकर उसका नाजायज़ फायदा उठाया।वह समझ गई अब यही उसकी नियति है, उसका पति उसके पीछे पीछे वहाँ भी आ गया, उसके चाचा के परिवार को धमकाने लगा, उसके चाचा ने उसे घर से जाने के लिए कह दिया। जिंदगी नरक बन गई थी उसक

Vandna Sood Topa

#खोटी लड़की #Kl निशा भी मेरी तरह एक सभ्य परिवार की लड़की थी, छोटी उम्र में किसी से बेपनाह इश्क कर बैठी थी। मां बाप ने लाख समझाया पर उसने,उस लड़के से भागकर मंदिर में शादी कर ली। फिर क्या था घरवालों ने उस से रिश्ता तोड़ दिया, एक बड़ा भाई था वह तो ऐसा पराया हुआ कि अगर कहीं पर भी वो दिख जाती तो मुँह फेर लेता। निशा बहुत दुखी थी,अपने पति के साथ कानपुर शहर में रहने के लिए आ गई। दोनों नौकरी करने लगे,दो साल अच्छे से बीते,जब निशा 18 साल की हुई तो उसने पति पर कोर्ट करने का दबाव डाला ताकि उनकी शादी को कानू

read more
 #खोटी लड़की

#KL

निशा भी मेरी तरह एक सभ्य परिवार की लड़की थी, छोटी उम्र में किसी से बेपनाह इश्क कर बैठी थी। मां बाप ने लाख समझाया पर उसने,उस लड़के से भागकर मंदिर में शादी कर ली। फिर क्या था घरवालों ने उस से रिश्ता तोड़ दिया, एक बड़ा भाई था वह तो ऐसा पराया हुआ कि अगर कहीं पर भी वो दिख जाती तो मुँह फेर लेता। निशा बहुत दुखी थी,अपने पति के साथ कानपुर शहर में रहने के लिए आ गई। दोनों नौकरी करने लगे,दो साल अच्छे से बीते,जब निशा 18 साल की हुई तो उसने पति पर कोर्ट करने का दबाव डाला ताकि उनकी शादी को कानू

Vandna Sood Topa

#खोटी लड़की #Kl वो निशा थी- वो निशा थी। हाँ उसका नाम निशा था, वह मुझे पहचान गई थी मेरा नाम रति था,वो भूली नहीं थी। उसको भी मुझसे लगाव था, शायद मैं सब बच्चों से अलग थी, छुप छुप कर उससे मिलने जाती थी। उसकी और मेरी उम्र में बस दस साल का ही अंतर था। उसने मुझे प्यार से गले लगाया मेरा हाल चाल पूछा, इतने में अम्मी आ गई। मेरे सिर पर प्यार से हाथ फेरते हुए बोली अनवर का फोन आया था, तेरे लिये बिरयानी और सिवईयां बनाई है ।आज तेरी निशा दीदी ने रसोई बनाई है, चख कर बताना कैसा खाना बनाती है मेरी बहुरानी। बहु- र

read more
 #खोटी लड़की

#KL
 वो निशा थी- वो निशा थी। हाँ उसका नाम निशा था, वह मुझे पहचान गई थी मेरा नाम रति था,वो भूली नहीं थी।
उसको भी मुझसे लगाव था, शायद मैं सब बच्चों से अलग थी, छुप छुप कर उससे मिलने जाती थी। उसकी और मेरी उम्र में बस दस साल का ही अंतर था। उसने मुझे प्यार से गले लगाया मेरा हाल चाल पूछा, इतने में अम्मी आ गई। मेरे सिर पर प्यार से हाथ फेरते हुए बोली अनवर का फोन आया था, तेरे लिये बिरयानी और सिवईयां बनाई है ।आज तेरी निशा दीदी ने रसोई बनाई है, चख कर बताना कैसा खाना बनाती है मेरी बहुरानी। बहु- र

Vandna Sood Topa

#खोटी लड़की #Kl अनवर अंकल पिता के दोस्त थे, पर उम्र में उनसे छोटे थे। बिल्कुल पास-पास घर थे हमारे, उनकी अम्मी बहुत ही नेक दिल और खुदा की राह पर चलने वाली औरत थी।हम सब गली के लोग प्यार से और मिल जुल कर रहते थे, अचानक ही अनवर भाई कानपुर से जयपुर क्यों आ गये मुझे पता नहीं था। मैं उस समय 8 साल की थी, आज इतने सालों बाद अनवर अंकल को देखा तो उनकी अम्मी से भी मिलने को जी करने लगा। अनवर अंकल पहले तो मुझे डालते रहे, मुझे लगा कोई तो बात है जो वो मुझे बताना नहीं चाहते। आखिर में मैं जीती उन्हें मुझे अपने घर

read more
 #खोटी लड़की

#KL
अनवर अंकल  पिता के दोस्त थे, पर उम्र में उनसे छोटे थे। बिल्कुल पास-पास घर थे हमारे, उनकी अम्मी बहुत ही नेक दिल और खुदा की राह पर चलने वाली औरत थी।हम सब गली के लोग प्यार से और मिल जुल कर रहते थे, अचानक ही अनवर भाई कानपुर से जयपुर क्यों आ गये मुझे पता नहीं था। मैं उस समय 8 साल की थी, आज इतने सालों बाद अनवर अंकल को देखा तो उनकी अम्मी से भी मिलने को जी करने लगा। अनवर अंकल पहले तो मुझे डालते रहे, मुझे लगा कोई तो बात है जो वो मुझे बताना नहीं चाहते। आखिर में मैं जीती उन्हें मुझे अपने घर

Vandna Sood Topa

#खोटी लड़की #Kl फरिश्तों की सोहबत उसे ना मिली हमकदम जो मिले सब गुनहगार थे। मैं कंपनी के काम से जयपुर आई हुई थी। तीन-चार दिन का ही काम था, रविवार की वापसी की ट्रेन थी सारा दिन खाली था, सोचा थोड़ी शॉपिंग कर लूं। बस फिर क्या था पहुंच गई बाज़ार,काफी देर इधर-उधर घूमती रही तभी अचानक मुझे लगा कि सामने वाली दुकान पर कोई तो है जो जान पहचान का है। हाँ, मैं उन्हें पहचानने की कोशिश कर रही थी, फिर लगा अरे वो मेरे पिता के बहुत अच्छे दोस्त थे अनवर अंकल। पर अचानक ही एक दिन दोनों दोस्तों में झगड़ा हुआ फिर अनवर अंकल कभी दिखाई नहीं दिये। मैं दुकान के अंदर जाकर कपड़े देखने लगी,सोचा एक बार कन्फर्म हो जाऊं। ऊनकी आवाज़ ,उनका बोलने का तरीका बिल्कुल अनवर अंकल जैसा था,बहुत बूढ़े दिख रहे थे वो।मैंने उनके पास जाकर पूछा पहचाना मुझे? वह अपने मोटे से चश्मे को साफ करते हुए पहचानने की नाकाम कोशिश करने लगे। उपासना हूँ मैं अंकल, आपके दोस्त प्रितपाल की बेटी उनकी आंखों में चमक आई और चली गई। फिर पूछने लगे घर में सब ठीक है ना, मैंने हाँ में सिर हिलाया और उनसे पूछा कि वह अचानक कहां गायब हो गए थे ? मेरी बात को टालते हुए वे मेरी नौकरी के बारे में पूछने लगे। सारा दिन खाली थी मेरी रात की ट्रेन थी, ‌‌सोचा थोड़ी देर के लिये अंकल के घर हो कर आती हूँ। मुझे उनकी अम्मी के हाथ का खाना बहुत अच्छा लगता था, मैने अंकल को बताया कि मैं अम्मी से मिलना चाहती हूँ, पर शायद वो मुझे घर नहीं ले जाना चाहते थे इसलिये टाल मटोल करने लगे। मैं भी उनके घर जाने की जिद करने लगी।

read more
 #खोटी लड़की

#KL
फरिश्तों की सोहबत उसे ना मिली हमकदम जो मिले सब गुनहगार थे।

मैं कंपनी के काम से जयपुर आई हुई थी। तीन-चार दिन का ही काम था, रविवार की वापसी की ट्रेन थी सारा दिन खाली था, सोचा थोड़ी शॉपिंग कर लूं। बस फिर क्या था पहुंच गई बाज़ार,काफी देर इधर-उधर घूमती रही तभी अचानक मुझे लगा कि सामने वाली दुकान पर कोई तो है जो जान पहचान का है। हाँ, मैं उन्हें पहचानने की कोशिश कर रही थी, फिर लगा अरे वो मेरे पिता के बहुत अच्छे दोस्त थे अनवर अंकल। पर अचानक ही एक दिन दोनों दोस्तों में झगड़ा हुआ फिर अनवर अंकल कभी दिखाई नहीं दिये। मैं दुकान के अंदर जाकर कपड़े देखने लगी,सोचा एक बार कन्फर्म हो जाऊं। ऊनकी आवाज़ ,उनका बोलने का तरीका बिल्कुल अनवर अंकल जैसा था,बहुत बूढ़े दिख रहे थे वो।मैंने उनके पास जाकर पूछा पहचाना मुझे? वह अपने मोटे से चश्मे को साफ करते हुए पहचानने की नाकाम कोशिश करने लगे। उपासना हूँ मैं अंकल, आपके दोस्त प्रितपाल की बेटी उनकी आंखों में चमक आई और चली गई। फिर पूछने लगे घर में सब ठीक है ना, मैंने हाँ में सिर हिलाया और उनसे पूछा कि वह अचानक कहां गायब हो गए थे ? मेरी बात को टालते हुए वे मेरी नौकरी के बारे में पूछने लगे। सारा दिन खाली थी मेरी रात की ट्रेन थी, ‌‌सोचा थोड़ी देर के लिये अंकल के घर हो कर आती हूँ। मुझे उनकी अम्मी के हाथ का खाना बहुत अच्छा लगता था, मैने अंकल को बताया कि मैं अम्मी से मिलना चाहती हूँ, पर शायद वो मुझे घर नहीं ले जाना चाहते थे इसलिये टाल मटोल करने लगे। मैं भी
 उनके घर जाने की जिद करने लगी।
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile