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Mantra Mahima Neeraj Shukla
Aniket Sen
मौका नहीं मिलता अब कुछ कहने का, अब मैं बस एक अच्छा श्रोता हुँ, सुनते कम और बोलते ज़्यादा है लोग, इसलिये मैं ही हमेशा चुप होता हुँ। #श्रोता #सुनना #बोलना #चुपचाप #मौका #bestyqhindiquotes #yqdidi #ifyoulikeitthenletmeknow
Anjali Raj
भरे हुए हैं खुद से ही बस, एक अदद श्रोता चाहें सब। भरता जाए, छलके ना पर, ऐसा इक लोटा चाहें सब। सुनता जाए, धुनता जाए सिर को अपने बेशक जितना, कान रहें जागें उसके, पर जिव्हा को सोता चाहें सब। "ये भी सुन और वो भी सुन, पर माथे पर ना डाल शिकन" पका पका कर के ही पक्की यारी का ओहदा चाहें सब। आधी उसके अंदर जाएं, आधी फ़िसलें दाएं बाएं, लाद यूं बोझा, करें सवारी, इक शरीफ़ खोता (गधा)चाहें सब। जब तक सांस चले श्रोता की तब तक इनकी ज़ुबां चले। साथ में हामी भरती उसकी गरदन का योगा चाहें सब। इनकी पीड़ा, इनके झगड़े, इनके रिश्ते, इनके पचड़े, सुनकर जो बहे कलकल हमदर्दी का इक सोता चाहें सब #अंजलिउवाच #YQdidi #श्रोता #वक्ता #व्यंग्य
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read moreतरूण तरंग
Book quotes एक अच्छा प्रवक्ता बाद में होता है वो पहले एक अच्छा श्रोता और पाठक होता हो ©®तरूण श्रोता और पाठक बनो प्रवक्ता बनना है तो ❤️ #प्रवक्ता #पाठक #श्रोता
Prakam Singh Rajpoot
कवयित्री का स्वयंवर था एक कवयित्री का स्वयंवर आये थे उसमें एक से बढ़कर एक धुरंधर नहीं थी कोई बंदिशें क्योंकि ये था कवयित्री का स्वयंवर आप तो जानते ही हैं रचनाकारों की नहीं होती कोई सीमायें उनके लिए तो सब कुछ होती है उनकी रचनाएँ उस स्वयंवर में आये थे वेदों के विद्वान और आये थे कुछ वीर महान फिर कया सब करने लगे अपना ज्ञान बखान आया था उसमें एक सामान्य सा दिखने वाला इंसान पर वो भी था एक अच्छा श्रोता इसलिए वो भी नहीं था किसी से कम महान। कवित्री ने कहा, आप क्यों बैठे हैं इतना चुप, सुनायेंगें नहीं अपना कुछ? तब वह श्रोता बोला, मैं हूँ एक अच्छा श्रोता, सुन रहा था ध्यान से सब, बोलने के लिए नहीं ज्यादा कुछ पहले प्रेमी हूँ आपकी रचनाओं का, आपकी कविताओं का, उसके बाद इन रचनाओं की बिन ब्याही माँ का। अब थी तो वह भी एक स्त्री ऊपर से एक कवयित्री फिर क्या उठायी उसने माला, बना लिया उसे वर और डाल दी वरमाला। कहा यूँ तो मिल जाते है, एक से बढ़कर एक सुनाने वाले, बहुत ही कम मिलते हैं ध्यान से सुनने वाले। ― प्रकाम सिंह राजपूत कवयित्री का स्वयंवर । Kavyitri Ka Swayamvar #nojotojabalpur #Kavyitri #Swayamvar #girldesire #desireofagirl #desireofapoetess #psrtruth #psr
कवयित्री का स्वयंवर । Kavyitri Ka Swayamvar #nojotojabalpur #Kavyitri #Swayamvar #girldesire #desireofagirl #desireofapoetess #psrtruth #psr
read moreAnil Siwach
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 10 ।।श्री हरिः।। 8 – अदम्भ अवस्था उनकी सत्तर वर्ष से ऊपर की हो गयी है - कदाचित अस्सी के लगभग हो। दुबला शरीर है पर्याप्त लम्बा गौर वर्ण, श्वेत केश और अब झुर्रियाँ तो पड़नी ही हैं। सिर उठाकर जिसकी ओर देख लें, सौभाग्य उसका, अन्यथा मस्तक झुका ही रहता है सदा और दृष्टि जैसे अपने पदों से दो पद आगे तक ही सीमित रहती है।
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