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Best सृजन Shayari, Status, Quotes, Stories

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Devesh Dixit

#सृजन #दोहे #nojotohindipoetry #nojotohindi सृजन (दोहे) सृजन किया भगवान ने, ये सारा संसार। इनकी महिमा है बड़ी, जग के तारनहार।। देख सृजन इंसान की, होते भाव विभोर।

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Rakesh frnds4ever

#duniya ये #रौनकें ,ये #चकाचौंध आंखों में चुबती हैं,,, जैसे कि #नस्तर चूबते हों जैसे की पांव में #शूल और शीशा चुबता हो #संसार की सारी वस्तुओं से दिल और मन #ऊब गया है दिमाग़ में हरदम अनंत विचारों का #सृजन होता है सब कुछ असंतुष्ट लगता है

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Manisha Keshav https://www.audible.in/pd/Jab-Tera-Zikr-Hota-Hai-When-You-Are-Mentioned-Audiobook/B0D94RCK97

तेरा संपूर्ण सृजन तेरे हाथ में है

©Manisha Keshavhttps://youtu.be/VpBnETi5sQM #Hindi #hindi_poetry #सृजन

Krish Vj

कुछ कलियां 
आज खिलने को है,
बरसो के बाद 
कोई मिलने को है
ए-रात जरा 
जल्दी गुजर, 
सवेरे की मुस्कान में 
प्रेम फूल खिलने को है!! #milan 
#सृजन 
#प्रेम 
#yqbaba 
#yqdidi 
#प्रारब्ध 
#hindi 
#poetry

Juhi Grover

लाखों करोड़ों सृजन हो जाते हैं,
किसी की आह पर,
किसी के दर्द पर,
वाहवाही लूटी जाती है।

क्या हम इन्साफ कर पाये,
अपनी रचनाओं के साथ,
किसी के दर्द के साथ,
आह बेच कर वाह खरीद लेते हैं। #cinemagraph
#सृजन 
#आह 
#दर्द
#वाह 
#वाहवाही 
#yqhindi 
#bestyqhindiquotes

Gopal Lal Bunker

// दोहा //
~~~~~~~~~

आप विज्ञ विद हो सभी, करो सृजन सद् नित्य।
पढ़-पढ़ पाठक मुग्ध हो, गेह सजे साहित्य।।

 #दोहा #दोहे #सृजन #साहित्य #glal #yqdidi #rzलेखकसमूह #restzone

Anupama Jha



अपने कलम के जरिये 
कुछ लिखती हूँ,
कुछ तलाशती हूँ
कुछ तराशती हूँ
अपने ही मन-मष्तिष्क में
उथल-पुथल मचाती हूँ
कल्पनाओं से खेलती हूँ
उनमे रंग भरती हूँ
बन जाते हैं शब्द रंगोली से
सृजन का एहसास कर
मातृत्व का सुख पाती हूँ....


अनुपमा झा

 


     #तलाश#कल्पना#रंगोली#सृजन
#YQdidi

Rashmi Hule

जन्म से जुड़े हो तुम सृष्टि का सृजन हो तुम रचयिता ने जीस निर्माण को सौंप दिया है मुझे उसका अंतिम रूप हो तुम हा... वही स्त्री हूँ मैं. जीसे सृष्टिकर्ता ने चुना है. उसके सृष्टी को आगे बढ़ाने के लिए. हमे भी अपना कोई काम करना होता हैं तो हम बेस्ट ढुंढ़ने में लग जाते हैं. एक सिंपल सा कपडा सिलाना हो,या रेडीमेड भी लेना हो तो हमे चाहिए होता है आ'ला दर्जे का शाॅप या ब्रॅंड. तो सृष्टि के रचयिताने भी बेस्ट तो देखा ही होगा ना. इसिलिये उसने स्त्री को चुना होगा. जो बेहतर निर्माण कर सकती हैं. और स्त्रिय

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जन्म से जुड़े हो तुम
सृष्टि का सृजन हो तुम
रचयिता ने जीस निर्माण 
को सौंप दिया है मुझे
वो अंतीम रूप हो तुम


See caption  जन्म से जुड़े हो तुम
सृष्टि का सृजन हो तुम
रचयिता ने जीस निर्माण 
को सौंप दिया है मुझे
उसका अंतिम रूप हो तुम 

हा... वही स्त्री हूँ मैं. जीसे सृष्टिकर्ता ने चुना है. उसके सृष्टी को आगे बढ़ाने के लिए. हमे भी अपना कोई काम करना होता हैं तो हम बेस्ट ढुंढ़ने में लग जाते हैं. एक सिंपल सा कपडा सिलाना हो,या रेडीमेड भी लेना हो तो हमे चाहिए होता है आ'ला दर्जे का शाॅप या ब्रॅंड. 
   तो सृष्टि के रचयिताने भी बेस्ट तो देखा ही होगा ना. इसिलिये उसने स्त्री को चुना होगा. जो बेहतर निर्माण कर सकती हैं. और स्त्रिय

Vidhi

जिंदगी में एक तू ही जीने की वज़ह थी
कलम मेरी प्यारी, तू ही तो मुझे घिसती थी
चाहे लहू से लिखती थी,
मग़र तू हँसी बन कर आती थी होंठो पे
ये मेरा अज़ीब सा सुख था
जो अपनी कोख़ से जन्म देता था
कभी रचना छोटी,नन्ही,नाजुक,कोमल होती
तो कभी सृजन निकलता,
तीखा, कड़वा, कसैला, एक सच सा चुभता
दर्द होता मग़र ममत्व भी रगों में बहता
माँ का सा सुख मुझे मेरी कविताओं में मिलता
पर दर बदर मिलती ठोकरें मुझसे कहती हैं
तू छोड़ दे ख़्वाब देखना
अपनी कृतियों को गोद दे दे
कर दे बेदख़ल कल्पना को अपनी ज़ेहनी मिल्कियत से
अपने अंदर पलती एक जान का गला घोंट दे
तोड़ दे अपनी कलम को, अब एक नयी राह पे चल दे
एक नाम बना, पैसा कमा, फ़िर जन्म दे रचना को
कृति और सृजन को फिर से अपना लेना
एक उम्र के बाद वो तोड़ी हुई कलम जोड़ लेना #रचना #सृजन #माँ #कोख #लेखनी #कलम #कृति #वास्तविकता #जिंदगी #Life #Reality #Pen #Creation #YQdidi

Vidhi

जिंदगी में एक तू ही जीने की वज़ह थी
कलम मेरी प्यारी, तू ही तो मुझे घिसती थी
चाहे लहू से लिखती थी,
मग़र तू हँसी बन कर आती थी होंठो पे
ये मेरा अज़ीब सा सुख था
जो अपनी कोख़ से जन्म देता था
कभी रचना छोटी,नन्ही,नाजुक,कोमल होती
तो कभी सृजन निकलता,
तीखा, कड़वा, कसैला, एक सच सा चुभता
दर्द होता मग़र ममत्व भी रगों में बहता
माँ का सा सुख मुझे मेरी कविताओं में मिलता
पर दर बदर मिलती ठोकरें मुझसे कहती हैं
तू छोड़ दे ख़्वाब देखना
अपनी कृतियों को गोद दे दे
कर दे बेदख़ल कल्पना को अपनी ज़ेहनी मिल्कियत से
अपने अंदर पलती एक जान का गला घोंट दे
तोड़ दे अपनी कलम को, अब एक नयी राह पे चल दे
एक नाम बना, पैसा कमा, फ़िर जन्म दे रचना को
कृति और सृजन को फिर से अपना लेना
एक उम्र के बाद वो तोड़ी हुई कलम जोड़ लेना #रचना #सृजन #माँ #कोख #लेखनी #कलम #कृति #वास्तविकता #जिंदगी #Life #Reality #Pen #Creation #YQdidi
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