Nojoto: Largest Storytelling Platform

Download father's_day Status, Shayari, Quotes

Happy Fathers Day #fathers_day

Nojoto

  • 918 Stories
  • Popular
  • Latest
  • Video
da9eb1e58af597fe0c706b1a9787552c

Anubhav Sharma

White शाम की उम्मीद में जब बचपन खिलखिलाता है,
पिता के घर आने की ख़ुशी में पूरा आंगन चहचहाता है।
भूल जाता है अपने दिन भर की थकान वो पिता, 
जब घर आते ही बच्चो का हँसता हुआ चेहरा पाता है।
बच्चो का चिपटना और पूछना क्या लाये हो, उसे खूब भाता है,
फिर मुठी भर चीज़ देकर सब बच्चों  का दिल भहलाता है।
रात में दो मीठे बोल पत्नी से बोलकर वो गहरी नींद सो जाता है,
सबको खुशिया देते हुए एक पिता अपना पूरा जीवन बिताता है।

©Anubhav Sharma #father
d2b2f5818a3df68bb5f34169f975691a

गौरव झा नितिन

White मेरा अलग विचार/व्यवहार होने का कारण..

कभी कहीं ओछी हरकत करने से पहले 
ये याद आना कि हम भी छोटी बहनों के बड़े भैया हैं।

                                         ~गौरव झा नितिन














।

©गौरव झा नितिन
0ef4333ae2b01b1f80dbeea0185ce09f

Anjali Srivastava

White जिन मां बाप ने अपने बच्चों को जिंदगी दी,
इस दुनिया में लाया,,
उनके लंबे उम्र की कामना की,,
आज वही बच्चे उन्हीं मां बाप की बची हुई जिंदगी की गिनती कर रहे हैं।।

©Anjali Srivastava #पेरेंट्स  अनमोल विचार बेस्ट सुविचार आज शुभ विचार

#पेरेंट्स अनमोल विचार बेस्ट सुविचार आज शुभ विचार

2da849a4b2a85918827031360d7ba104

Sarfaraj idrishi

White रब के बाद सिर्फ ये सहूलियत बाप देता है 
खताए देखकर ना रिज्क रोकता है ना मोहब्बत छोड़ता है

©Sarfaraj idrishi #fathers_day रब के बाद सिर्फ ये सहूलियत बाप देता है खताए देखकर ना रिज्क रोकता है ना मोहब्बत छोड़ता है kiran kee kalam se  Shayar Abhiraaj Kashyap  Sethi Ji  Ankita Tantuway  pinky masrani

#fathers_day रब के बाद सिर्फ ये सहूलियत बाप देता है खताए देखकर ना रिज्क रोकता है ना मोहब्बत छोड़ता है kiran kee kalam se Shayar Abhiraaj Kashyap Sethi Ji Ankita Tantuway pinky masrani #Life

7213e01a1a82458c78e64dac33f46cc1

Vandana Bhasin

White दुनिया कहती है बाबा किसी के चले जाने से जिंदगी रुक नहीं जाती...मैं कैसे बताऊं उन्हें कि जिंदगी पहले जैसी भी नहीं रहती....मैं हंसता हूं हर रोज बाबा पर मुस्कुराना छोड़ दिया है...मैं सोता जरूरी हूं  पर नींद ने आना छोड़ दिया है..मैं जी तो रहा हूं पर जिंदगी ने मुझे छोड़ दिया है...

©Vandana Bhasin #fathers_day
2da3cd49fc51aa68336f2b5beb68f12f

Praveen Jain "पल्लव"

White पल्लव की डायरी
हँसी झिठौली बचपन की
लोरी कहानी दादी की गायब है
मन की मस्ती,आंगन की मिट्टी 
बेसिक खेल परवान नही अब चढ़ते है
मन भारी स्कूलों के बस्तों से 
चौखट तीन साल से उनकी चढ़ते है
है सिर्फ किताबी ज्ञान
नैतिकता संस्कार किसी पे नही चढ़ते है
सिर्फ एक नॉकरी पाने,होड़ लगी है
सर्टिफिकेट गले लगते है
रिश्ते नाते धर्म कर्म सब स्वाहा
जंग ऐसी जीवन से हम सब लड़ते है
                                           प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #fathers_day जंग ऐसी हम जीवन से लड़ते है
#nojotohindi

#fathers_day जंग ऐसी हम जीवन से लड़ते है #nojotohindi #कविता

77854cfe65fabdfadfe0e4c666102b86

jayprakash kumar nirala

White वो बचपन की बातें जवानी के साथ पुरानी हो गई।
जब आई जवानी तो बचपन की बातें फिर से ज़ुबानी हो गई।

©jayprakash kumar nirala #बचपन #बचपन_की_यादें
07a198727bf5ec9beefb921c13b6b932

Uma Vaishnav

White 
बेटी 
********
बेटी चंचल चांदनी , 

बेटी सुनहरी धूप,

बेटी जिस घर जन्में, वो घर स्वर्ग स्वरूप,

बेटी घर की रोशनी,

बेटी दिव्य स्वरूप, 

बेटी में दिखता मुझको, जगतम्बा का रूप,

बेटी घर की रोनक हैं,

बेटी पावन रूप,

बेटी माँ के नाम को, करती हैं सम्पूर्ण,

बेटी माँ की परछाई,

बेटी पिता का मान,

बेटी होती माँ की ममता का सम्मान,

बेटी सुख-दुख की साथी,

बेटी दिल का सुकुन,

बेटी ही पहुँचाती हैं, दिल को राहत और सुकून

©Uma Vaishnav #fathers_day
df1101ff24e98c211bb5b42bb28fdfd3

Krishna Mahida

White  

હા તારી હતી હું તો લાડકી,
શૈશવે કીધી મને કાં પારકી.

ઢીંગલા ઢીંગલીની શું રમત!
કે કીધો વ્યવહાર તેં વાડકી.

ઘોડીયું મુજ પગલે બંધાયું,
માનીતી થઈ ત્યાં હું માણકી.

અઢળક વ્હાલ વરસાવ્યું તોયે,
ફરી સોંપી કેમ જનકને જાનકી.

છત્રછાયા ચારે હાથોની મળી,
દયા કહું કે કૃપા કરૂણાનિધાનકી.

કન્યાદાન કરી કૃતાર્થ થઈ ગયા એ,
પરાણે મોટી બની ગઈ આ નાનકી.

કુમકુમ પગલે આવી ઘરે પોતાના,
"પ્રતીતિ" છતાંયે કહેવાય પારકી.

©Krishna Mahida #પ્રતીતી

#પ્રતીતી #કવિતા

d48ec60ed842b27262c628c32bbe96e4

tripti agnihotri

White तृप्ति की कलम से
******************************
बच्चे होते मन के सच्चे
लालच-द्वेष कभी न करते
हम भी इनके गुण अपनाएं
जग की आखों के तारें बन जाये।
*********************************
 बच्चों की बातें अलग
  अलग हैं इनके खेल
पल-भर में रूठे सभी
पल-भर में हो मेल।
*******************************
काश गुणों की खान ये
हमने भी आ जाये
वैर-भाव सब भूलकर
हम सब बच्चे बन जाये।
*********************************
स्वरचित
तृप्ति अग्निहोत्री
लखीमपुर खीरी
उत्तरप्रदेश

©tripti agnihotri
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile