इस वक़्त इतना ही काफ़ी है वह बहुत पहले की बात है जब कहीं किसी निर्जन में आदिम पशुता चीख़ती थी और सारा नगर चौंक पड़ता था मगर अब – अब उसे मालूम है कि कविता घेराव में किसी बौखलाए हुए आदमी का संक्षिप्त एकालाप है #kavita #dhumil #kavita #dhumil