हम नजदीक नहीं रहे ! बातें तो होती रही मगर , प्रेम के तस्दीक नहीं रहे ! यूं ही बस टालमटोल में, एक दूजे के प्रतीक नहीं रहे! लगता है जुदा होके रहेंगे, पहले वाले प्रीत में नहीं रहे ! फ़ासले बढ़ते गए... हम नजदीक नहीं रहे ! बातें तो होती रही मगर , प्रेम के तस्दीक नहीं रहे ! यूं ही बस टालमटोल में, एक दूजे के प्रतीक नहीं रहे!